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-0010 कन्या संक्रान्ति पुण्य काल समय कोलंबस, Ohio, संयुक्त राज्य अमेरिका के लिये

DeepakDeepak

-0010 कन्या संक्रान्ति

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Sankrantiसायन संक्रान्ति चुनें
कोलंबस, संयुक्त राज्य अमेरिका
कन्या संक्रान्ति
19वाँ
अगस्त -0010
Saturday / शनिवार
कन्या संक्रान्ति पर अर्घ्य अर्पण
Kanya Sankranti

कन्या संक्रान्ति पुण्य काल मुहूर्त

कन्या संक्रान्ति शनिवार, अगस्त 19, -0010 को
कन्या संक्रान्ति पुण्य काल - 12:37 पी एम से 07:27 पी एम
अवधि - 06 घण्टे 50 मिनट्स
कन्या संक्रान्ति महा पुण्य काल - 05:10 पी एम से 07:27 पी एम
अवधि - 02 घण्टे 17 मिनट्स
कन्या संक्रान्ति का क्षण - 11:33 पी एम
कन्या संक्रान्ति फलम्

कन्या संक्रान्ति फलम्

  • चोरों के लिए यह संक्रान्ति अच्छी है।
  • वस्तुओं की लागत महँगी होगी।
  • अति कष्टपूर्ण समय लाती है।
  • लोग खांसी और ठण्ड से पीड़ित होंगे, राष्ट्रों के बीच संघर्ष होगा और बारिश के अभाव में अकाल की सम्भावना बनेगी।
कन्या संक्रान्ति मुहूर्त

कन्या संक्रान्ति मुहूर्त

संक्रान्ति करण: कौलव
संक्रान्ति दिन: Sunday / रविवार
संक्रान्ति अवलोकन दिनाँक: अगस्त 19, -0010
संक्रान्ति गोचर दिनाँक: अगस्त 19, -0010
संक्रान्ति का समय: 11:33 पी एम, अगस्त 19
संक्रान्ति घटी: 41 (रात्रिमान)
संक्रान्ति चन्द्रराशि: मकर Makara
संक्रान्ति नक्षत्र: धनिष्ठा (चर संज्ञक) Dhanishtha
कौलव करण संक्रान्ति के साथ वाहन वराह पर सवार
Sankranti Phalam

संक्रान्ति गुण
फलम् संकेत
नाम
घोर
वार मुख
पूर्व
दृष्टि
नैऋत्य
गमन
पूर्व
वाहन
वराह
उपवाहन
वृषभ
वस्त्र
नीला
आयुध
खड्ग
भक्ष्य पदार्थ
भिक्षा
गन्ध द्रव्य
सुर्ख चन्दन
वर्ण
सर्प
पुष्प
बकुला
वय
गतालक
अवस्था
रति
करण मुख
पश्चिम
स्थिति
खड़ी
भोजन पात्र
ताम्र
आभूषण
मोती
कन्चुकी
भूर्ज पत्र

टिप्पणी: सभी समय १२-घण्टा प्रारूप में कोलंबस, संयुक्त राज्य अमेरिका के स्थानीय समय और डी.एस.टी समायोजित (यदि मान्य है) के साथ दर्शाये गए हैं।
आधी रात के बाद के समय जो आगामि दिन के समय को दर्शाते हैं, आगामि दिन से प्रत्यय कर दर्शाये गए हैं। पञ्चाङ्ग में दिन सूर्योदय से शुरू होता है और पूर्व दिन सूर्योदय के साथ ही समाप्त हो जाता है।

-0010 कन्या संक्रान्ति

कन्या संक्रान्ति, हिन्दु सौर कैलेण्डर में छठवें माह के आरम्भ का प्रतीक है। वर्ष में सभी बारह संक्रान्तियाँ दान-पुण्य गतिविधियों हेतु अत्यधिक शुभ होती हैं। प्रत्येक संक्रान्ति क्षण से पूर्व अथवा पश्चात में मात्र कुछ समय की अवधि ही संक्रान्ति से सम्बन्धित गतिविधियों के लिये शुभ मानी जाती है।

कन्या संक्रान्ति हेतु संक्रान्ति क्षण के उपरान्त सोलह घटी का समय शुभ एवं मंगलकारी माना जाता है तथा संक्रान्ति से लेकर संक्रान्ति के पश्चात की सोलह घटी तक का समय सभी दान-पुण्य गतिविधियों के लिये स्वीकार किया जाता है।

कन्या संक्रान्ति दिवस को विश्वकर्मा पूजा दिवस के रूप में भी मनाया जाता है।

दक्षिण भारत में संक्रान्ति को सङ्क्रमणनम् कहा जाता है।

Kalash
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