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-3220 कन्या संक्रान्ति पुण्य काल समय कोलंबस, Ohio, संयुक्त राज्य अमेरिका के लिये

DeepakDeepak

-3220 कन्या संक्रान्ति

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-3220
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Sankrantiसायन संक्रान्ति चुनें
कोलंबस, संयुक्त राज्य अमेरिका
कन्या संक्रान्ति
5वाँ
जुलाई -3220
Friday / शुक्रवार
कन्या संक्रान्ति पर अर्घ्य अर्पण
Kanya Sankranti

कन्या संक्रान्ति पुण्य काल मुहूर्त

कन्या संक्रान्ति शुक्रवार, जुलाई 5, -3220 को
कन्या संक्रान्ति पुण्य काल - 10:43 ए एम से 06:43 पी एम
अवधि - 08 घण्टे 01 मिनट
कन्या संक्रान्ति महा पुण्य काल - 10:43 ए एम से 01:13 पी एम
अवधि - 02 घण्टे 30 मिनट्स
कन्या संक्रान्ति का क्षण - 10:43 ए एम
कन्या संक्रान्ति फलम्

कन्या संक्रान्ति फलम्

  • विद्वान और शिक्षित लोगों के लिए यह संक्रान्ति अच्छी है।
  • वस्तुओं की लागत सामान्य होगी।
  • भय और चिन्ता लाती है।
  • लोग खांसी और ठण्ड से पीड़ित होंगे, राष्ट्रों के बीच संघर्ष होगा और बारिश के अभाव में अकाल की सम्भावना बनेगी।
कन्या संक्रान्ति मुहूर्त

कन्या संक्रान्ति मुहूर्त

संक्रान्ति करण: बव
संक्रान्ति दिन: Saturday / शनिवार
संक्रान्ति अवलोकन दिनाँक: जुलाई 05, -3220
संक्रान्ति गोचर दिनाँक: जुलाई 05, -3220
संक्रान्ति का समय: 10:43 ए एम, जुलाई 05
संक्रान्ति घटी: 12 (दिनमान)
संक्रान्ति चन्द्रराशि: वृषभ Vrishabha
संक्रान्ति नक्षत्र: रोहिणी (ध्रुव संज्ञक) Rohini
बव करण संक्रान्ति के साथ वाहन सिंह पर सवार
Sankranti Phalam

संक्रान्ति गुण
फलम् संकेत
नाम
राक्षसी
वार मुख
पश्चिम
दृष्टि
ईशान
गमन
उत्तर
वाहन
सिंह
उपवाहन
गज
वस्त्र
श्वेत
आयुध
भुशुण्डी
भक्ष्य पदार्थ
अन्न
गन्ध द्रव्य
कस्तूरी
वर्ण
देवता
पुष्प
नाग्केश्वर
वय
शिशु
अवस्था
पन्थ्
करण मुख
पूर्व
स्थिति
बैठी
भोजन पात्र
सुवर्ण
आभूषण
नुपुर
कन्चुकी
विचित्र

टिप्पणी: सभी समय १२-घण्टा प्रारूप में कोलंबस, संयुक्त राज्य अमेरिका के स्थानीय समय और डी.एस.टी समायोजित (यदि मान्य है) के साथ दर्शाये गए हैं।
आधी रात के बाद के समय जो आगामि दिन के समय को दर्शाते हैं, आगामि दिन से प्रत्यय कर दर्शाये गए हैं। पञ्चाङ्ग में दिन सूर्योदय से शुरू होता है और पूर्व दिन सूर्योदय के साथ ही समाप्त हो जाता है।

-3220 कन्या संक्रान्ति

कन्या संक्रान्ति, हिन्दु सौर कैलेण्डर में छठवें माह के आरम्भ का प्रतीक है। वर्ष में सभी बारह संक्रान्तियाँ दान-पुण्य गतिविधियों हेतु अत्यधिक शुभ होती हैं। प्रत्येक संक्रान्ति क्षण से पूर्व अथवा पश्चात में मात्र कुछ समय की अवधि ही संक्रान्ति से सम्बन्धित गतिविधियों के लिये शुभ मानी जाती है।

कन्या संक्रान्ति हेतु संक्रान्ति क्षण के उपरान्त सोलह घटी का समय शुभ एवं मंगलकारी माना जाता है तथा संक्रान्ति से लेकर संक्रान्ति के पश्चात की सोलह घटी तक का समय सभी दान-पुण्य गतिविधियों के लिये स्वीकार किया जाता है।

कन्या संक्रान्ति दिवस को विश्वकर्मा पूजा दिवस के रूप में भी मनाया जाता है।

दक्षिण भारत में संक्रान्ति को सङ्क्रमणनम् कहा जाता है।

Kalash
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