षष्ठी पूजा शिशु के जन्म के 6वें दिन की जाती है। इस पूजा को बच्चे की भलाई के लिये किया जाता है। यह पूजा देवी कात्यायनी अर्थात छठी दुर्गा को प्रसन्न करने के लिये की जाती है।
क्यूँकि यह पूजा जन्म के छठे दिन की जाती है, इसीलिये इस पूजा को करने के लिये किसी विशेष मुहूर्त की आवश्यकता नहीं होती है।