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-0540 कन्या संक्रान्ति पुण्य काल समय Fairfield, Connecticut, संयुक्त राज्य अमेरिका के लिये

DeepakDeepak

-0540 कन्या संक्रान्ति

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-0540
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Sankrantiसायन संक्रान्ति चुनें
Fairfield, संयुक्त राज्य अमेरिका
कन्या संक्रान्ति
12वाँ
अगस्त -0540
Friday / शुक्रवार
कन्या संक्रान्ति पर अर्घ्य अर्पण
Kanya Sankranti

कन्या संक्रान्ति पुण्य काल मुहूर्त

कन्या संक्रान्ति शुक्रवार, अगस्त 12, -0540 को
कन्या संक्रान्ति पुण्य काल - 04:59 से 11:59
अवधि - 07 घण्टे 00 मिनट्स
कन्या संक्रान्ति महा पुण्य काल - 04:59 से 07:19
अवधि - 02 घण्टे 20 मिनट्स
कन्या संक्रान्ति का क्षण - अगस्त 12 को 01:17 बजे
कन्या संक्रान्ति फलम्

कन्या संक्रान्ति फलम्

  • विद्वान और शिक्षित लोगों के लिए यह संक्रान्ति अच्छी है।
  • वस्तुओं की लागत महँगी होगी।
  • मृत्यु का संयोग है।
  • लोग खांसी और ठण्ड से पीड़ित होंगे, राष्ट्रों के बीच संघर्ष होगा और बारिश के अभाव में अकाल की सम्भावना बनेगी।
कन्या संक्रान्ति मुहूर्त

कन्या संक्रान्ति मुहूर्त

संक्रान्ति करण: किंस्तुघ्न
संक्रान्ति दिन: Saturday / शनिवार
संक्रान्ति अवलोकन दिनाँक: अगस्त 12, -0540
संक्रान्ति गोचर दिनाँक: अगस्त 12, -0540
संक्रान्ति का समय: अगस्त 12 को 01:17 बजे
संक्रान्ति घटी: 48 (रात्रिमान)
संक्रान्ति चन्द्रराशि: कन्या Kanya
संक्रान्ति नक्षत्र: उत्तराफाल्गुनी (ध्रुव संज्ञक) Uttara Phalguni
किंस्तुघ्न करण संक्रान्ति के साथ वाहन वाश्र पर सवार
Sankranti Phalam

संक्रान्ति गुण
फलम् संकेत
नाम
राक्षसी
वार मुख
पश्चिम
दृष्टि
ईशान
गमन
उत्तर
वाहन
वाश्र
उपवाहन
वराह
वस्त्र
मेघ वर्ण
आयुध
बाण
भक्ष्य पदार्थ
शक्कर
गन्ध द्रव्य
कर्पूर
वर्ण
संकरा
पुष्प
जपा (गुड़हल)
वय
परिव्राजिक
अवस्था
वृद्ध
करण मुख
सम्वादी
स्थिति
खड़ी
भोजन पात्र
काष्ठ पात्र / लकड़ी का पात्र
आभूषण
सुवर्ण
कन्चुकी
पन्दुरा

टिप्पणी: सभी समय २४:००+ प्रारूप में Fairfield, संयुक्त राज्य अमेरिका के स्थानीय समय और डी.एस.टी समायोजित (यदि मान्य है) के साथ दर्शाये गए हैं।
आधी रात के बाद के समय २४:०० से अधिक हैं और आगामि दिन के समय को दर्शाते हैं। पञ्चाङ्ग में दिन सूर्योदय से शुरू होता है और पूर्व दिन सूर्योदय के साथ ही समाप्त हो जाता है।

-0540 कन्या संक्रान्ति

कन्या संक्रान्ति, हिन्दु सौर कैलेण्डर में छठवें माह के आरम्भ का प्रतीक है। वर्ष में सभी बारह संक्रान्तियाँ दान-पुण्य गतिविधियों हेतु अत्यधिक शुभ होती हैं। प्रत्येक संक्रान्ति क्षण से पूर्व अथवा पश्चात में मात्र कुछ समय की अवधि ही संक्रान्ति से सम्बन्धित गतिविधियों के लिये शुभ मानी जाती है।

कन्या संक्रान्ति हेतु संक्रान्ति क्षण के उपरान्त सोलह घटी का समय शुभ एवं मंगलकारी माना जाता है तथा संक्रान्ति से लेकर संक्रान्ति के पश्चात की सोलह घटी तक का समय सभी दान-पुण्य गतिविधियों के लिये स्वीकार किया जाता है।

कन्या संक्रान्ति दिवस को विश्वकर्मा पूजा दिवस के रूप में भी मनाया जाता है।

दक्षिण भारत में संक्रान्ति को सङ्क्रमणनम् कहा जाता है।

Kalash
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