☰
Search
Mic
हि
Android Play StoreIOS App Store
Setting
Clock

नवग्रह पूजा | सङ्क्षिप्त नवग्रह पूजा विधि

DeepakDeepak

नवग्रह पूजा

सङ्क्षिप्त नवग्रह पूजा

1. आवाहनम्

नौ ग्रहों के सङ्क्षिप्त पूजन के लिये कलश के सम्मुख एक पात्र या मिट्टी का प्याला रख लें। तदुपरान्त बायें हाथ में गन्धाक्षत लेकर सामूहिक रूप में उन सभी नवग्रहों का निम्नलिखित मन्त्र का उच्चारण करते हुये भावपूर्वक आवाहन करें तथा मन्त्र पढ़कर उक्त पात्र में गन्धाक्षत छोड़ें।

नवग्रह आवाहन मन्त्र

ॐ सूर्य-चन्द्र-मङ्गल-बुध-बृहस्पति-शुक्र-शनि-राहु-केतु-नव-ग्रहेभ्यो नमः।
ॐ नवग्रहाः! इहागच्छत, इह तिष्ठत, मम पूजां गृह्णीत।

2. दशोपचार-पूजनम्

निम्नलिखित मन्त्रों से प्रत्येक मन्त्र के आदि में ॐ लगाकर क्रमशः सूर्यादि नौ ग्रहों का पाद्यादि उपचारों से पूजन करें -

नवग्रह दशोपचार-पूजन मन्त्र

ॐ सूर्यादि-नव-ग्रहेभ्यो नमः पादयोः पाद्यं समर्पयामि।
ॐ सूर्यादि-नव-ग्रहेभ्यो नमः शिरसि अर्घ्यं समर्पयामि।
ॐ सूर्यादि-नव-ग्रहेभ्यो नमः गन्धाक्षतान् समर्पयामि।
ॐ सूर्यादि-नव-ग्रहेभ्यो नमः पुष्पं समर्पयामि।
ॐ सूर्यादि-नव-ग्रहेभ्यो नमः धूपम् आघ्रापयामि।
ॐ सूर्यादि-नव-ग्रहेभ्यो नमः दीपं दर्शयामि।
ॐ सूर्यादि-नव-ग्रहेभ्यो नमः नैवेद्यं निवेदयामि।
ॐ सूर्यादि-नव-ग्रहेभ्यो नमः आचमनीयं समर्पयामि।
ॐ सूर्यादि-नव-ग्रहेभ्यो नमः ताम्बूलं समर्पयामि।
ॐ सूर्यादि-नव-ग्रहेभ्यो नमः दक्षिणां समर्पयामि।

3. प्रार्थना

हाथ जोड़कर सभी ग्रहों से प्रार्थना करें -

नवग्रह प्रार्थना मन्त्र

ब्रह्मा-मुरारिस्त्रिपुरान्त-कारी भानुः शशी भूमिसुतो बुधश्च।
गुरुश्च शुक्रः शनि-राहु-केतवः सर्वे ग्रहाः शान्तिकरा भवन्तु॥

Kalash
कॉपीराइट नोटिस
PanditJi Logo
सभी छवियाँ और डेटा - कॉपीराइट
Ⓒ www.drikpanchang.com
प्राइवेसी पॉलिसी
द्रिक पञ्चाङ्ग और पण्डितजी लोगो drikpanchang.com के पञ्जीकृत ट्रेडमार्क हैं।
Android Play StoreIOS App Store
Drikpanchang Donation