*द्रिक पञ्चाङ्ग केवल अपने उपयोगकर्ताओं के लिए निःशुल्क श्री कुबेर यन्त्र प्रदान कराता है। उपयोगकर्ता इस छवि को सुरक्षित/डाउनलोड कर सकते हैं और अपने प्रियजनों को भेज सकते हैं। यह यन्त्र सर्वाधिकार के तहत संरक्षित है और इसका व्यावसायिक उद्देश्य के लिए प्रयोग निषिद्ध है।
धनतेरस को धनत्रोदशी भी कहा जाता है। धनतेरस के अवसर पर श्री कुबेर यन्त्र की पूजा को अत्यन्त महत्वपूर्ण माना जाता है। हिन्दु धर्म में, प्रत्येक देव को एक विशेष यन्त्र द्वारा निरूपित किया जाता है। ये यन्त्र अपने सम्बन्धित देव का साक्षात् स्वरूप होते हैं इसलिये इन यन्त्रों को अत्यधिक शक्तिशाली माना जाता है। किसी देव के स्थान पर उनके यन्त्र का उपयोग भी किया जा सकता है। अनेक व्यक्ति देवों के स्थान पर उनके धातु निर्मित यन्त्रों की पूजा करते हैं। पूजा से पूर्व दीवार या भूमि पर भी यन्त्र बनाया जा सकता है।
हमने द्रिकपञ्चाङ्ग के पाठकों के लिये श्री कुबेर देव यन्त्र उपलब्ध किया हुआ है। दिए गए यन्त्र का परिमाप A4 आकार के पृष्ठ के लिये उपयुक्त है। इस यन्त्र का पिक्सल आकार 1500x1061 है, जो कि एक पूर्ण आकर के पृष्ठ पर अच्छी गुणवत्ता का चित्र प्रदान करने हेतु उपयुक्त है।