टिप्पणी: सभी समय २४-घण्टा प्रारूप में Thanh Pho Nam Dinh, वियतनाम के स्थानीय समय और डी.एस.टी समायोजित (यदि मान्य है) के साथ दर्शाये गए हैं।
आधी रात के बाद के समय जो आगामि दिन के समय को दर्शाते हैं, आगामि दिन से प्रत्यय कर दर्शाये गए हैं। पञ्चाङ्ग में दिन सूर्योदय से शुरू होता है और पूर्व दिन सूर्योदय के साथ ही समाप्त हो जाता है।
वैदिक ज्योतिष में एक दिन, सूर्योदय से अगले दिन के सूर्योदय तक माना जाता है। अर्थात दिन सूर्योदय से प्रारम्भ होकर अगले दिन सूर्योदय पर अन्त होता है। सूर्योदय से सूर्यास्त के समय को 30 (३०) घटी (वैदिक समय गणना की इकाई) में विभाजित किया गया है। एवं सूर्यास्त से सूर्योदय के मध्य का समय भी 30 घटी में विभाजित किया जाता है। इसका अर्थ ये है कि, एक पूरे दिन में 60 (६०) घटी होती हैं।
एक पूरा दिन = 60 घटी
1 घटी = 60 पल
1 पल = 60 विपल
घटी समय को मापने की एक वैदिक इकाई है। यह एक दिन का तीसवाँ भाग होती है। यदि आप सूर्योदय से सूर्यास्त के मध्य के समय को 30 भागों में विभाजित करेंगे, तो हमें 1 घटी की अवधि प्राप्त होगी।
बहुत सी वेबसाइट और ज्योतिषी, घटी के समय अवधि को स्थिर समझ, एक घण्टे को 2.5 (ढाई) घटी के बराबर मान लेते हैं जो की सही नहीं है। घटी की अवधि (घटीकाल) स्थिर न होकर स्थान के अनुसार बदलती रहती है। 1 घटी लगभग 24 मिनट की होती है।
सूर्योदय और सूर्यास्त के मध्य की अवधि = 30 घटी
(सूर्योदय और सूर्यास्त के मध्य की अवधि / 30) = 1 घटी
एक दिन में कुल 30 मुहूर्त होते हैं। 15 मुहूर्त दिन में एवं 15 मुहूर्त रात्रि में होते हैं। प्रत्येक मुहूर्त 2 घटी का होता है, इसलिए ये 30 मुहूर्त "दो घटी मुहूर्त" के नाम से भी जाने जाते हैं। इन 30 महुर्तों के नाम निम्नलिखित हैं -