उग्र नृसिंह मन्त्र भगवान नृसिंह के उग्र स्वरूप को समर्पित सर्वाधिक लोकप्रिय मन्त्रों में से एक है। स्वयं भगवान विष्णु ही अपने भक्त प्रह्लाद के प्राणों की रक्षा हेतु भगवान नृसिंह के रूप में अवतरित हुये थे।
अपने चतुर्थ अवतार में भगवान विष्णु ने नृसिंह रूप धारण किया था। यह उनका अत्यन्त भयङ्कर स्वरूप है। भगवान नरसिंह को नरहरि, उग्रवीर एवं महाविष्णु आदि नामों से भी जाना जाता है।
ॐ उग्रं वीरं महाविष्णुं ज्वलन्तं सर्वतोमुखम्।
नृसिंहं भीषणं भद्रं मृत्युमृत्युं नमाम्यहम्॥
ॐ, हे अत्यन्त क्रुद्ध रूप वाले एवं परम् वीर भगवान महाविष्णु! आपके मुख से उत्पन्न क्रोधाग्नि एवं उसका ताप समस्त दिशाओं को देदीप्यमान कर रहा है। हे अर्ध नर एवं अर्ध सिंह रूपधारी प्रभो! आप परम् पराक्रमी एवं सर्वव्यापी हैं, आप काल (मृत्यु) के भी काल हैं। मैं आपको बारम्बार नमन करता हूँ। मुझ पर कृपा करें।