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-9448 मकर संक्रान्ति पुण्य काल समय Fairfield, Connecticut, संयुक्त राज्य अमेरिका के लिये

DeepakDeepak

-9448 मकर संक्रान्ति

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-9448
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Fairfield, संयुक्त राज्य अमेरिका
मकर संक्रान्ति
3वाँ
अगस्त -9448
Tuesday / मंगलवार
मकर संक्रान्ति सूर्य देव
Makar Sankranti Surya Dev

मकर संक्रान्ति पुण्य काल मुहूर्त

मकर संक्रान्ति मंगलवार, अगस्त 3, -9448 को
मकर संक्रान्ति पुण्य काल - 05:12 ए एम से 07:15 पी एम
अवधि - 14 घण्टे 04 मिनट्स
मकर संक्रान्ति महा पुण्य काल - 05:12 ए एम से 07:33 ए एम
अवधि - 02 घण्टे 21 मिनट्स
मकर संक्रान्ति का क्षण - 11:53 पी एम, अगस्त 02
मकर संक्रान्ति फलम्

मकर संक्रान्ति फलम्

  • चोरों के लिए यह संक्रान्ति अच्छी है।
  • वस्तुओं की लागत सामान्य होगी।
  • धन और समृद्धि लाती है।
  • लोग खांसी और ठण्ड से पीड़ित होंगे, राष्ट्रों के बीच संघर्ष होगा और बारिश के अभाव में अकाल की सम्भावना बनेगी।
मकर संक्रान्ति मुहूर्त

मकर संक्रान्ति मुहूर्त

संक्रान्ति करण: गर
संक्रान्ति दिन: Tuesday / मंगलवार
संक्रान्ति अवलोकन दिनाँक: अगस्त 03, -9449
संक्रान्ति गोचर दिनाँक: अगस्त 03, -9449
संक्रान्ति का समय: 05:45 पी एम, अगस्त 03
संक्रान्ति घटी: 27 (दिनमान)
संक्रान्ति चन्द्रराशि: तुला Tula
संक्रान्ति नक्षत्र: स्वाती (चर संज्ञक) Swati
गर करण संक्रान्ति के साथ वाहन गज पर सवार
Sankranti Phalam

संक्रान्ति गुण
फलम् संकेत
नाम
महोदर
वार मुख
दक्षिण
दृष्टि
वायव्य
गमन
पश्चिम
वाहन
गज
उपवाहन
गर्दभ
वस्त्र
लाल
आयुध
धनुष
भक्ष्य पदार्थ
दुग्ध
गन्ध द्रव्य
गोरोचन
वर्ण
पशु
पुष्प
बिल्व
वय
प्रौढ़ा
अवस्था
दुर्मुख
करण मुख
वायव्य
स्थिति
बैठी
भोजन पात्र
लोहा
आभूषण
मुकुट
कन्चुकी
गुलाबी

टिप्पणी: सभी समय १२-घण्टा प्रारूप में Fairfield, संयुक्त राज्य अमेरिका के स्थानीय समय और डी.एस.टी समायोजित (यदि मान्य है) के साथ दर्शाये गए हैं।
आधी रात के बाद के समय जो आगामि दिन के समय को दर्शाते हैं, आगामि दिन से प्रत्यय कर दर्शाये गए हैं। पञ्चाङ्ग में दिन सूर्योदय से शुरू होता है और पूर्व दिन सूर्योदय के साथ ही समाप्त हो जाता है।

-9448 मकर संक्रान्ति

मकर संक्रान्ति के क्षण से प्रारम्भ कर, 40 घटी के तक का समय मकर संक्रान्ति से सम्बन्धित शुभ कार्य करने हेतु उत्तम माना जाता है। यदि 1 घटी की अवधि 24 मिनट मानी जाये, तो 40 घटी की अवधि, भारतीय भौगोलिक स्थिति के लिये, लगभग 16 घण्टे की समयावधि होती है। 40 घटी की यह समयावधि पुण्य काल के नाम से जानी जाती है। संक्रान्ति के अवसर पर की जाने वाली विभिन्न क्रियायें, जैसे पवित्र स्नान करना, भगवान सूर्य को नैवेद्य अर्पण करना, दान-दक्षिणा देना, श्राद्ध कर्म करना तथा व्रत का पारण करना, यह सभी गतिविधियाँ पुण्य काल के समय ही की जानी चाहिये।

यदि मकर संक्रान्ति सूर्यास्त के उपरान्त होती है, तो ऐसी स्थिति में पुण्य काल की सभी गतिविधियाँ अगले दिन सूर्योदय काल तक स्थगित कर दी जाती हैं। अतः पुण्य काल की सभी गतिविधियाँ दिन के समय ही सम्पन्न करनी चाहिये।

द्रिकपञ्चाङ्ग.कॉम, मकर संक्रान्ति क्षण एवं 40 घटी के मध्य आने वाले संक्रान्ति मुहूर्तों का सुझाव देता है। हम इन मुहूर्तों को पुण्य काल मुहूर्त के नाम से सूचीबद्ध करते हैं। हिन्दु धार्मिक ग्रन्थों के अनुसार, सूर्योदय के उपरान्त 5 घटी का समय (यदि संक्रान्ति पिछले दिन के सूर्यास्त के पश्चात होती है) तथा संक्रान्ति क्षण के 1 घटी के उपरान्त तक (यदि संक्रान्ति दिन के समय होती है) का समय अत्यन्त शुभ माना गया है। यदि यह मुहूर्त उपलब्ध है, तो हम इसे महापुण्य काल मुहूर्त के रूप में सूचीबद्ध करते हैं। महापुण्य काल मुहूर्त उपलब्ध होने पर उसे पुण्य काल मुहूर्त से अधिक प्राथमिकता दी जानी चाहिये।

तमिल नाडु राज्य में संक्रान्ति अथवा संक्रान्थि को पोंगल के नाम से जाना जाता है। गुजरात एवं राजस्थान में मकर संक्रान्ति को उत्तरायण के नाम से जाना जाता है। हरियाणा एवं पंजाब में मकर संक्रान्ति को माघी के नाम से जाना जाता है।

संक्रान्ति पुण्य काल मुहूर्त, सभी शहरों के लिये भिन्न-भिन्न होता है। अतः संक्रान्ति मुहूर्त देखने से पूर्व अपना क्षेत्र अथवा स्थान अवश्य चयनित करें।

द्रिकपञ्चाङ्ग.कॉम टीम की ओर से सभी को संक्रान्ति एवं पोंगल की हार्दिक शुभकामनायें

Kalash
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