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-3074 कुम्भ संक्रान्ति पुण्य काल समय Dubai, Dubai, संयुक्त अरब अमीरात के लिए

DeepakDeepak

-3074 कुम्भ संक्रान्ति

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-3074
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Dubai, संयुक्त अरब अमीरात
कुम्भ संक्रान्ति
3वाँ
दिसम्बर -3074
Sunday / रविवार
कुम्भ संक्रान्ति त्रिवेणी स्नान
Kumbha Sankranti

कुम्भ संक्रान्ति पुण्य काल मुहूर्त

कुम्भ संक्रान्ति रविवार, दिसम्बर 3, -3074 को
कुम्भ संक्रान्ति पुण्य काल - 07:12 ए एम से 12:51 पी एम
अवधि - 05 घण्टे 40 मिनट्स
कुम्भ संक्रान्ति महा पुण्य काल - 11:05 ए एम से 12:51 पी एम
अवधि - 01 घण्टा 46 मिनट्स
कुम्भ संक्रान्ति का क्षण - 12:51 पी एम
कुम्भ संक्रान्ति फलम्

कुम्भ संक्रान्ति फलम्

  • पशुओं के लिए यह संक्रान्ति अच्छी है।
  • वस्तुओं की लागत सामान्य होगी।
  • जीवन में स्थिरता लाती है।
  • लोग खांसी और ठण्ड से पीड़ित होंगे, राष्ट्रों के बीच संघर्ष होगा और बारिश के अभाव में अकाल की सम्भावना बनेगी।
कुम्भ संक्रान्ति मुहूर्त

कुम्भ संक्रान्ति मुहूर्त

संक्रान्ति करण: विष्टि
संक्रान्ति दिन: Sunday / रविवार
संक्रान्ति अवलोकन दिनाँक: दिसम्बर 03, -3075
संक्रान्ति गोचर दिनाँक: दिसम्बर 03, -3075
संक्रान्ति का समय: 06:35 ए एम, दिसम्बर 03
संक्रान्ति घटी: 59 (रात्रिमान)
संक्रान्ति चन्द्रराशि: मेष Mesha
संक्रान्ति नक्षत्र: कृत्तिका (मिश्र संज्ञक) Krittika
विष्टि करण संक्रान्ति के साथ वाहन अश्व पर सवार
Sankranti Phalam

संक्रान्ति गुण
फलम् संकेत
नाम
घोर
वार मुख
पूर्व
दृष्टि
नैऋत्य
गमन
पूर्व
वाहन
अश्व
उपवाहन
सिंहनी
वस्त्र
श्याम
आयुध
तोमर
भक्ष्य पदार्थ
खिचड़ी
गन्ध द्रव्य
जोखर
वर्ण
ब्राह्मिन
पुष्प
दूर्वा
वय
वृद्ध
अवस्था
भुक्ति
करण मुख
ईशान
स्थिति
बैठी
भोजन पात्र
पात्र
आभूषण
घुँघची
कन्चुकी
काली

टिप्पणी: सभी समय १२-घण्टा प्रारूप में Dubai, संयुक्त अरब अमीरात के स्थानीय समय और डी.एस.टी समायोजित (यदि मान्य है) के साथ दर्शाये गए हैं।
आधी रात के बाद के समय जो आगामि दिन के समय को दर्शाते हैं, आगामि दिन से प्रत्यय कर दर्शाये गए हैं। पञ्चाङ्ग में दिन सूर्योदय से शुरू होता है और पूर्व दिन सूर्योदय के साथ ही समाप्त हो जाता है।

-3074 कुम्भ संक्रान्ति

कुम्भ संक्रान्ति, हिन्दु सौर कैलेण्डर में ग्यारहवें माह के आरम्भ का प्रतीक है। वर्ष की सभी बारह संक्रान्तियाँ, दान-पुण्य आदि कार्यों हेतु अत्यधिक शुभ होती हैं। प्रत्येक संक्रान्ति के समय से पूर्व अथवा उपरान्त की एक निश्चित समयावधि ही संक्रान्ति से सम्बन्धित गतिविधियों के लिये विशेष शुभ मानी जाती है।

कुम्भ संक्रान्ति के समय, संक्रान्ति क्षण से पूर्व सोलह घटी की समयावधि को अत्यन्त शुभ माना जाता है तथा संक्रान्ति से सोलह घटी पूर्व से लेकर संक्रान्ति काल तक का समय समस्त प्रकार की दान-पुण्य आदि क्रिया-कलापों हेतु स्वीकार किया जाता है।

कुम्भ संक्रान्ति काल में गायों को चारा देना अत्यन्त शुभ फलदायी माना जाता है। इसके अतिरिक्त गङ्गा स्नान तथा विशेष रूप से गङ्गा तथा यमुना के संगम स्थल, त्रिवेणी में स्नान करना सर्वाधिक शुभ माना जाता है।

दक्षिण भारत में संक्रान्ति को सङ्क्रमण कहा जाता है।

Kalash
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