तारा यन्त्र एवं मूल मन्त्र को तारा साधना पूर्ण करने के लिये अत्यन्त प्रभावशाली माध्यम माना जाता है।
ॐ ह्रीं स्त्रीं हुं फट्॥
इस पृष्ठ में देवी तारा के 108 नामों का संकलन किया गया है। इन 108 नामों के पाठ से माता तारा की असीम कृपा प्राप्त होती है। देवी तारा दस महाविद्याओं में से एक है।
देवी तारा के विभिन्न मन्त्रों का संकलन इस पृष्ठ पर किया गया है। एकाक्षरी से लेकर सप्ताक्षरी तारा मन्त्र यहाँ दिये हुये हैं। दुर्लभ हंस तारा मन्त्र भी यहाँ पाठकों के लाभार्थ हेतु दिया गया है।
देवी तारा माँ आद्य शक्ति का ही एक स्वरूप हैं। तारा का अर्थ है, तारने वाली या पार लगाने वाली। इन्हें ज्ञान और मोक्ष की देवी माना जाता है। देवी तारा दस महाविद्याओं में से दूसरी महाविद्या मानी जाती हैं।
देवी शक्ति के १० मुख्य स्वरूपों को दश महाविद्या के रूप में पूजा जाता है। दश महाविद्या विभिन्न दिशाओं की अधिष्ठातृ शक्तियाँ हैं। दश महाविद्या की पूजा एवं साधना के माध्यम से साधकों को विभिन्न प्रकार की सिद्धियाँ प्राप्त होती हैं।