*द्रिकपञ्चाङ्ग अपने उपयोगकर्ताओं के लिए निःशुल्क ई-ग्रीटिंग प्रदान करता है। उपयोगकर्ता इन्हें सहेज सकते हैं और अपने प्रियजनों को भेज सकते हैं। ये ई-ग्रीटिंग्स कॉपीराइट के तहत संरक्षित हैं। इनका उपयोग व्यावसायिक उद्देश्य के लिए नहीं किया जाना चाहिए।
चन्द्र-सौर कैलेण्डर के अनुसार गुड़ी पड़वा या संवत्सर पड़वो के पर्व को कोंकणी एवं महाराष्ट्र के लोगों द्वारा नववर्ष के रूप में मनाया जाता है। गुड़ी पड़वा को कर्णाटक तथा आन्ध्र प्रदेश के निवासियों द्वारा उगादी के रूप में मनाया जाता है।
आन्ध्र प्रदेश, तेलंगाना और कर्णाटक के लोगों द्वारा चन्द्र-सौर कैलेण्डर के अनुसार उगादी पर्व को वर्ष के प्रथम दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन नवीन संवत्सर का आरम्भ होता है। महाराष्ट्र में उगादी उत्सव को गुड़ी पड़वा के रूप में मनाया जाता है।
हिन्दु पञ्चाङ्ग के अनुसार एक वर्ष चार नवरात्रि उत्सव होते हैं। चैत्र माह के शुक्ल पक्ष में आने वाली नवरात्रि को चैत्र राम नवरात्रि के नाम से जाना जाता है। नवरात्रि के नौ दिनों तक देवी माँ के नौ भिन्न-भिन्न रूपों की आराधना की जाती हैं, जिन्हें नवदुर्गा कहा जाता है।
चैत्र नवरात्रि पर घटस्थापना करने के लिये शुभ समय एवं अभिजित मुहूर्त प्रदान किया गया है। चैत्र नवरात्रि उत्सव के अन्तर्गत घटस्थापना एक महत्वपूर्ण अनुष्ठान होता है। यह नौ दिनों के उत्सव के आरम्भ का सूचक है। घटस्थापना को कलशस्थापना भी कहा जाता है।
उक्त पृष्ठ पर उगादी, गुड़ी पड़वा तथा हिन्दी नववर्ष के ग्रीटिंग्स अर्थात् शुभकामनायें सन्देश प्रदान किये गये हैं। इन सन्देशों को सुन्दर एवं रंगीन चित्रों के साथ प्रस्तुत किया गया है, जिनके माध्यम से आप अपने प्रियजनों को नववर्ष की शुभकामनायें भेज सकते हैं।
राम नवमी के दिन हिन्दु भक्तगण भगवान राम का जन्मोत्सव मनाते हैं। इस दिन अयोध्या के राजा दशरथ एवं रानी कौशल्या के घर भगवान राम का जन्म हुआ था। आगामी राम नवमी की तिथि एवं समय ज्ञात करने हेतु इस पृष्ठ का अवलोकन करें।