चालीसा शब्द की उत्पत्ति चालिस शब्द से हुई है, जिसका अर्थ अंकों में 40 है। चालीसा एक भक्ति गीत हैं। चालीसा में 40 (४०) चौपईयाँ होती है। चालीसा के आरम्भ एवं अन्त में परिचय हेतु दोहे भी हो सकते हैं।
प्रस्तुत लेख में विभिन्न हिन्दु देवी-देवताओं की आरतियों का विस्तृत संग्रह प्रदान किया गया है। हिन्दु पूजा पद्धति में आरती का विशेष महत्व होता है। किसी भी प्रकार की पूजा एवं धार्मिक अनुष्ठान के अन्त में सम्बन्धित देवी-देवता की आरती अवश्य की जाती है।
प्रस्तुत लेख में महाराष्ट्र में प्रचलित विभिन्न देवी-देवताओं की आरतियों को मराठी बोल एवं वीडियो सहित सूचिबद्ध किया गया है। प्रस्तुत मराठी आरती संग्रह में उपलब्ध इन आरतियों का गायन दैनिक पूजन तथा विशेष उत्सवों के अवसर पर किया जाता है।
देवी-देवताओं को प्रसन्न करने व उनकी कृपा प्राप्त करने के लिये उनकी स्तुति, स्तोत्र के रूप में की जाती है। इस पृष्ठ में आप विभिन्न देवी-देवताओं के स्तोत्र पढ़ सकते हैं जिनका संकलन पवित्र ग्रन्थों और पुराणों से किया गया है।
हिन्दु धर्म में आठ छन्दों अथवा श्लोकों से युक्त स्तुति को अष्टकम् कहा जाता है। अष्टकम् के माध्यम से देवी-देवताओं की स्तुति एवं प्रार्थना की जाती है। अष्टकम् अत्यन्त प्रभावशाली होते हैं तथा इनका विधिवत पाठ करने से इच्छित परिणाम प्राप्त होते हैं।
द्रिक पञ्चाङ्ग के उपयोकर्ताओं के लिये विभिन्न हिन्दु देवी-देवताओं के विशेष मन्त्रों का संग्रह प्रदान किया गया है। मन्त्र का शाब्दिक अर्थ ध्वनि होता है। मन्त्रों की शक्ति के माध्यम से विभिन्न देवी-देवताओं का ध्यान, आह्वान एवं पूजन किया जा सकता है।
सुन्दरकाण्ड, गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित लोकप्रिय हिन्दु महाकाव्य श्री रामचरितमानस का एक भाग है। सुन्दरकाण्ड में हनुमानजी द्वारा लङ्का गमन, लङ्का दहन तथा लङ्का से माता सीता की सूचना लाने के मध्य घटित होने वाले घटनाक्रमों का वर्णन किया गया है।
नाम रामायणम् मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम की जीवन यात्रा पर आधारित १०८ श्लोकों वाला संस्कृत काव्य है। नाम रामायणम्, ऋषि वाल्मीकि द्वारा रचित संस्कृत महाकाव्य रामायण का ही एक संक्षिप्त रूप है। नाम रामायणम् मुख्यतः दक्षिण भारत में लोकप्रिय है।
श्री दुर्गा सप्तशती, देवी दुर्गा को समर्पित ७०० श्लोकों तथा १३ अध्यायों में विभक्त एक प्रसिद्ध धर्मग्रन्थ है, जिसका उद्भव ऋषि मार्कण्डेय द्वारा रचित मार्कण्डेय पुराण से हुआ है। दुर्गा सप्तशती के पाठ से साधक विभिन्न सिद्धियों को अर्जित कर अन्ततः उत्तम गति को प्राप्त होता है।
देवी-देवताओं के विभिन्न शुभ एवं पवित्र नामों के संग्रह को नामावली कहा जाता है। प्रस्तुत लेख में हिन्दु देवी-देवताओं के 32 नाम, 108 नाम तथा 1000 नामों के संग्रह को भी सूचीबद्ध किया गया है। पाठकों की सुविधा हेतु नामों के साथ उनके अर्थ एवं वीडियो भी उपलब्ध हैं।