मूल मन्त्र से युक्त मातङ्गी यन्त्र को मातङ्गी साधना सम्पन्न करने हेतु अत्यन्त प्रभावशाली माध्यम माना जाता है।
ॐ ह्रीं ऐं भगवती मतंगेश्वरी श्रीं स्वाहा॥
1.ॐ महामत्तमातङ्गिन्यै नमः। 2.ॐ सिद्धिरूपायै नमः। 3.ॐ योगिन्यै नमः। ... 107.ॐ जयप्राणरूपायै नमः। 108.ॐ जयस्वर्णदेहायै नमः। उक्त मन्त्रों से युक्त देवी मातङ्गी की अष्टोत्तर शतनामावली हिन्दी अर्थ एवं वीडियो सहित प्रदान की गयी है। इसका जाप मातङ्गी जयन्ती सहित विभिन्न अवसरों पर किया जाता है।
अष्टाक्षर मातङ्गी मन्त्र, दशाक्षर मातङ्गी मन्त्र, मातङ्गी गायत्री मन्त्र आदि मन्त्रों सहित देवी मातङ्गी के मन्त्रों का संग्रह प्रदान किया गया है। श्री मातङ्गी साधना के समय देवी माँ के भक्त इन मन्त्रों का जाप माता को प्रसन्न करने हेतु करते हैं।
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देवी शक्ति के १० मुख्य स्वरूपों को दश महाविद्या के रूप में पूजा जाता है। दश महाविद्या विभिन्न दिशाओं की अधिष्ठातृ शक्तियाँ हैं। दश महाविद्या की पूजा एवं साधना के माध्यम से साधकों को विभिन्न प्रकार की सिद्धियाँ प्राप्त होती हैं।