मंगलवार के दिन, वृद्धि योग के दिन, संक्रान्ति के दिन तथा रविवार और हस्त नक्षत्र से बनने वाले अमृत सिद्धि योग के दिन कर्ज लेने से बचना चाहिये। इन समयों के दौरान ऋण लेने से पुनर्भुगतान में कठिनाइयाँ उत्पन्न होगी और पीढ़ियों के लिये बोझ बना रहेगा। मंगलवार के दिन भूलवश भी धन उधार नहीं लेना चाहिये। बुधवार का दिन कर्ज लेने के लिए लाभकारी होता है।
टिप्पणी: सभी समय २४:००+ प्रारूप में कोलंबस, संयुक्त राज्य अमेरिका के स्थानीय समय और डी.एस.टी समायोजित (यदि मान्य है) के साथ दर्शाये गए हैं।
आधी रात के बाद के समय २४:०० से अधिक हैं और आगामि दिन के समय को दर्शाते हैं। पञ्चाङ्ग में दिन सूर्योदय से शुरू होता है और पूर्व दिन सूर्योदय के साथ ही समाप्त हो जाता है।
सभी समय अन्तरालों को तीन भागों में वर्गीकृत किया गया है -
साथ ही ऋण लेते समय मुहूर्त लग्न के दौरान नक्षत्र, लग्न और ग्रहों की स्थिति धन सम्बन्धी लेन-देन के लिये शुभ होनी चाहिये।
वैदिक ज्योतिष के अनुसार, सभी चल राशियों अर्थात मेष (1), कर्क (4), तुला (7) और मकर (10) के लग्न को मौद्रिक लेनदेन के लिये अच्छा माना जाता है।
सभी चल नक्षत्र अर्थात पुनर्वसु (7), स्वाति (15), श्रवण (22), धनिष्ठा (23), शतभिषा (24), सभी मधुर नक्षत्र अर्थात मृगशिरा (5), चित्रा (14), अनुराधा (17), रेवती (27) और अश्विनी (1), पुष्य (8), विशाखा (16) को मौद्रिक लेनदेन के लिये अच्छा माना जाता है।
मौद्रिक लेनदेन का आदर्श समय तब होता है जब 5वाँ, 8वाँ और 9वाँ घर रिक्त हो अर्थात इन घरों में किसी ग्रह का वास नहीं होना चाहिये।
कर्ज लेने से बचने वाले दिन कर्ज चुकाने के लिये अच्छे होते हैं।