☰
Search
Mic
हि
Android Play StoreIOS App Store
Setting
Clock

-0534 वृषभ संक्रान्ति पुण्य काल समय Fairfield, Connecticut, संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए

DeepakDeepak

-0534 वृषभ संक्रान्ति

X
Rotate
Toolbar
वर्ष
-0534
वर्ष बदलें
Sankrantiसायन संक्रान्ति चुनें
Fairfield, संयुक्त राज्य अमेरिका
वृषभ संक्रान्ति
9वाँ
अप्रैल -0534
Saturday / शनिवार
वृषभ संक्रान्ति
Vrishabha Sankranti

वृषभ संक्रान्ति पुण्य काल मुहूर्त

वृषभ संक्रान्ति शनिवार, अप्रैल 9, -0534 को
वृषभ संक्रान्ति पुण्य काल - 05:26 ए एम से 10:57 ए एम
अवधि - 05 घण्टे 31 मिनट्स
वृषभ संक्रान्ति महा पुण्य काल - 08:47 ए एम से 10:57 ए एम
अवधि - 02 घण्टे 10 मिनट्स
वृषभ संक्रान्ति का क्षण - 10:57 ए एम
वृषभ संक्रान्ति फलम्

वृषभ संक्रान्ति फलम्

  • छोटे (निम्न) कार्यों में शामिल लोगों के लिए यह संक्रान्ति अच्छी है।
  • वस्तुओं की लागत महँगी होगी।
  • प्रावधानों की प्रचुर आपूर्ति लाती है।
  • लोगों को स्वास्थ्य लाभ होगा, राष्ट्रों के बीच सम्बन्ध मधुर होंगे और अनाज भण्डारण में वृद्धि होगी।
वृषभ संक्रान्ति मुहूर्त

वृषभ संक्रान्ति मुहूर्त

संक्रान्ति करण: शकुनि
संक्रान्ति दिन: Monday / सोमवार
संक्रान्ति अवलोकन दिनाँक: अप्रैल 09, -0534
संक्रान्ति गोचर दिनाँक: अप्रैल 09, -0534
संक्रान्ति का समय: 10:57 ए एम, अप्रैल 09
संक्रान्ति घटी: 13 (दिनमान)
संक्रान्ति चन्द्रराशि: मेष Mesha
संक्रान्ति नक्षत्र: भरणी (उग्र संज्ञक) Bharani
शकुनि करण संक्रान्ति के साथ वाहन कुक्कुर पर सवार
Sankranti Phalam

संक्रान्ति गुण
फलम् संकेत
नाम
ध्वाङ्क्षी
वार मुख
पश्चिम
दृष्टि
ईशान
गमन
उत्तर
वाहन
कुक्कुर
उपवाहन
वृषभ / तेंदुआ
वस्त्र
चित्र
आयुध
कुन्ता
भक्ष्य पदार्थ
गुड़
गन्ध द्रव्य
बिरलमद
वर्ण
क्षत्रिय
पुष्प
कमल
वय
बन्ध्य
अवस्था
कम्पित
करण मुख
नैऋत्य
स्थिति
खड़ी
भोजन पात्र
वस्त्र
आभूषण
कौड़ी
कन्चुकी
अजिन

टिप्पणी: सभी समय १२-घण्टा प्रारूप में Fairfield, संयुक्त राज्य अमेरिका के स्थानीय समय और डी.एस.टी समायोजित (यदि मान्य है) के साथ दर्शाये गए हैं।
आधी रात के बाद के समय जो आगामि दिन के समय को दर्शाते हैं, आगामि दिन से प्रत्यय कर दर्शाये गए हैं। पञ्चाङ्ग में दिन सूर्योदय से शुरू होता है और पूर्व दिन सूर्योदय के साथ ही समाप्त हो जाता है।

-0534 वृषभ संक्रान्ति

वृषभ संक्रान्ति हिन्दु सौर कैलेण्डर में द्वितीय माह के आरम्भ का प्रतीक है। वर्ष की सभी बारह संक्रान्ति दान-पुण्य आदि कार्यों हेतु अत्यन्त शुभ होती हैं। प्रत्येक संक्रान्ति क्षण से पूर्व अथवा पश्चात की निश्चित समयावधि ही संक्रान्ति से सम्बन्धित गतिविधियों के लिये शुभ मानी जाती है।

वृषभ संक्रान्ति हेतु संक्रान्ति क्षण से पूर्व की सोलह घटी को शुभ माना जाता है तथा संक्रान्ति पूर्व की सोलह घटी से लेकर संक्रान्ति क्षण तक का समय सभी दान-पुण्य गतिविधियों के लिये स्वीकार किया जाता है।

वृषभ संक्रान्ति के समय गौदान करना अत्यधिक शुभ माना जाता है।

वर्तमान में वृषभ संक्रान्ति 14 मई अथवा 15 मई को पड़ती है। दक्षिण भारत में संक्रान्ति को सङ्क्रमणम् कहा जाता है।

Kalash
कॉपीराइट नोटिस
PanditJi Logo
सभी छवियाँ और डेटा - कॉपीराइट
Ⓒ www.drikpanchang.com
प्राइवेसी पॉलिसी
द्रिक पञ्चाङ्ग और पण्डितजी लोगो drikpanchang.com के पञ्जीकृत ट्रेडमार्क हैं।
Android Play StoreIOS App Store
Drikpanchang Donation