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1704 गुरु प्रदोष व्रत का दिन Tadpatri, आन्ध्र प्रदेश, भारत के लिये

DeepakDeepak

1704 गुरु प्रदोष व्रत

Location
Tadpatri, भारत
गुरु प्रदोष व्रत
17वाँ
अप्रैल 1704
Thursday / गुरुवार
शिव पार्वती अर्धनारीश्वर
Shiva Parvati Ardhanarishvara

प्रदोष पूजा समय

गुरु शुक्ल प्रदोष व्रत बृहस्पतिवार, अप्रैल 17, 1704 को
प्रदोष पूजा मुहूर्त - 18:56 से 21:14
अवधि - 02 घण्टे 18 मिनट्स
दिन का प्रदोष समय - 18:56 से 21:14
त्रयोदशी तिथि प्रारम्भ - अप्रैल 17, 1704 को 08:10 बजे
त्रयोदशी तिथि समाप्त - अप्रैल 18, 1704 को 08:11 बजे

टिप्पणी: सभी समय २४-घण्टा प्रारूप में Tadpatri, भारत के स्थानीय समय और डी.एस.टी समायोजित (यदि मान्य है) के साथ दर्शाये गए हैं।
आधी रात के बाद के समय जो आगामि दिन के समय को दर्शाते हैं, आगामि दिन से प्रत्यय कर दर्शाये गए हैं। पञ्चाङ्ग में दिन सूर्योदय से शुरू होता है और पूर्व दिन सूर्योदय के साथ ही समाप्त हो जाता है।

1704 गुरु प्रदोष

प्रदोष व्रत चन्द्र मास की दोनों त्रयोदशी के दिन किया जाता है जिसमे से एक शुक्ल पक्ष के समय और दूसरा कृष्ण पक्ष के समय होता है। जिस दिन त्रयोदशी तिथि प्रदोष काल के समय व्याप्त होती है उसी दिन प्रदोष का व्रत किया जाता है। प्रदोष काल सूर्यास्त से प्रारम्भ हो जाता है। जब त्रयोदशी तिथि और प्रदोष साथ-साथ होते हैं (जिसे त्रयोदशी और प्रदोष का अधिव्यापन भी कहते हैं) वह समय शिव पूजा के लिये सर्वश्रेष्ठ होता है।

जब प्रदोष का दिन गुरुवार को पड़ता है, तो इसे गुरु प्रदोष के नाम से जाना जाता है।

Kalash
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