☰
Search
Mic
हि
Android Play StoreIOS App Store
Setting
Clock

-0043 महेश नवमी का दिन और समय कोलंबस, Ohio, संयुक्त राज्य अमेरिका के लिये

DeepakDeepak

-0043 महेश नवमी

कोलंबस, संयुक्त राज्य अमेरिका
महेश नवमी
23वाँ
मई -0043
Wednesday / बुधवार
भगवान महेश
Lord Shiva

महेश नवमी समय

महेश नवमी बुधवार, मई 23, -0043 को
नवमी तिथि प्रारम्भ - मई 23, -0043 को 03:36 बजे
नवमी तिथि समाप्त - मई 24, -0043 को 01:46 बजे

टिप्पणी: सभी समय २४:००+ प्रारूप में कोलंबस, संयुक्त राज्य अमेरिका के स्थानीय समय और डी.एस.टी समायोजित (यदि मान्य है) के साथ दर्शाये गए हैं।
आधी रात के बाद के समय २४:०० से अधिक हैं और आगामि दिन के समय को दर्शाते हैं। पञ्चाङ्ग में दिन सूर्योदय से शुरू होता है और पूर्व दिन सूर्योदय के साथ ही समाप्त हो जाता है।

महेश नवमी -0043

महेश नवमी को हिन्दु चन्द्र कैलेण्डर के अनुसार ज्येष्ठ माह में शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाया जाता है। भगवान शिव के विभिन्न पवित्र नामों में से एक नाम महेश भी है। महेश नवमी के पावन अवसर पर भगवान शिव तथा माता पार्वती की पूजा-आराधना की जाती है।

पौराणिक वर्णन के अनुसार, युधिष्टिर सम्वत 9 ज्येष्ठ शुक्ल नवमी के दिन भगवान महेश तथा आदिशक्ति माता पार्वती ने ऋषियों के श्राप के कारण पत्थर में परिवर्तित हो चुके 72 क्षत्रियों को शापमुक्त किया तथा पुनर्जीवन प्रदान करते हुये कहा कि, "आज से तुम्हारे वंशपर हमारी छाप रहेगी, तुम माहेश्वरी कहलाओगे"।

भगवान महेश एवं माता पार्वती के अनुग्रह से उन क्षात्रियों को पुनर्जीवन मिला तथा माहेश्वरी समाज का उद्भव हुआ। अतः भगवान महेश एवं माता पार्वती को माहेश्वरी समाज का संस्थापक माना जाता है।

महेश नवमी का उत्सव माहेश्वरी समाज में माहेश्वरी वंशोत्पत्ति दिन के रुप में विशाल स्तर पर मनाया जाता है। इस उत्सव की तैयारी पूर्व से ही आरम्भ हो जाती है। महेश नवमी के पावन अवसर पर विभिन्न प्रकार के धार्मिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है तथा शोभायात्रा निकाली जाती है। शिव जी के भक्त इस दिन महेश वन्दना का गायन करते हैं तथा शिव मन्दिरों में भगवान महेशजी की महाआरती की जाती है।

Kalash
कॉपीराइट नोटिस
PanditJi Logo
सभी छवियाँ और डेटा - कॉपीराइट
Ⓒ www.drikpanchang.com
प्राइवेसी पॉलिसी
द्रिक पञ्चाङ्ग और पण्डितजी लोगो drikpanchang.com के पञ्जीकृत ट्रेडमार्क हैं।
Android Play StoreIOS App Store
Drikpanchang Donation