द्रिक पञ्चाङ्ग में सूचिबद्ध सभी त्यौहार एवं व्रत के दिन स्थान आधारित हैं, अर्थात् हिन्दु उत्सवों एवं पर्वों की तिथि की गणना करते समय भौगोलिक स्थान पर विचार किया जाता है।
स्थान आधारित हिन्दु पर्वों का एक रोचक तथ्य यह है कि यह पर्व भारतीय नगरों की तिथि की तुलना में अमेरिकी नगरों में एक दिन पूर्व तथा ऑस्ट्रेलियाई नगरों में एक दिन पश्चात् मनाया जा सकता है। यह समय मण्डल नियम के विपरीत है तथा यह उन लोगों के लिये बहुत अधिक भ्रम उत्पन्न करता है जो समय मण्डल परिवर्तन के आधार पर हिन्दु पर्वों की गणना करते हैं। समय क्षेत्र परिवर्तन के अनुसार, यदि नई दिल्ली, भारत के लिये दीवाली लक्ष्मी पूजा नवम्बर 04, 2021 को पड़ती है, तो सिएटल, यूएसए के लिये नवम्बर 05, 2021 को होनी चाहिये क्योंकि सिएटल की घड़ी नई दिल्ली की घड़ी से 12.5 घण्टे पीछे है। वास्तविकता में, दीपावली पालन नियमों के अनुसार, सिएटल, यूएसए के लिये वास्तविक दिन नई दिल्ली से एक दिन पूर्व अर्थात् नवम्बर 03, 2021 है।
कृपया उपरोक्त आरेख से इस घटना को समझने का प्रयास करें। अमावस्या तिथि पूरी दुनिया में एक ही समय पर होती है और जब भी यह होती है तो अमेरिकी शहरों में दिन भारत से एक दिन आगे होता है। क्योंकि ग्रेगोरियन कैलेण्डर पर अमावस्या तिथि दो दिनों के मध्य विभाजित हो सकती है, इसीलिये जब यह सूर्यास्त के साथ मेल खाती है तब उसे प्राथमिकता दी जाती है। उदाहरण के लिये दिनाङ्क एवं तिथि नई दिल्ली के साथ-साथ सिएटल में भी एक ही समय पर आरम्भ होती है, नई दिल्ली में यह सूर्योदय से ठीक पहले थी और सिएटल में यह सूर्यास्त से पहले थी, किन्तु सिएटल में महत्वपूर्ण क्षण एक दिन आगे था। यह भी ध्यान दिया जाना चाहिये कि त्यौहार मनाने का दिन "महत्वपूर्ण समय (Critical Time)" के आधार पर या तो नई दिल्ली के साथ मेल खायेगी या उससे आगे होगी, किन्तु नई दिल्ली की तिथि के पश्चात् कभी नहीं होगी।
आशा है यह स्पष्ट हो गया होगा कि अमेरिकी शहरों या यहाँ तक कि यूरोपीय शहरों में त्यौहार भारतीय पालन दिवस से एक दिन पूर्व तथा जापान, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैण्ड आदि के लिये त्यौहार भारत के एक दिन उपरान्त क्यों मनाये जाते हैं।