☰
Search
Mic
हि
Android Play StoreIOS App Store
Setting
Clock

-3234 मीन संक्रान्ति पुण्य काल समय कोलंबस, Ohio, संयुक्त राज्य अमेरिका के लिये

DeepakDeepak

-3234 मीन संक्रान्ति

X
Rotate
Toolbar
वर्ष
-3234
वर्ष बदलें
Sankrantiसायन संक्रान्ति चुनें
कोलंबस, संयुक्त राज्य अमेरिका
मीन संक्रान्ति
31वाँ
दिसम्बर -3234
Friday / शुक्रवार
मीन संक्रान्ति
Meena Sankranti

मीन संक्रान्ति पुण्य काल मुहूर्त

मीन संक्रान्ति शुक्रवार, दिसम्बर 31, -3234 को
मीन संक्रान्ति पुण्य काल - 08:09 ए एम से 12:49 पी एम
अवधि - 04 घण्टे 40 मिनट्स
मीन संक्रान्ति महा पुण्य काल - 08:09 ए एम से 09:42 ए एम
अवधि - 01 घण्टा 33 मिनट्स
मीन संक्रान्ति का क्षण - 04:21 ए एम
मीन संक्रान्ति फलम्

मीन संक्रान्ति फलम्

  • सरकारों और सरकारी कर्मचारियों के लिए यह संक्रान्ति अच्छी है।
  • वस्तुओं की लागत सामान्य होगी।
  • जीवन में स्थिरता लाती है।
  • लोगों को स्वास्थ्य लाभ होगा, राष्ट्रों के बीच सम्बन्ध मधुर होंगे और अनाज भण्डारण में वृद्धि होगी।
मीन संक्रान्ति मुहूर्त

मीन संक्रान्ति मुहूर्त

संक्रान्ति करण: विष्टि
संक्रान्ति दिन: Thursday / गुरुवार
संक्रान्ति अवलोकन दिनाँक: दिसम्बर 30, -3235
संक्रान्ति गोचर दिनाँक: दिसम्बर 30, -3235
संक्रान्ति का समय: 09:57 पी एम, दिसम्बर 30
संक्रान्ति घटी: 39 (रात्रिमान)
संक्रान्ति चन्द्रराशि: वृषभ Vrishabha
संक्रान्ति नक्षत्र: मृगशिरा (मैत्र संज्ञक) Mrigashira
विष्टि करण संक्रान्ति के साथ वाहन अश्व पर सवार
Sankranti Phalam

संक्रान्ति गुण
फलम् संकेत
नाम
मन्द
वार मुख
उत्तर
दृष्टि
ईशान
गमन
दक्षिण
वाहन
अश्व
उपवाहन
सिंहनी
वस्त्र
श्याम
आयुध
तोमर
भक्ष्य पदार्थ
खिचड़ी
गन्ध द्रव्य
जोखर
वर्ण
ब्राह्मिन
पुष्प
दूर्वा
वय
वृद्ध
अवस्था
भुक्ति
करण मुख
ईशान
स्थिति
बैठी
भोजन पात्र
पात्र
आभूषण
घुँघची
कन्चुकी
काली

टिप्पणी: सभी समय १२-घण्टा प्रारूप में कोलंबस, संयुक्त राज्य अमेरिका के स्थानीय समय और डी.एस.टी समायोजित (यदि मान्य है) के साथ दर्शाये गए हैं।
आधी रात के बाद के समय जो आगामि दिन के समय को दर्शाते हैं, आगामि दिन से प्रत्यय कर दर्शाये गए हैं। पञ्चाङ्ग में दिन सूर्योदय से शुरू होता है और पूर्व दिन सूर्योदय के साथ ही समाप्त हो जाता है।

-3234 मीन संक्रान्ति

मीन संक्रान्ति हिन्दु सौर कैलेण्डर में बारहवें एवं अन्तिम माह के आरम्भ का सूचक है। वर्ष में सभी बारह संक्रान्तियाँ दान-पुण्य आदि गतिविधियों के लिये अत्यधिक शुभ होती हैं। प्रत्येक संक्रान्ति क्षण से पहले या बाद की कुछ निश्चित समयावधि को ही संक्रान्ति से सम्बन्धित गतिविधियों के लिये शुभ माना जाता है।

मीन संक्रान्ति के लिये संक्रान्ति क्षण के उपरान्त की सोलह घटी की समयावधि शुभ अथवा मंगलकारी मानी जाती है तथा संक्रान्ति के पश्चात् की सोलह घटी तक का समय सभी दान-पुण्य आदि गतिविधियों के लिये स्वीकार किया जाता है।

मीन संक्रान्ति के समय भूमि दान करना अत्यधिक शुभ माना जाता है। दक्षिण भारत में संक्रान्ति को सङ्क्रमणम् कहा जाता है।

Kalash
कॉपीराइट नोटिस
PanditJi Logo
सभी छवियाँ और डेटा - कॉपीराइट
Ⓒ www.drikpanchang.com
प्राइवेसी पॉलिसी
द्रिक पञ्चाङ्ग और पण्डितजी लोगो drikpanchang.com के पञ्जीकृत ट्रेडमार्क हैं।
Android Play StoreIOS App Store
Drikpanchang Donation