☰
Search
Mic
हि
Android Play StoreIOS App Store
Setting
Clock

-2004 मिथुन संक्रान्ति पुण्य काल समय कोलंबस, Ohio, संयुक्त राज्य अमेरिका के लिये

DeepakDeepak

-2004 मिथुन संक्रान्ति

X
Rotate
Toolbar
वर्ष
-2004
वर्ष बदलें
Sankrantiसायन संक्रान्ति चुनें
कोलंबस, संयुक्त राज्य अमेरिका
मिथुन संक्रान्ति
19वाँ
अप्रैल -2004
Thursday / गुरुवार
मिथुन संक्रान्ति
Mithuna Sankranti

मिथुन संक्रान्ति पुण्य काल मुहूर्त

मिथुन संक्रान्ति बृहस्पतिवार, अप्रैल 19, -2004 को
मिथुन संक्रान्ति पुण्य काल - 12:29 पी एम से 07:11 पी एम
अवधि - 06 घण्टे 42 मिनट्स
मिथुन संक्रान्ति महा पुण्य काल - 04:57 पी एम से 07:11 पी एम
अवधि - 02 घण्टे 14 मिनट्स
मिथुन संक्रान्ति का क्षण - 08:21 पी एम
मिथुन संक्रान्ति फलम्

मिथुन संक्रान्ति फलम्

  • विद्वान और शिक्षित लोगों के लिए यह संक्रान्ति अच्छी है।
  • वस्तुओं की लागत सस्ती होगी।
  • अति कष्टपूर्ण समय लाती है।
  • लोगों को स्वास्थ्य लाभ होगा, राष्ट्रों के बीच सम्बन्ध मधुर होंगे और अनाज भण्डारण में वृद्धि होगी।
मिथुन संक्रान्ति मुहूर्त

मिथुन संक्रान्ति मुहूर्त

संक्रान्ति करण: चतुष्पाद
संक्रान्ति दिन: Friday / शुक्रवार
संक्रान्ति अवलोकन दिनाँक: अप्रैल 19, -2004
संक्रान्ति गोचर दिनाँक: अप्रैल 19, -2004
संक्रान्ति का समय: 08:21 पी एम, अप्रैल 19
संक्रान्ति घटी: 33 (रात्रिमान)
संक्रान्ति चन्द्रराशि: वृषभ Vrishabha
संक्रान्ति नक्षत्र: रोहिणी (ध्रुव संज्ञक) Rohini
चतुष्पाद करण संक्रान्ति के साथ वाहन छाग पर सवार
Sankranti Phalam

संक्रान्ति गुण
फलम् संकेत
नाम
मिश्र
वार मुख
पूर्व
दृष्टि
नैऋत्य
गमन
पूर्व
वाहन
छाग
उपवाहन
महिष
वस्त्र
कम्बल
आयुध
पाश
भक्ष्य पदार्थ
मधु
गन्ध द्रव्य
सुरमा
वर्ण
वैश्य
पुष्प
बेल
वय
अति बन्ध्य
अवस्था
ध्यान
करण मुख
अधो (पाताल)
स्थिति
सोती
भोजन पात्र
हाथ
आभूषण
नीलम
कन्चुकी
चर्म

टिप्पणी: सभी समय १२-घण्टा प्रारूप में कोलंबस, संयुक्त राज्य अमेरिका के स्थानीय समय और डी.एस.टी समायोजित (यदि मान्य है) के साथ दर्शाये गए हैं।
आधी रात के बाद के समय जो आगामि दिन के समय को दर्शाते हैं, आगामि दिन से प्रत्यय कर दर्शाये गए हैं। पञ्चाङ्ग में दिन सूर्योदय से शुरू होता है और पूर्व दिन सूर्योदय के साथ ही समाप्त हो जाता है।

-2004 मिथुन संक्रान्ति

मिथुन संक्रान्ति हिन्दु कैलेण्डर में तीसरे सौर माह के आरम्भ का प्रतीक है। वर्ष की सभी बारह संक्रान्ति दान-पुण्य आदि धार्मिक कृत्यों के लिये अत्यधिक शुभ होती हैं। प्रत्येक संक्रान्ति क्षण से पूर्व अथवा पश्चात की निश्चित समयावधि ही संक्रान्ति से सम्बन्धित गतिविधियों हेतु शुभ मानी जाती है।

मिथुन संक्रान्ति के लिये संक्रान्ति क्षण के उपरान्त की सोलह घटी को शुभ माना जाता है तथा समस्त प्रकार की दान-पुण्य गतिविधियों के लिये संक्रान्ति से लेकर संक्रान्ति के पश्चात की सोलह घटी तक का समय स्वीकार किया जाता है।

मिथुन संक्रान्ति के समय वस्त्र उपहार में देना अथवा दान करना अत्यन्त शुभ माना जाता है।

वर्तमान में मिथुन संक्रान्ति 14 जून अथवा 15 जून को पड़ती है। दक्षिण भारत में संक्रान्ति को संक्रमणम् कहा जाता है।

Kalash
कॉपीराइट नोटिस
PanditJi Logo
सभी छवियाँ और डेटा - कॉपीराइट
Ⓒ www.drikpanchang.com
प्राइवेसी पॉलिसी
द्रिक पञ्चाङ्ग और पण्डितजी लोगो drikpanchang.com के पञ्जीकृत ट्रेडमार्क हैं।
Android Play StoreIOS App Store
Drikpanchang Donation