टिप्पणी: सभी समय २४:००+ प्रारूप में कोलंबस, संयुक्त राज्य अमेरिका के स्थानीय समय और डी.एस.टी समायोजित (यदि मान्य है) के साथ दर्शाये गए हैं।
आधी रात के बाद के समय २४:०० से अधिक हैं और आगामि दिन के समय को दर्शाते हैं। पञ्चाङ्ग में दिन सूर्योदय से शुरू होता है और पूर्व दिन सूर्योदय के साथ ही समाप्त हो जाता है।
बोल चौथ का पर्व मुख्यतः गुजरात में मनाया जाता है। यह पर्व श्रावण माह में कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि पर मनाया जाता है। बोल चौथ का पर्व गुजरात के लोकप्रिय पर्व, नाग पञ्चम से एक दिन पूर्व मनाया जाता है। यह पर्व मुख्यतः गाय एवं उनके बछड़ों के कल्याण की कामना से मनाया जाता है।
बोल चौथ के अवसर पर भक्तगण एक दिवसीय उपवास करते हैं। सन्ध्याकाल में गाय एवं उनके बछड़ों का पूजन किया जाता है। मान्यताओं के अनुसार, इस दिन उपवास एवं पूजन करने से सन्तान, सम्पत्ति तथा समृद्धि की प्राप्ति होती है। बोल चौथ व्रत का पालन कर रहे भक्तों के लिये दुग्ध एवं दुग्ध निर्मित खाद्य पदार्थों का सेवन निषेध माना जाता है।
अन्य राज्यों में बोल चौथ को बहुला चतुर्थी के रूप में जाना जाता है। बहुला चतुर्थी मध्य प्रदेश में अधिक प्रचलित है।