देवी लक्ष्मी के अष्टलक्ष्मी स्वरूपों में देवी ऐश्वर्य लक्ष्मी की भी पूजा-अर्चना की जाती है। देवी ऐश्वर्य लक्ष्मी की कृपा से भक्तों को जीवन में यश, ऐश्वर्य, वैभव तथा ख्याति प्राप्त होती है। देवी ऐश्वर्य लक्ष्मी की कृपा से जातक को जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में ख्याति प्राप्त होती है।
देवी लक्ष्मी ही इस समस्त सृष्टि में अवस्थित ऐश्वर्य एवं वैभव का कारण हैं। वे ही समस्त मनुष्यों एवं देवताओं के ऐश्वर्य का कारण हैं। देवी ऐश्वर्य लक्ष्मी की शरण में आने वाले को संसार में किसी प्रकार के अपयश का भय नहीं रहता है।
देवी ऐश्वर्य लक्ष्मी को श्वेत वस्त्र धारण किये हुये, स्वर्णाभूषणों से सुसज्जित तथा कमल पुष्प पर विराजमान दर्शाया जाता है। देवी को चतुर्भुज रूप में चित्रित किया जाता है, जिनमें से देवी अपने दो हाथों में कमल पुष्प धारण किये रहती हैं तथा उनके अन्य दो हाथ वरद एवं अभय मुद्रा में स्थित रहते हैं। देवी ऐश्वर्य लक्ष्मी का वाहन अश्व है।
ॐ ऐश्वर्यलक्ष्म्यै नमः।
देवी लक्ष्मी के ऐश्वर्य लक्ष्मी रूप के 108 नामों को ऐश्वर्य लक्ष्मी अष्टोत्तर शतनामावली के रूप में जाना जाता है - ऐश्वर्य लक्ष्मी के 108 नाम।