ऊँ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः।
सूर्य बीज मन्त्र, सूर्यदेव को समर्पित एक अत्यन्त लोकप्रिय मन्त्र है। इस मन्त्र को तन्त्रोक्त सूर्य मन्त्र के रूप में भी जाना जाता है। बीज मन्त्र अत्यधिक शक्तिशाली एवं दैवीय ऊर्जा से परिपूर्ण होते हैं। यह मन्त्र छोटे होते हैं तथा इनका जाप अधिक सङ्ख्या में जाप करना सुलभ होता है।
सूर्य बीज मन्त्र का जाप विधिपूर्वक करने से कुण्डली में सूर्य की स्थिति अनुकूल होती है तथा सूर्य जनित समस्याओं का समाधान होता है। भगवान सूर्य अपने भक्तों को सुख, सौभाग्य एवं अनुकूल स्वास्थ्य प्रदान करते हैं।