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-0061 पितृ पक्ष के दौरान अमावस्या श्राद्ध तिथि Point Pleasant Beach, New Jersey, संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए

DeepakDeepak

-0061 अमावस्या श्राद्ध

Point Pleasant Beach, संयुक्त राज्य अमेरिका
अमावस्या श्राद्ध
30वाँ
अगस्त -0061
Tuesday / मंगलवार
अमावस्या श्राद्ध
Sarva Pitru Amavasya

श्राद्ध अनुष्ठान समय

अमावस्या श्राद्ध मंगलवार, अगस्त 30, -0061 को
कुतुप मूहूर्त - 11:33 ए एम से 12:26 पी एम
अवधि - 00 घण्टे 53 मिनट्स
रौहिण मूहूर्त - 12:26 पी एम से 01:19 पी एम
अवधि - 00 घण्टे 53 मिनट्स
अपराह्न काल - 01:19 पी एम से 03:57 पी एम
अवधि - 02 घण्टे 39 मिनट्स
अमावस्या तिथि प्रारम्भ - अगस्त 30, -0061 को 02:11 ए एम बजे
अमावस्या तिथि समाप्त - अगस्त 30, -0061 को 10:38 पी एम बजे

टिप्पणी: सभी समय १२-घण्टा प्रारूप में Point Pleasant Beach, संयुक्त राज्य अमेरिका के स्थानीय समय और डी.एस.टी समायोजित (यदि मान्य है) के साथ दर्शाये गए हैं।
आधी रात के बाद के समय जो आगामि दिन के समय को दर्शाते हैं, आगामि दिन से प्रत्यय कर दर्शाये गए हैं। पञ्चाङ्ग में दिन सूर्योदय से शुरू होता है और पूर्व दिन सूर्योदय के साथ ही समाप्त हो जाता है।

-0061 अमावस्या श्राद्ध

अमावस्या तिथि श्राद्ध परिवार के उन मृतक सदस्यों के लिये किया जाता है, जिनकी मृत्यु अमावस्या तिथि, पूर्णिमा तिथि तथा चतुर्दशी तिथि को हुई हो।

यदि कोई सम्पूर्ण तिथियों पर श्राद्ध करने में सक्षम न हो, तो वो मात्र अमावस्या तिथि पर श्राद्ध (सभी के लिये) कर सकता है। अमावस्या तिथि पर किया गया श्राद्ध, परिवार के सभी पूर्वजों की आत्माओं को प्रसन्न करने के लिये पर्याप्त है। जिन पूर्वजों की पुण्यतिथि ज्ञात नहीं है, उनका श्राद्ध भी अमावस्या तिथि पर किया जा सकता है। इसीलिये अमावस्या श्राद्ध को सर्वपितृ मोक्ष अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है।

साथ ही पूर्णिमा तिथि पर मृत्यु प्राप्त करने वालों के लिये महालय श्राद्ध भी अमावस्या श्राद्ध तिथि पर किया जाता है, न कि भाद्रपद पूर्णिमा पर। हालाँकि, भाद्रपद पूर्णिमा श्राद्ध पितृ पक्ष से एक दिन पहले पड़ता है, किन्तु यह पितृ पक्ष का भाग नहीं है। सामान्यतः पितृ पक्ष, भाद्रपद पूर्णिमा श्राद्ध के अगले दिन से आरम्भ होता है।

अमावस्या श्राद्ध को अमावस श्राद्ध के रूप में भी जाना जाता है। पश्चिम बंगाल में महालय अमावस्या नवरात्रि उत्सव के आरम्भ का प्रतीक है। देवी दुर्गा के भक्तों का मानना है कि, इस दिन देवी दुर्गा का पृथ्वी पर अवतरण हुआ था।

पितृ पक्ष श्राद्ध पार्वण श्राद्ध होते हैं। इन श्राद्धों को सम्पन्न करने के लिए कुतुप, रौहिण आदि मुहूर्त शुभ मुहूर्त माने गये हैं। अपराह्न काल समाप्त होने तक श्राद्ध सम्बन्धी अनुष्ठान सम्पन्न कर लेने चाहिये। श्राद्ध के अन्त में तर्पण किया जाता है।

Kalash
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