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-4517 चन्द्र दर्शन के दिन | चन्द्रमा के दर्शन का पहला दिन लँकेस्टर, California, संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए

DeepakDeepak

-4517 चन्द्र दर्शन

-4517 चन्द्र दर्शन के दिन
[-4461 - -4460] विक्रम सम्वत
चन्द्र दर्शन
जनवरी 7, -4517, शुक्रवार
प्रतिपदा
01 घण्टा 09 मिनट्स
चन्द्र दर्शन
फरवरी 6, -4517, रविवार
प्रतिपदा
01 घण्टा 28 मिनट्स
चन्द्र दर्शन
मार्च 7, -4517, सोमवार
प्रतिपदा
00 घण्टे 51 मिनट्स
चन्द्र दर्शन
अप्रैल 6, -4517, बुधवार
प्रतिपदा
01 घण्टा 08 मिनट्स
चन्द्र दर्शन
मई 6, -4517, शुक्रवार
प्रतिपदा
01 घण्टा 23 मिनट्स
चन्द्र दर्शन
जून 5, -4517, रविवार
प्रतिपदा
01 घण्टा 31 मिनट्स
चन्द्र दर्शन
जुलाई 4, -4517, सोमवार
प्रतिपदा
00 घण्टे 50 मिनट्स
चन्द्र दर्शन
अगस्त 3, -4517, बुधवार
प्रतिपदा
01 घण्टा 04 मिनट्स
चन्द्र दर्शन
सितम्बर 1, -4517, बृहस्पतिवार
प्रतिपदा
00 घण्टे 48 मिनट्स
चन्द्र दर्शन
अक्टूबर 1, -4517, शनिवार
प्रतिपदा
01 घण्टा 23 मिनट्स
चन्द्र दर्शन
अक्टूबर 30, -4517, रविवार
प्रतिपदा
01 घण्टा 18 मिनट्स
चन्द्र दर्शन
नवम्बर 28, -4517, सोमवार
प्रतिपदा
01 घण्टा 06 मिनट्स
चन्द्र दर्शन
दिसम्बर 28, -4517, बुधवार
प्रतिपदा
01 घण्टा 46 मिनट्स

टिप्पणी: सभी समय २४:००+ प्रारूप में लँकेस्टर, संयुक्त राज्य अमेरिका के स्थानीय समय और डी.एस.टी समायोजित (यदि मान्य है) के साथ दर्शाये गए हैं।
आधी रात के बाद के समय २४:०० से अधिक हैं और आगामि दिन के समय को दर्शाते हैं। पञ्चाङ्ग में दिन सूर्योदय से शुरू होता है और पूर्व दिन सूर्योदय के साथ ही समाप्त हो जाता है।

-4517 चन्द्र दर्शन

Chandra Darshan Dates

अमावस्या के बाद अगले दिन या दूसरे दिन को चन्द्र दर्शन दिवस कहा जाता है। जब चन्द्रमा पृथ्वी से दिखाई नहीं देता है तो इस घटना को हिन्दु धर्म में अमावस्या कहते हैं और ज्योतिष शास्त्र में मास की यह तिथि अमावस्या कहलाती है। चन्द्र दर्शन का अपना एक धार्मिक महत्व है। लोग इस दिन उपवास रखते हैं और शाम में चन्द्र दर्शन के बाद ही भोजन ग्रहण करते हैं।

ज्योतिष शास्त्र में चन्द्र दर्शन दिवस की गणना चुनौतीपूर्ण होती है। क्यूँकि, इस दिन सूर्यास्त के तत्काल बाद चन्द्रमा मात्र कुछ समय के लिए ही दिखाई देता है। चन्द्र दर्शन वाले दिन चन्द्रमा और सूर्य दोनों समान क्षितिज पर स्थित होते हैं जिसकी बजह से चन्द्र दर्शन सूर्यास्त के बाद ही सम्भव होता है, जब चन्द्रमा स्वयं ही अस्त होने वाला होता है।

Kalash
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