☰
Search
Mic
हि
Android Play StoreIOS App Store
Setting
Clock

-7712 हरियाली अमावस्या का दिन नई दिल्ली, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र, भारत के लिए

DeepakDeepak

-7712 हरियाली अमावस्या

नई दिल्ली, भारत
हरियाली अमावस्या
24वाँ
मार्च -7712
Thursday / गुरुवार
हरियाली अमावस्या
Hariyali Amavasya

हरियाली अमावस्या पूजा का समय

हरियाली अमावस्या बृहस्पतिवार, मार्च 24, -7712 को
अमावस्या तिथि प्रारम्भ - मार्च 23, -7712 को 23:50 बजे
अमावस्या तिथि समाप्त - मार्च 24, -7712 को 24:16+ बजे

टिप्पणी: सभी समय २४:००+ प्रारूप में नई दिल्ली, भारत के स्थानीय समय और डी.एस.टी समायोजित (यदि मान्य है) के साथ दर्शाये गए हैं।
आधी रात के बाद के समय २४:०० से अधिक हैं और आगामि दिन के समय को दर्शाते हैं। पञ्चाङ्ग में दिन सूर्योदय से शुरू होता है और पूर्व दिन सूर्योदय के साथ ही समाप्त हो जाता है।

हरियाली अमावस्या -7712

उत्तर भारत में, पवित्र श्रावण माह की अमावस्या तिथि को हरियाली अमावस्या के रूप में मनाया जाता है। हरियाली अमावस्या को अत्यन्त शुभ माना जाता है। सामान्यतः हरियाली अमावस्या, प्रसिद्ध हरियाली तीज से तीन दिवस पूर्व आती है।

उत्तर भारत के विभिन्न मन्दिरों में, विशेष रूप से मथुरा एवं वृन्दावन में, हरियाली अमावस्या के अवसर पर विशेष दर्शन का आयोजन किया जाता है। भगवान कृष्ण के इन विशेष दर्शन का लाभ लेने के लिये, हजारों की सँख्या में कृष्ण भक्त मथुरा में द्वारकाधीश मन्दिर तथा वृन्दावन में बाँकेबिहारी मन्दिर जाते हैं।

वृन्दावन के बाँकेबिहारी मन्दिर में बनाया जाने वाला फूल बंगला, कृष्ण भक्तों के मध्य विश्व प्रसिद्ध है। कृष्ण मन्दिरों के अतिरिक्त, विभिन्न शिव मन्दिर भी हरियाली अमावस्या के दिन विशेष शिव दर्शन की व्यवस्था करते हैं।

हरियाली अमावस्या श्रावण मास के दौरान आती है, किन्तु आन्ध्र प्रदेश, गोवा, महाराष्ट्र, कर्णाटक, गुजरात तथा तमिलनाडु में यह आषाढ़ अमावस्या के रूप में जानी जाती है, क्योंकि इन राज्यों में अमान्त चन्द्र कैलेण्डर का अनुसरण किया जाता है।

गुजरात में, हरियाली अमावस्या को हरियाली अमावस तथा हरियाली अमास के नाम से भी जाना जाता है।

Kalash
कॉपीराइट नोटिस
PanditJi Logo
सभी छवियाँ और डेटा - कॉपीराइट
Ⓒ www.drikpanchang.com
प्राइवेसी पॉलिसी
द्रिक पञ्चाङ्ग और पण्डितजी लोगो drikpanchang.com के पञ्जीकृत ट्रेडमार्क हैं।
Android Play StoreIOS App Store
Drikpanchang Donation