ॐ श्मशानकालिकायै नमः।
Om Shmashanakalikayai Namah।
जो श्मशान भूमि से अन्धकार को दूर करती हैं
ॐ काल्यै नमः।
Om Kalyai Namah।
जो अन्धकार को दूर करती हैं
ॐ भद्रकाल्यै नमः।
Om Bhadrakalyai Namah।
जो शान्त स्वरूप में विद्यमान हैं
ॐ कपालिन्यै नमः।
Om Kapalinyai Namah।
जो मुण्डमाल धारण करती हैं।
ॐ गुह्यकाल्यै नमः।
Om Guhyakalyai Namah।
जो गुप्त रूप से अन्धकार नष्ट करती हैं
ॐ महाकाल्यै नमः।
Om Mahakalyai Namah।
जो महाकाल की महाशक्ति हैं
ॐ कुरुकुल्लायै नमः।
Om Kurukullayai Namah।
जो मायावी सम्मोहन शक्तियों वाली देवी हैं
ॐ अविरोधिन्यै नमः।
Om Avirodhinyai Namah।
जो निर्विरोध हैं अथवा सृष्टि में जिनका कोई विरोधी नहीं है
ॐ कालिकायै नमः।
Om Kalikayai Namah।
जो श्याम वर्ण वाली हैं
ॐ कालरात्र्यै नमः।
Om Kalaratryai Namah।
जिनका वर्ण रात्रि के अन्धकार के समान है
ॐ महाकालनितम्बिन्यै नमः।
Om Mahakalanitambinyai Namah।
महाकाल जिनके नितम्ब के रूप में विद्यमान हैं
ॐ कालभैरवभार्यायै नमः।
Om Kalabhairavabharyayai Namah।
जो कालभैरव की अर्धाङ्गिनी हैं
ॐ कुलवर्त्मप्रकाशिन्यै नमः।
Om Kulavartmaprakashinyai Namah।
जो कुलवंश को प्रकाशित करने वाली हैं
ॐ कामदायै नमः।
Om Kamadayai Namah।
जो समस्त मनोकामनाओं की पूर्ति करती हैं
ॐ कामिन्यै नमः।
Om Kaminyai Namah।
जो आकर्षक एवं स्नेहमयी हैं
ॐ काम्यायै नमः।
Om Kamyayai Namah।
जो परम उद्देश्य हैं
ॐ कमनीयसुभाविन्यै नमः।
Om Kamaniyasubhavinyai Namah।
जो सुन्दर, सुखद एवं शुभ हैं
ॐ कस्तूरीरसनीलाङ्ग्यै नमः।
Om Kasturirasanilangyai Namah।
जो कस्तूरी के समान श्याम वर्ण वाली हैं
ॐ कुञ्जरेश्वरगामिन्यै नमः।
Om Kunjareshvaragaminyai Namah।
जिनकी चाल एवं गति भगवान गणेश के समान है
ॐ ककारवर्णसर्वाङ्ग्यै नमः।
Om Kakaravarnasarvangyai Namah।
जो ककार वर्ण के रूप में विद्यमान हैं
ॐ कामिन्यै नमः।
Om Kaminyai Namah।
जो आकर्षक एवं स्नेहमयी हैं
ॐ कामसुन्दर्यै नमः।
Om Kamasundaryai Namah।
जो कामदेव के समान सुन्दर हैं
ॐ कामार्तायै नमः।
Om Kamartayai Namah।
जिन्हें प्रेम एवं श्रद्धा द्वारा प्राप्त किया जा सकता है
ॐ कामरूपायै नमः।
Om Kamarupayai Namah।
जो इच्छानुसार कोई भी रूप धारण कर सकती हैं
ॐ कामधेनवे नमः।
Om Kamadhenave Namah।
जो कामधेनु के समान समस्त कामनाओं की पूर्ति करती हैं
ॐ कलावत्यै नमः।
Om Kalavatyai Namah।
जो सभी कलाओं को जानने वाली हैं
ॐ कान्तायै नमः।
Om Kantayai Namah।
जो अत्यन्त रूपवती हैं
ॐ कामस्वरूपायै नमः।
Om Kamasvarupayai Namah।
जो कामदेव के समान रूपवती हैं
ॐ कामाख्यायै नमः।
Om Kamakhyayai Namah।
जो इच्छाओं की पूर्ति करने वाली हैं
ॐ कुलपालिन्यै नमः।
Om Kulapalinyai Namah।
जो कुल (वंश) की रक्षा करती हैं
ॐ कुलीनायै नमः।
Om Kulinayai Namah।
जो उत्तम कुल से हैं
ॐ कुलवत्यै नमः।
Om Kulavatyai Namah।
जो महान कुल में अवतरित हुयी हैं
ॐ अम्बायै नमः।
Om Ambayai Namah।
जो सम्पूर्ण सृष्टि की माता हैं
ॐ दुर्गायै नमः।
Om Durgayai Namah।
जो दैत्यनाशक, विघ्ननाशक, रोगनाशक, पापनाशक तथा शत्रुनाशक हैं
ॐ दुर्गार्तिनाशिन्यै नमः।
Om Durgartinashinyai Namah।
जो समस्त प्रकार के संकटों को नष्ट करती हैं
ॐ कौमार्यै नमः।
Om Kaumaryai Namah।
जो परम पवित्र एवं चिर यौवना हैं
ॐ कुलजायै नमः।
Om Kulajayai Namah।
जो श्रेष्ठ कुल से हैं
ॐ कृष्णाकृष्णदेहायै नमः।
Om Krishnakrishnadehayai Namah।
जो भगवान श्री कृष्ण के समान श्याम वर्ण की हैं
ॐ कृशोदर्यै नमः।
Om Krishodaryai Namah।
जिनकी कमर अत्यन्त पतली है
ॐ कृशाङ्ग्यै नमः।
Om Krishangyai Namah।
जिनके शरीर की आकृति पतली है
ॐ कुलिशाङ्ग्यै नमः।
Om Kulishangyai Namah।
जिनका शरीर इन्द्र के वज्र की भाँति कठोर है
ॐ क्रीङ्कार्यै नमः।
Om Krinkaryai Namah।
जो 'क्रीं' बीज की ध्वनि के रूप में विद्यमान हैं
ॐ कमलायै नमः।
Om Kamalayai Namah।
जो कमला महाविद्या के रूप में स्थित हैं
ॐ कलायै नमः।
Om Kalayai Namah।
जो कला-कौशल के रूप में स्थित हैं
ॐ करालास्यायै नमः।
Om Karalasyayai Namah।
जो अत्यन्त उग्र हैं
ॐ कराल्यै नमः।
Om Karalyai Namah।
जो भयंकर रूप वाली हैं
ॐ कुलकान्तायै नमः।
Om Kulakantayai Namah।
जो अपने कुल में प्रिय हैं
ॐ अपराजितायै नमः।
Om Aparajitayai Namah।
जो अजेय हैं अथवा जिन्हें कोई पराजित नहीं कर सकता
ॐ उग्रायै नमः।
Om Ugrayai Namah।
जो उग्र प्रकृति वाली हैं
ॐ उग्रप्रभायै नमः।
Om Ugraprabhayai Namah।
जिनकी आभा अत्यधिक प्रबल है
ॐ दीप्तायै नमः।
Om Diptayai Namah।
जो अग्नि के समान देदीप्यमान हैं
ॐ विप्रचित्तायै नमः।
Om Viprachittayai Namah।
जो चतुर एवं विवेकी हैं
ॐ महाबलायै नमः।
Om Mahabalayai Namah।
जो बहुत शक्तिशाली एवं पराक्रमी हैं
ॐ नीलायै नमः।
Om Nilayai Namah।
जो नीलवर्ण वाली हैं
ॐ घनायै नमः।
Om Ghanayai Namah।
जो दृढ़ एवं शक्तिशाली हैं
ॐ बलाकायै नमः।
Om Balakayai Namah।
जो चिर-यौवना हैं
ॐ मात्रामुद्रापितायै नमः।
Om Matramudrapitayai Namah।
जो पदार्थ एवं मूल्य के परे हैं
ॐ असितायै नमः।
Om Asitayai Namah।
जो श्याम अथवा अश्वेत वर्ण की हैं
ॐ ब्राह्म्यै नमः।
Om Brahmyai Namah।
जो भगवान ब्रह्मा की शक्ति हैं
ॐ नारायण्यै नमः।
Om Narayanyai Namah।
जो भगवान विष्णु की शक्ति हैं
ॐ भद्रायै नमः।
Om Bhadrayai Namah।
जो महान एवं दयालु हैं
ॐ सुभद्रायै नमः।
Om Subhadrayai Namah।
जो अत्यन्त शुभ एवं भाग्यशालिनी हैं
ॐ भक्तवत्सलायै नमः।
Om Bhaktavatsalayai Namah।
जो भक्तों पर स्नेह एवं करुणा बरसाने वाली हैं
ॐ माहेश्वर्यै नमः।
Om Maheshvaryai Namah।
जो महेश्वर (शिव जी) की धर्मपत्नी हैं
ॐ चामुण्डायै नमः।
Om Chamundayai Namah।
जो चण्ड-मुण्ड का संहार करने वाली देवी हैं
ॐ वाराह्यै नमः।
Om Varahyai Namah।
जो वराह भगवान की शक्ति हैं
ॐ नारसिंहिकायै नमः।
Om Narasimhikayai Namah।
जो नृसिंह भगवान की शक्ति हैं
ॐ वज्राङ्ग्यै नमः।
Om Vajrangyai Namah।
जो वज्र के समान कठोर हैं
ॐ वज्रकङ्काल्यै नमः।
Om Vajrakankalyai Namah।
जिनकी अस्थियाँ वज्र के समान कठोर हैं
ॐ नृमुण्डस्रग्विण्यै नमः।
Om Nrimundasragvinyai Namah।
जो नरमुण्ड माला से सुशोभित हैं
ॐ शिवायै नमः।
Om Shivayai Namah।
जो भगवान शिव की शक्ति हैं
ॐ मालिन्यै नमः।
Om Malinyai Namah।
जो विभिन्न प्रकार की मालायें धारण करती हैं
ॐ नरमुण्डाल्यै नमः।
Om Naramundalyai Namah।
जो नरमुण्ड की मालायें धारण करती हैं
ॐ गलद्रक्तविभूषणायै नमः।
Om Galadraktavibhushanayai Namah।
जिनके कण्ठ से रक्त की धार प्रवाहित होती है
ॐ रक्तचन्दनसिक्ताङ्ग्यै नमः।
Om Raktachandanasiktangyai Namah।
जिनके सम्पूर्ण शरीर पर रक्त चन्दन सुशोभित है
ॐ सिन्दूरारुणमस्तकायै नमः।
Om Sindurarunamastakayai Namah।
जिनके मस्तक पर सिन्दूर सुशोभित है
ॐ घोररूपायै नमः।
Om Ghorarupayai Namah।
जिनका रूप अत्यन्त विकराल है
ॐ घोरदंष्ट्रायै नमः।
Om Ghoradamshtrayai Namah।
जो अत्यन्त भयावह दातों वाली हैं
ॐ घोराघोरतरायै नमः।
Om Ghoraghoratarayai Namah।
जो भयंकर से भी अति भयंकर हैं
ॐ शुभायै नमः।
Om Shubhayai Namah।
जो अत्यन्त शुभ हैं
ॐ महादंष्ट्रायै नमः।
Om Mahadamshtrayai Namah।
जिनके दाँत अत्यन्त तीक्ष्ण एवं विशाल हैं
ॐ महामायायै नमः।
Om Mahamayayai Namah।
जो महामाया के रूप में विद्यमान हैं
ॐ सुदत्यै नमः।
Om Sudatyai Namah।
जो सुन्दर दाँतों वाली हैं
ॐ युगदन्तुरायै नमः।
Om Yugadanturayai Namah।
जिनके दाँत टेढ़े-मेढ़े एवं उभरे हुये हैं
ॐ सुलोचनायै नमः।
Om Sulochanayai Namah।
जो सुन्दर नेत्रों वाली हैं
ॐ विरूपाक्ष्यै नमः।
Om Virupakshyai Namah।
सूर्य, चन्द्र एवं अग्नि जिनके तीन नेत्रों के रूप में विद्यमान हैं
ॐ विशालाक्ष्यै नमः।
Om Vishalakshyai Namah।
जिनके नेत्र अत्यन्त विशाल हैं
ॐ त्रिलोचनायै नमः।
Om Trilochanayai Namah।
जो तीन नेत्रों वाली हैं
ॐ शारदेन्दुप्रसन्नास्यायै नमः।
Om Sharadenduprasannasyayai Namah।
जो शरद पूर्णिमा के चन्द्रमा की भाँति प्रसन्न हैं
स्फुरत्स्मेराम्बुजेक्षणा
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ॐ स्फुरत्स्मेराम्बुजेक्षणायै नमः।
Om Sphuratsmerambujekshanayai Namah।
जिनके नेत्र कमल पुष्प के समान प्रफुल्लित हैं
ॐ अट्टहासायै नमः।
Om Attahasayai Namah।
जो भगवान शिव (अट्टहास) की अर्धाङ्गिनी हैं
ॐ प्रसन्नास्यायै नमः।
Om Prasannasyayai Namah।
जो प्रसन्न एवं आनन्दित हैं
ॐ स्मेरवक्त्रायै नमः।
Om Smeravaktrayai Namah।
जिनके मुख पर मन्दहास है
ॐ सुभाषिण्यै नमः।
Om Subhashinyai Namah।
जो मधुरता एवं कोमलता से बोलती हैं
ॐ प्रसन्नपद्मवदनायै नमः।
Om Prasannapadmavadanayai Namah।
जिनका मुखमण्डल खिले हुये कमल पुष्प के समान है
ॐ स्मितास्यायै नमः।
Om Smitasyayai Namah।
जो मुस्कुराती रहती हैं
ॐ प्रियभाषिण्यै नमः।
Om Priyabhashinyai Namah।
जो प्रेम से संवाद करती हैं
ॐ कोटराक्ष्यै नमः।
Om Kotarakshyai Namah।
जो गहरे व कठोर नेत्र वाली हैं
ॐ कुलश्रेष्ठायै नमः।
Om Kulashreshthayai Namah।
जो अपने कुल में सर्वश्रेष्ठ हैं
ॐ महत्यै नमः।
Om Mahatyai Namah।
जो सर्वोच्च एवं महान हैं
ॐ बहुभाषिण्यै नमः।
Om Bahubhashinyai Namah।
जिन्हें बहुत सी भाषाओं का ज्ञान है
ॐ सुमत्यै नमः।
Om Sumatyai Namah।
जो अत्यन्त बुद्धिशाली एवं विवेकी हैं
ॐ कुमत्यै नमः।
Om Kumatyai Namah।
जो कुमति स्वरूपा हैं
ॐ चण्डायै नमः।
Om Chandayai Namah।
जो चण्ड (भगवान शिव) की धर्मपत्नी हैं
ॐ चण्डमुण्डायै नमः।
Om Chandamundayai Namah।
जो चण्ड-मुण्ड नामक राक्षसों का अन्त करने वाली देवी हैं
ॐ अतिवेगिन्यै नमः।
Om Ativeginyai Namah।
जिनकी गति अत्यधिक तीव्र है
ॐ प्रचण्डायै नमः।
Om Prachandayai Namah।
जो अत्यन्त भीषण हैं
ॐ चण्डिकायै नमः।
Om Chandikayai Namah।
जो अति आक्रामक स्वभाव वाली हैं
ॐ चण्ड्यै नमः।
Om Chandyai Namah।
जो क्रोधी प्रकृति की हैं
ॐ चर्चिकायै नमः।
Om Charchikayai Namah।
जिनका वेदों में पुनः-पुनः वर्णन प्राप्त होता है
ॐ चण्डवेगिन्यै नमः।
Om Chandaveginyai Namah।
जो अत्यन्त तीव्र गति एवं चाल वाली हैं
ॐ सुकेश्यै नमः।
Om Sukeshyai Namah।
जिनके केश (बाल) अति सुन्दर हैं
ॐ मुक्तकेश्यै नमः।
Om Muktakeshyai Namah।
जिनके केश खुले हुये हैं
ॐ दीर्घकेश्यै नमः।
Om Dirghakeshyai Namah।
जिनके केश अत्यधिक लम्बे हैं
ॐ महत्कचायै नमः।
Om Mahatkachayai Namah।
जिनके केश अत्यन्त घने हैं
ॐ प्रेतदेहाकर्णपूरायै नमः।
Om Pretadehakarnapurayai Namah।
जो प्रेतों को कर्ण कुण्डल के रूप में धारण करती हैं
ॐ प्रेतपाणीसुमेखलायै नमः।
Om Pretapanisumekhalayai Namah।
जो प्रेतों की मेखला (कटिसूत्र) के रूप में धारण करती हैं
ॐ प्रेतासनायै नमः।
Om Pretasanayai Namah।
जो प्रेतों के आसन पर विराजमान हैं
ॐ प्रियप्रेतायै नमः।
Om Priyapretayai Namah।
जो प्रेतों को प्रिय हैं
ॐ प्रेतभूमिकृतालयायै नमः।
Om Pretabhumikritalayayai Namah।
जो प्रेतभूमि में निवास करती हैं
ॐ श्मशानवासिन्यै नमः।
Om Shmashanavasinyai Namah।
जो श्मशान में निवास करती हैं
ॐ पुण्यायै नमः।
Om Punyayai Namah।
जो स्वयं पुण्य स्वरूपा हैं अथवा जो परम पवित्र एवं शुद्ध हैं
ॐ पुण्यदायै नमः।
Om Punyadayai Namah।
जो पुण्य प्रदान करने वाली हैं
ॐ कुलपण्डितायै नमः।
Om Kulapanditayai Namah।
जो विदुषी हैं
ॐ पुण्यालयायै नमः।
Om Punyalayayai Namah।
जो समस्त प्रकार के पुण्यों का आश्रय हैं
ॐ पुण्यदेहायै नमः।
Om Punyadehayai Namah।
जो सभी के लिये पूजनीय हैं
ॐ पुण्यश्लोक्यै नमः।
Om Punyashlokyai Namah।
विभिन्न श्लोकों में जिनकी महिमा वर्णित है
ॐ पावन्यै नमः।
Om Pavanyai Namah।
जो विशुद्ध हैं
ॐ पुत्रायै नमः।
Om Putrayai Namah।
जो पुत्रों की माता हैं
ॐ पवित्रायै नमः।
Om Pavitrayai Namah।
जो परम पवित्र हैं
ॐ परमायै नमः।
Om Paramayai Namah।
जो सर्वोच्च हैं
ॐ पुरायै नमः।
Om Purayai Namah।
जो सृष्टि के आदि से उपस्थित हैं
ॐ पुण्यविभूषणायै नमः।
Om Punyavibhushanayai Namah।
समस्त पुण्य जिनके आभूषण के रूप में स्थित हैं
ॐ पुण्यनाम्न्यै नमः।
Om Punyanamnyai Namah।
जिनका नाम अत्यन्त पवित्र है
ॐ भीतिहरायै नमः।
Om Bhitiharayai Namah।
जो भय को हरने वाली हैं
ॐ वरदायै नमः।
Om Varadayai Namah।
जो वर प्रदान करने वाली हैं
ॐ खड्गपाणिन्यै नमः।
Om Khadgapaninyai Namah।
जो खड्ग धारण करने वाली हैं
ॐ नृमुण्डहस्तशस्तायै नमः।
Om Nrimundahastashastayai Namah।
जो हाथ में नरमुण्ड लिये हुये हैं
ॐ छिन्नमस्तायै नमः।
Om Chhinnamastayai Namah।
जो देवी का मस्तक रहित स्वरूप है
ॐ सुनासिकायै नमः।
Om Sunasikayai Namah।
जिनकी नाक अत्यन्त सुन्दर है
ॐ दक्षिणायै नमः।
Om Dakshinayai Namah।
जो दक्षिण दिशा की ओर देख रही हैं
ॐ श्यामलायै नमः।
Om Shyamalayai Namah।
जो साँवले रंग की हैं
ॐ श्यामायै नमः।
Om Shyamayai Namah।
जो नीलवर्ण वाली हैं
ॐ शान्तायै नमः।
Om Shantayai Namah।
जो शान्ति स्वरूपा हैं
ॐ पीनोन्नतस्तन्यै नमः।
Om Pinonnatastanyai Namah।
जो विशाल एवं उभरे स्तन वाली हैं
ॐ दिगम्बरायै नमः।
Om Digambarayai Namah।
जो ब्रह्माण्ड को वस्त्र के रूप में धारण करती हैं
ॐ घोररावायै नमः।
Om Ghoraravayai Namah।
जो अत्यन्त भीषण गर्जना करती हैं
ॐ सृक्कान्तायै नमः।
Om Srikkantayai Namah।
जिनकी आभा कमल पुष्प के समान है
ॐ रक्तवाहिन्यै नमः।
Om Raktavahinyai Namah।
जो रक्तरञ्जित स्वरूप वाली हैं
ॐ घोररावायै नमः।
Om Ghoraravayai Namah।
जो अत्यन्त भीषण गर्जना करती हैं
ॐ शिवायै नमः।
Om Shivayai Namah।
जो भगवान शिव की अर्धाङ्गिनी हैं
ॐ खड्गायै नमः।
Om Khadgayai Namah।
जो स्वयं खड्ग स्वरूपा हैं
ॐ विशङ्कायै नमः।
Om Vishankayai Namah।
जिन्हें किसी भी प्रकार का भय नहीं है
ॐ मदनातुरायै नमः।
Om Madanaturayai Namah।
जो मदिरापान हेतु आतुर हैं
ॐ मत्तायै नमः।
Om Mattayai Namah।
जो परम उत्साहित एवं आनन्दित हैं
ॐ प्रमत्तायै नमः।
Om Pramattayai Namah।
जो विचारशून्य हैं
ॐ प्रमदायै नमः।
Om Pramadayai Namah।
जो चिर यौवना हैं
ॐ सुधासिन्धुनिवासिन्यै नमः।
Om Sudhasindhunivasinyai Namah।
जो अमृत सागर में निवास करती हैं
ॐ अतिमत्तायै नमः।
Om Atimattayai Namah।
जो सम्माननीय हैं
ॐ महामत्तायै नमः।
Om Mahamattayai Namah।
जो उन्मुक्त हैं
ॐ सर्वाकर्षणकारिण्यै नमः।
Om Sarvakarshanakarinyai Namah।
जो सभी को आकर्षित करने वाली हैं
ॐ गीतप्रियायै नमः।
Om Gitapriyayai Namah।
जिन्हें गीत प्रिय हैं
ॐ वाद्यरतायै नमः।
Om Vadyaratayai Namah।
जिन्हें वाद्ययन्त्र प्रिय हैं
ॐ प्रेतनृत्यपरायणायै नमः।
Om Pretanrityaparayanayai Namah।
जिन्हें प्रेतनृत्य प्रिय है
ॐ चतुर्भुजायै नमः।
Om Chaturbhujayai Namah।
जो चार भुजाओं वाली हैं
ॐ दशभुजायै नमः।
Om Dashabhujayai Namah।
जो दस भुजाओं वाली हैं
ॐ अष्टादशभुजायै नमः।
Om Ashtadashabhujayai Namah।
जो अठारह भुजाओं वाली हैं
ॐ कात्यायन्यै नमः।
Om Katyayanyai Namah।
जो महर्षि कात्यायन की पुत्री हैं
ॐ जगन्मात्रे नमः।
Om Jaganmatre Namah।
जो सम्पूर्ण सृष्टि को जन्म देने वाली माता हैं
ॐ जगत्यै नमः।
Om Jagatyai Namah।
जो सम्पूर्ण सृष्टि की स्वामिनी हैं
ॐ परमेश्वर्यै नमः।
Om Parameshvaryai Namah।
जो समस्त देवी-देवताओं में श्रेष्ठ हैं
ॐ जगद्बन्धवे नमः।
Om Jagadbandhave Namah।
जो सृष्टि की रक्षा करने वाली हैं
ॐ जगद्धात्र्यै नमः।
Om Jagaddhatryai Namah।
जो सम्पूर्ण जगत की अधिष्ठात्री देवी हैं
ॐ जगदानन्दकारिण्यै नमः।
Om Jagadanandakarinyai Namah।
जो सम्पूर्ण सृष्टि के आनन्द का कारण हैं
ॐ जगन्मय्यै नमः।
Om Jaganmayyai Namah।
जिनमें समस्त ब्रह्माण्ड समाहित है
ॐ हैमवत्यै नमः।
Om Haimavatyai Namah।
जो स्वर्ण के समान आभा वाली हैं
ॐ महामायायै नमः।
Om Mahamayayai Namah।
जो स्वयं महामाया के रूप में स्थित हैं
ॐ महामहायै नमः।
Om Mahamahayai Namah।
जो अत्यधिक शक्तिशाली हैं
ॐ नागयज्ञोपवीताङ्ग्यै नमः।
Om Nagayajnopavitangyai Namah।
जो सर्पों को पवित्र सूत्र के रूप में धारण करती हैं
ॐ नागिन्यै नमः।
Om Naginyai Namah।
जो नागों की स्वामिनी हैं
ॐ नागशायिन्यै नमः।
Om Nagashayinyai Namah।
जो नागों पर शयन करती हैं
ॐ नागकन्यायै नमः।
Om Nagakanyayai Namah।
जो नाग की पुत्री हैं
ॐ देवकन्यायै नमः।
Om Devakanyayai Namah।
जो देव की पुत्री हैं
ॐ गन्धर्व्यै नमः।
Om Gandharvyai Namah।
जो गन्धर्व विद्या (गीत-संगीत) में पारंगत हैं
ॐ किन्नरेश्वर्यै नमः।
Om Kinnareshvaryai Namah।
जो किन्नरों की देवी हैं
ॐ मोहरात्र्यै नमः।
Om Moharatryai Namah।
जो मोहरात्रि स्वरूपा हैं (वह प्रलय जो ब्रह्मा के पचास वर्ष बीतने पर होता है)
ॐ महारात्र्यै नमः।
Om Maharatryai Namah।
जो महारात्री स्वरूपा हैं
ॐ दारुणायै नमः।
Om Darunayai Namah।
जो अत्यन्त कठोर हैं
ॐ भासुराम्बरायै नमः।
Om Bhasurambarayai Namah।
जो भयावह वस्त्र धारण करती हैं
ॐ विद्याधर्यै नमः।
Om Vidyadharyai Namah।
जो सभी विद्याओं में पारंगत हैं
ॐ वसुमत्यै नमः।
Om Vasumatyai Namah।
जो पृथ्वी के रूप में स्थित हैं
ॐ यक्षिण्यै नमः।
Om Yakshinyai Namah।
जो स्वयं यक्षिणी स्वरूपा हैं
ॐ योगिन्यै नमः।
Om Yoginyai Namah।
जो योग साधना करने वाली हैं
ॐ जरायै नमः।
Om Jarayai Namah।
जो जीर्णता के रूप में स्थित हैं
ॐ राक्षस्यै नमः।
Om Rakshasyai Namah।
जो राक्षसी स्वरूपा हैं
ॐ डाकिन्यै नमः।
Om Dakinyai Namah।
जो डाकिनी स्वरूपा हैं
ॐ वेदमय्यै नमः।
Om Vedamayyai Namah।
समस्त वेद जिनमें समाहित हैं
ॐ वेदविभूषणायै नमः।
Om Vedavibhushanayai Namah।
जो वेदों से अलंकृत हैं
ॐ श्रुत्यै नमः।
Om Shrutyai Namah।
जो स्वयं वेद स्वरूपा हैं
ॐ स्मृत्यै नमः।
Om Smrityai Namah।
जो स्मृति के रूप में स्थित हैं
ॐ महाविद्यायै नमः।
Om Mahavidyayai Namah।
जो दस महाविद्याओं में से एक हैं
ॐ गुह्यविद्यायै नमः।
Om Guhyavidyayai Namah।
जो रहस्यमय मन्त्रों का गुप्त ज्ञान हैं
ॐ पुरातन्यै नमः।
Om Puratanyai Namah।
जो आदिकाल से उपस्थित हैं
ॐ चिन्त्यायै नमः।
Om Chintyayai Namah।
जो ध्यान करने योग्य हैं
ॐ अचिन्त्यायै नमः।
Om Achintyayai Namah।
जो ध्यान से परे हैं
ॐ सुधायै नमः।
Om Sudhayai Namah।
जो अमृत स्वरूपा हैं
ॐ स्वाहायै नमः।
Om Svahayai Namah।
जो स्वधा स्वरूपा हैं
ॐ निद्रायै नमः।
Om Nidrayai Namah।
जो निद्रा स्वरूपा हैं
ॐ तन्द्रायै नमः।
Om Tandrayai Namah।
जो तन्द्रा (आलस्य) स्वरूपा हैं
ॐ पार्वत्यै नमः।
Om Parvatyai Namah।
जो देवी पार्वती के रूप में स्थित हैं
ॐ अपर्णायै नमः।
Om Aparnayai Namah।
जो व्रत के समय पत्ते तक ग्रहण नहीं करती हैं
ॐ निश्चलायै नमः।
Om Nishchalayai Namah।
जो अडिग एवं अटल हैं
ॐ लोलायै नमः।
Om Lolayai Namah।
जो निरन्तर गतिशील हैं
ॐ सर्वविद्यायै नमः।
Om Sarvavidyayai Namah।
जो सर्वज्ञता को प्राप्त हैं
ॐ तपस्विन्यै नमः।
Om Tapasvinyai Namah।
जो निरन्तर तपस्या में लीन रहती हैं
ॐ गङ्गायै नमः।
Om Gangayai Namah।
जो गङ्गा स्वरूपा हैं
ॐ काश्यै नमः।
Om Kashyai Namah।
जो स्वयं काशी के रूप में स्थित हैं
ॐ शच्यै नमः।
Om Shachyai Namah।
जो वाणी की शक्ति हैं
ॐ सीतायै नमः।
Om Sitayai Namah।
जो देवी सीता स्वरूपा हैं
ॐ सत्यै नमः।
Om Satyai Namah।
जो एक गुणी एवं पतिव्रता पत्नी हैं
ॐ सत्यपरायणायै नमः।
Om Satyaparayanayai Namah।
जिन्हें सत्य प्रिय है
ॐ नीत्यै नमः।
Om Nityai Namah।
जो नैतिकता का मूर्त स्वरूप हैं
ॐ सुनीत्यै नमः।
Om Sunityai Namah।
जो अत्यन्त शिष्ट हैं
ॐ सुरुच्यै नमः।
Om Suruchyai Namah।
जो परमानन्द स्वरूपा हैं
ॐ तुष्ट्यै नमः।
Om Tushtyai Namah।
जो नौ प्रकार की तुष्टियों की स्वामिनी हैं
ॐ पुष्ट्यै नमः।
Om Pushtyai Namah।
जो पोषण का मूर्त स्वरूप हैं
ॐ धृत्यै नमः।
Om Dhrityai Namah।
जो साहसी हैं
ॐ क्षमायै नमः।
Om Kshamayai Namah।
जो क्षमा स्वरूपा हैं
ॐ वाण्यै नमः।
Om Vanyai Namah।
जो वाणी के रूप में स्थित हैं
ॐ बुद्ध्यै नमः।
Om Buddhyai Namah।
जो बुद्धि स्वरूपा हैं
ॐ महालक्ष्म्यै नमः।
Om Mahalakshmyai Namah।
जो स्वयं महालक्ष्मी स्वरूपा हैं
ॐ लक्ष्म्यै नमः।
Om Lakshmyai Namah।
जो धन-सम्पदा के रूप में स्थित हैं
ॐ नीलसरस्वत्यै नमः।
Om Nilasarasvatyai Namah।
जो देवी नील सरस्वती का स्वरूप हैं
ॐ स्रोतस्वत्यै नमः।
Om Srotasvatyai Namah।
जो नदी के रूप में विद्यमान हैं
ॐ सरस्वत्यै नमः।
Om Sarasvatyai Namah।
जो देवी सरस्वती का स्वरूप हैं
ॐ मातङ्ग्यै नमः।
Om Matangyai Namah।
जो मातङ्ग (भगवान शिव) की अर्धाङ्गिनी हैं
ॐ विजयायै नमः।
Om Vijayayai Namah।
जो सदैव विजयी होती हैं
ॐ जयायै नमः।
Om Jayayai Namah।
जो विजय की देवी हैं
ॐ नद्यै नमः।
Om Nadyai Namah।
जो नदी स्वरूपा हैं
ॐ सिन्धवे नमः।
Om Sindhave Namah।
जो सिन्धु (समुद्र) के रूप में स्थित हैं
ॐ सर्वमय्यै नमः।
Om Sarvamayyai Namah।
जो सृष्टि में सर्वत्र व्याप्त हैं
ॐ तारायै नमः।
Om Tarayai Namah।
जो संसार सागर से तारने वाली हैं
ॐ शून्यनिवासिन्यै नमः।
Om Shunyanivasinyai Namah।
जो अनस्तित्व में निवास करती हैं
ॐ शुद्धायै नमः।
Om Shuddhayai Namah।
जो परम पवित्र हैं
ॐ तरङ्गिण्यै नमः।
Om Taranginyai Namah।
जो नदी के समान तरंगमयी हैं
ॐ मेधायै नमः।
Om Medhayai Namah।
जो मानसिक शक्ति के रूप में स्थित हैं
ॐ लाकिन्यै नमः।
Om Lakinyai Namah।
जो लाकिनी देवी के रूप में स्थित हैं
ॐ बहुरूपिण्यै नमः।
Om Bahurupinyai Namah।
जिनके अनेकों रूप हैं
ॐ स्थूलायै नमः।
Om Sthulayai Namah।
जो मूर्त स्वरूप में स्थित हैं
ॐ सूक्ष्मायै नमः।
Om Sukshmayai Namah।
जो सूक्ष्म रूप में विद्यमान हैं
ॐ सूक्ष्मतरायै नमः।
Om Sukshmatarayai Namah।
जो सूक्ष्म से भी अतिसूक्ष्म हैं
ॐ भगवत्यै नमः।
Om Bhagavatyai Namah।
जो समस्त संसार की स्वामिनी हैं
ॐ अनुरूपिण्यै नमः।
Om Anurupinyai Namah।
जो सृष्टि के अनुरूप हैं
ॐ परमाणुस्वरूपायै नमः।
Om Paramanusvarupayai Namah।
जो परमाणु स्वरूपा हैं
ॐ चिदानन्दस्वरूपिण्यै नमः।
Om Chidanandasvarupinyai Namah।
जो स्वयं आनन्द स्वरूपा हैं
ॐ सदानन्दमय्यै नमः।
Om Sadanandamayyai Namah।
जो सदैव आनन्दमग्न रहती हैं
ॐ सत्यायै नमः।
Om Satyayai Namah।
जो सत्य स्वरूपा हैं
ॐ सर्वानन्दस्वरूपिण्यै नमः।
Om Sarvanandasvarupinyai Namah।
जो समस्त प्रकार के आनन्द का मूर्त रूप हैं
ॐ सुनन्दायै नमः।
Om Sunandayai Namah।
जो आनन्द प्रदान करने वाली हैं
ॐ नन्दिन्यै नमः।
Om Nandinyai Namah।
जो प्रसन्न हैं
ॐ स्तुत्यायै नमः।
Om Stutyayai Namah।
जो स्तुति करने योग्य हैं
ॐ स्तवनीयस्वभाविन्यै नमः।
Om Stavaniyasvabhavinyai Namah।
जिनका स्वभाव प्रशंसनीय है
ॐ रङ्गिण्यै नमः।
Om Ranginyai Namah।
जो युद्धभूमि की देवी हैं
ॐ टङ्किन्यै नमः।
Om Tankinyai Namah।
जो टङ्कार के रूप में स्थित हैं
ॐ चित्रायै नमः।
Om Chitrayai Namah।
जो विविध कलाओं के रूप में स्थित हैं
ॐ विचित्रायै नमः।
Om Vichitrayai Namah।
जो अत्यन्त भव्य हैं
ॐ चित्ररूपिण्यै नमः।
Om Chitrarupinyai Namah।
जो कला के विभिन्न अंगों में समाहित हैं
ॐ पद्मायै नमः।
Om Padmayai Namah।
जो कमल वर्ण वाली हैं
ॐ पद्मालयायै नमः।
Om Padmalayayai Namah।
जो कमल पुष्प में वास करती हैं
ॐ पद्ममुख्यै नमः।
Om Padmamukhyai Namah।
जिनका मुख कमल के समान है
ॐ पद्मविभूषणायै नमः।
Om Padmavibhushanayai Namah।
जो कमल पुष्पों से अलंकृत हैं
ॐ डाकिन्यै नमः।
Om Dakinyai Namah।
जो डाकिणी स्वरूपा हैं
ॐ शाकिन्यै नमः।
Om Shakinyai Namah।
जो शाकिनी स्वरूपा हैं
ॐ क्षान्तायै नमः।
Om Kshantayai Namah।
जो धैर्य स्वरूपा हैं
ॐ राकिण्यै नमः।
Om Rakinyai Namah।
जो योगिनी राकिणी के समान हैं
ॐ रुधिरप्रियायै नमः।
Om Rudhirapriyayai Namah।
जिन्हें रक्त प्रिय है
ॐ भ्रान्त्यै नमः।
Om Bhrantyai Namah।
जो भ्रम के रूप में स्थित हैं
ॐ भवान्यै नमः।
Om Bhavanyai Namah।
जो भव (शिव जी) की अर्धाङ्गिनी हैं
ॐ रुद्राण्यै नमः।
Om Rudranyai Namah।
जो शिव जी के रुद्र रूप की अर्धाङ्गिनी हैं
ॐ मृडान्यै नमः।
Om Mridanyai Namah।
जो भगवान भोलेनाथ के मृडा रूप की अर्धाङ्गिनी हैं
ॐ शत्रुमर्दिन्यै नमः।
Om Shatrumardinyai Namah।
जो शत्रुओं का नाश करने वाली हैं
ॐ उपेन्द्राण्यै नमः।
Om Upendranyai Namah।
जो भगवान विष्णु की शक्ति हैं
ॐ महेन्द्राण्यै नमः।
Om Mahendranyai Namah।
जो भगवान शिव की शक्ति हैं
ॐ ज्योत्स्नायै नमः।
Om Jyotsnayai Namah।
जिनकी चन्द्रमा के समान आभा है
ॐ चन्द्रस्वरूपिण्यै नमः।
Om Chandrasvarupinyai Namah।
जिनका रूप चन्द्र के समान है
ॐ सूर्यात्मिकायै नमः।
Om Suryatmikayai Namah।
जिनमें सूर्य के समान आत्मतेज है
ॐ रुद्रपत्न्यै नमः।
Om Rudrapatnyai Namah।
जो भगवान रुद्र (भगवान शिव) की धर्मपत्नी हैं
ॐ रौद्र्यै नमः।
Om Raudryai Namah।
जो रुद्र की शक्ति हैं
ॐ स्त्रियै नमः।
Om Striyai Namah।
जो स्त्री स्वरूप में स्थित हैं
ॐ प्रकृत्यै नमः।
Om Prakrityai Namah।
जो स्वयं प्रकृति स्वरूपा हैं
ॐ पुंसे नमः।
Om Pumse Namah।
जो पुरुष स्वरूपा हैं
ॐ शक्त्यै नमः।
Om Shaktyai Namah।
जो शक्ति के रूप में स्थित हैं
ॐ मुक्त्यै नमः।
Om Muktyai Namah।
जो स्वयं मुक्ति स्वरूपा हैं
ॐ मत्यै नमः।
Om Matyai Namah।
जो मति (बुद्धि) स्वरूपा हैं
ॐ मात्रे नमः।
Om Matre Namah।
जो मात्रा के रूप में स्थित हैं
ॐ भक्त्यै नमः।
Om Bhaktyai Namah।
जो भक्ति स्वरूपा हैं
ॐ मुक्त्यै नमः।
Om Muktyai Namah।
जो मुक्ति स्वरूपा हैं
ॐ पतिव्रतायै नमः।
Om Pativratayai Namah।
जो पतिव्रता हैं
ॐ सर्वेश्वर्यै नमः।
Om Sarveshvaryai Namah।
जो समस्त देवी-देवताओं की पूजनीय हैं
ॐ सर्वमात्रे नमः।
Om Sarvamatre Namah।
जो सम्पूर्ण सृष्टि स्वरूपा हैं
ॐ शर्वाण्यै नमः।
Om Sharvanyai Namah।
जो भगवान शिव की पत्नी हैं
ॐ हरवल्लभायै नमः।
Om Haravallabhayai Namah।
जो भगवान शिव को प्रिय हैं
ॐ सर्वज्ञायै नमः।
Om Sarvajnayai Namah।
जो सर्वज्ञा हैं
ॐ सिद्धिदायै नमः।
Om Siddhidayai Namah।
जो सिद्धि प्रदान करने वाली हैं
ॐ सिद्धायै नमः।
Om Siddhayai Namah।
जो स्वयं सिद्धि स्वरूपा हैं
ॐ भव्याभव्यायै नमः।
Om Bhavyabhavyayai Namah।
जो महान एवं वैभवशाली हैं
ॐ भयापहायै नमः।
Om Bhayapahayai Namah।
जो भय का नाश करती हैं
ॐ कर्त्र्यै नमः।
Om Kartryai Namah।
जो सृजन करने वाली हैं
ॐ हर्त्र्यै नमः।
Om Hartryai Namah।
जो विनाश करने वाली हैं
ॐ पालयित्र्यै नमः।
Om Palayitryai Namah।
जो पालन करने वाली हैं
ॐ शर्वर्यै नमः।
Om Sharvaryai Namah।
जो रात्रि स्वरूपा हैं
ॐ तामस्यै नमः।
Om Tamasyai Namah।
जो तमोगुण से युक्त हैं
ॐ दयायै नमः।
Om Dayayai Namah।
जो दया का मूर्त स्वरूप हैं
ॐ तमिस्रातामस्यै नमः।
Om Tamisratamasyai Namah।
जो घोर अन्धकार के रूप में स्थित हैं
ॐ स्थास्नवे नमः।
Om Sthasnave Namah।
जो स्थायी हैं
ॐ स्थिरायै नमः।
Om Sthirayai Namah।
जो अचल हैं
ॐ धीरायै नमः।
Om Dhirayai Namah।
जो दृढ़ निश्चयी हैं
ॐ तपस्विन्यै नमः।
Om Tapasvinyai Namah।
जो निरन्तर तपस्या में लीन रहती हैं
ॐ चार्वङ्ग्यै नमः।
Om Charvangyai Namah।
जो उत्तम देह वाली हैं
ॐ चञ्चलायै नमः।
Om Chanchalayai Namah।
जो अस्थिर स्वभाव वाली हैं
ॐ लोलजिह्वायै नमः।
Om Lolajihvayai Namah।
जिनकी जिह्वा (जीभ) बाहर निकली है
ॐ चारुचरित्रिण्यै नमः।
Om Charucharitrinyai Namah।
जिनका चरित्र चन्द्रमा के समान निर्मल है
ॐ त्रपायै नमः।
Om Trapayai Namah।
जो ख्याति स्वरूपा हैं
ॐ त्रपावत्यै नमः।
Om Trapavatyai Namah।
जो अत्यन्त प्रसिद्ध हैं
ॐ लज्जायै नमः।
Om Lajjayai Namah।
जो लज्जा स्वरूपा हैं
ॐ विलज्जायै नमः।
Om Vilajjayai Namah।
जो लज्जा रहित हैं
ॐ हरयौवत्यै नमः।
Om Harayauvatyai Namah।
जो भगवान शिव की संगिनी हैं
ॐ सत्यवत्यै नमः।
Om Satyavatyai Namah।
जो सम्पूर्ण अस्तित्व की स्वामिनी हैं
ॐ धर्मनिष्ठायै नमः।
Om Dharmanishthayai Namah।
जो धर्म के पथ पर चलने वाली हैं
ॐ श्रेष्ठायै नमः।
Om Shreshthayai Namah।
जो संसार में सर्वश्रेष्ठ हैं
ॐ निष्ठुरवादिन्यै नमः।
Om Nishthuravadinyai Namah।
जो कठोर संगीतज्ञा हैं
ॐ गरिष्ठायै नमः।
Om Garishthayai Namah।
जो परम आदरणीय हैं
ॐ दुष्टसंहन्त्र्यै नमः।
Om Dushtasamhantryai Namah।
जो दुष्टों का संहार करने वाली हैं
ॐ विशिष्टायै नमः।
Om Vishishtayai Namah।
जो विलक्षण हैं
ॐ श्रेयस्यै नमः।
Om Shreyasyai Namah।
जो सर्वाधिक सुन्दर हैं
ॐ घृणायै नमः।
Om Ghrinayai Namah।
जो घृणा के रूप में स्थित हैं
ॐ भीमायै नमः।
Om Bhimayai Namah।
जो अद्भुत हैं
ॐ भयानकायै नमः।
Om Bhayanakayai Namah।
जो विकराल हैं
ॐ भीमनादिन्यै नमः।
Om Bhimanadinyai Namah।
जो घोर गर्जना करने वाली हैं
ॐ भिये नमः।
Om Bhiye Namah।
जो विनाश करने वाली हैं
ॐ प्रभावत्यै नमः।
Om Prabhavatyai Namah।
जो अत्यन्त ओजपूर्ण हैं
ॐ वागीश्वर्यै नमः।
Om Vagishvaryai Namah।
जो वाणी एवं भाषा की देवी हैं
ॐ श्रिये नमः।
Om Shriye Namah।
जो सम्पत्ति एवं सौभाग्य की देवी हैं
ॐ यमुनायै नमः।
Om Yamunayai Namah।
जो यमुना स्वरूपा हैं
ॐ यज्ञकर्त्र्यै नमः।
Om Yajnakartryai Namah।
जो यज्ञ करने वाली हैं
ॐ यजुःप्रियायै नमः।
Om Yajuhpriyayai Namah।
जिन्हें यज्ञ प्रिय हैं
ॐ ऋक्सामाथर्वनिलयायै नमः।
Om Riksamatharvanilayayai Namah।
जो वेद स्वरूपा हैं
ॐ रागिण्यै नमः।
Om Raginyai Namah।
जो संगीत के रूप में स्थित हैं
ॐ शोभनायै नमः।
Om Shobhanayai Namah।
जो अत्यन्त रूपवती एवं गुणवती हैं
ॐ सुरायै नमः।
Om Surayai Namah।
जो मद्य स्वरूपा अथवा मधु स्वरूपा हैं
ॐ कलकण्ठ्यै नमः।
Om Kalakanthyai Namah।
जिनका कण्ठ कोयल के समान मधुर है
ॐ कम्बुकण्ठ्यै नमः।
Om Kambukanthyai Namah।
जिनका गला शंख के समान है
ॐ वेणुवीणापरायणायै नमः।
Om Venuvinaparayanayai Namah।
जिन्हें वीणा वादन अत्यन्त प्रिय है
ॐ वंशिन्यै नमः।
Om Vamshinyai Namah।
समस्त संसार जिनका वंश है
ॐ वैष्णव्यै नमः।
Om Vaishnavyai Namah।
जो माता वैष्णवी के रूप में स्थित हैं
ॐ स्वच्छायै नमः।
Om Svachchhayai Namah।
जो अत्यधिक स्वच्छ हैं
ॐ धात्र्यै नमः।
Om Dhatryai Namah।
जो सम्पूर्ण सृष्टि की माता हैं
ॐ त्रिजगदीश्वर्यै नमः।
Om Trijagadishvaryai Namah।
जो तीनों लोकों की देवी हैं
ॐ मधुमत्यै नमः।
Om Madhumatyai Namah।
जो मधुमती स्वरूपा हैं
ॐ कुण्डलिन्यै नमः।
Om Kundalinyai Namah।
जो कुण्डलिनी के रूप में स्थित हैं
ॐ ऋद्ध्यै नमः।
Om Riddhyai Namah।
जो ऋद्धि स्वरूपा हैं
ॐ शुद्ध्यै नमः।
Om Shuddhyai Namah।
जो अत्यन्त शुद्ध हैं
ॐ शुचिस्मितायै नमः।
Om Shuchismitayai Namah।
जिनके मुख पर सुन्दर मुस्कान है
ॐ रम्भोर्वशीरतीरामायै नमः।
Om Rambhorvashiratiramayai Namah।
जो रम्भा, उर्वशी, रति, रमा आदि अप्सराओं के रूप में स्थित हैं
ॐ रोहिण्यै नमः।
Om Rohinyai Namah।
जो रोहिणी नक्षत्र के रूप में स्थित हैं
ॐ रेवत्यै नमः।
Om Revatyai Namah।
जो रेवती नक्षत्र के रूप में स्थित हैं
ॐ मघायै नमः।
Om Maghayai Namah।
जो मघा नक्षत्र के रूप में स्थित हैं
ॐ शङ्खिन्यै नमः।
Om Shankhinyai Namah।
जो शंख धारण करती हैं
ॐ चक्रिण्यै नमः।
Om Chakrinyai Namah।
जो चक्र धारण करती हैं
ॐ कृष्णायै नमः।
Om Krishnayai Namah।
जो कृष्ण (काले-नीले) वर्ण की हैं
ॐ गदिन्यै नमः।
Om Gadinyai Namah।
जो गदा धारण करती हैं
ॐ पद्मिन्यै नमः।
Om Padminyai Namah।
जो कमलपुष्प धारण करती हैं
ॐ शूलिन्यै नमः।
Om Shulinyai Namah।
जो त्रिशूल धारण करती हैं
ॐ परिघास्त्रायै नमः।
Om Parighastrayai Namah।
जो परिघ अस्त्र (लोहे का एक विशेष अस्त्र) धारण करती हैं
ॐ पाशिन्यै नमः।
Om Pashinyai Namah।
जो हाथ में पाश लिये रहती हैं
ॐ शार्ङ्गपाणिन्यै नमः।
Om Sharngapaninyai Namah।
जो शार्ङ्ग नामक धनुष धारण करती हैं
ॐ पिनाकधारिण्यै नमः।
Om Pinakadharinyai Namah।
जो पिनाक नामक धनुष धारण करती हैं
ॐ धूम्रायै नमः।
Om Dhumrayai Namah।
जो धूम्र वर्ण की हैं
ॐ सुरभ्यै नमः।
Om Surabhyai Namah।
जो मधुर एवं मित्रवत हैं
ॐ वनमालिन्यै नमः।
Om Vanamalinyai Namah।
जो वनमाला धारण करती हैं
ॐ रथिन्यै नमः।
Om Rathinyai Namah।
जो रथ पर आरूढ़ है
ॐ समरप्रीतायै नमः।
Om Samarapritayai Namah।
जिन्हें युद्ध प्रिय हैं
ॐ वेगिन्यै नमः।
Om Veginyai Namah।
जो अत्यन्त तीव्र वेग वाली हैं
ॐ रणपण्डितायै नमः।
Om Ranapanditayai Namah।
जिन्हें समस्त रण कौशल का ज्ञान है
ॐ जटिन्यै नमः।
Om Jatinyai Namah।
जो जटा धारण करती हैं
ॐ वज्रिण्यै नमः।
Om Vajrinyai Namah।
जो वज्र के समान कठोर हैं
नीललावण्याम्बुधिचन्द्रिका
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ॐ नीललावण्याम्बुधिचन्द्रिकायै नमः।
Om Nilalavanyambudhichandrikayai Namah।
जो नीलसागर के समान कान्ति वाली हैं
ॐ बलिप्रियायै नमः।
Om Balipriyayai Namah।
जिन्हें बलि प्रिय हैं
ॐ सदापूज्यायै नमः।
Om Sadapujyayai Namah।
जो सदैव पूजनीय हैं
ॐ दैत्येन्द्रमथिन्यै नमः।
Om Daityendramathinyai Namah।
जो दैत्यों के नायक का अन्त करने वाली हैं
ॐ महिषासुरसंहर्त्र्यै नमः।
Om Mahishasurasamhartryai Namah।
जो महिषासुर का संहार करने वाली हैं
ॐ कामिन्यै नमः।
Om Kaminyai Namah।
जो अत्यन्त स्नेहमयी हैं
ॐ रक्तदन्तिकायै नमः।
Om Raktadantikayai Namah।
जिनके दाँत रक्तरञ्जित हैं
ॐ रक्तपायै नमः।
Om Raktapayai Namah।
जो रक्तपान करने वाली हैं
ॐ रुधिराक्ताङ्ग्यै नमः।
Om Rudhiraktangyai Namah।
जिनके सम्पूर्ण अंग रक्तरञ्जित हैं
ॐ रक्तखर्परधारिण्यै नमः।
Om Raktakharparadharinyai Namah।
जो रक्त से भरा हुआ खप्पर धारण करती हैं
ॐ रक्तप्रियायै नमः।
Om Raktapriyayai Namah।
जिन्हें रक्त अतिप्रिय है
ॐ मांसरुचये नमः।
Om Mamsaruchaye Namah।
जिन्हें मांस प्रिय है
ॐ वासवासक्तमानसायै नमः।
Om Vasavasaktamanasayai Namah।
जो इन्द्र के मन को आकर्षित करने वाली हैं
ॐ गलच्छोणितमुण्डाल्यै नमः।
Om Galachchhonitamundalyai Namah।
जो गले में मुण्डमाला धारण करती हैं
ॐ कण्ठमालाविभूषणायै नमः।
Om Kanthamalavibhushanayai Namah।
जिनका कण्ठ मालाओं से सुशोभित है
ॐ शवासनायै नमः।
Om Shavasanayai Namah।
जो श्वास के रूप में स्थित हैं
ॐ चितान्तस्स्थायै नमः।
Om Chitantassthayai Namah।
जो चिता पर सवार हैं
ॐ माहेश्यै नमः।
Om Maheshyai Namah।
जो भगवान महेश (शिव) की शक्ति हैं
ॐ वृषवाहिन्यै नमः।
Om Vrishavahinyai Namah।
जो नन्दी की सवारी करती हैं
ॐ व्याघ्रत्वगम्बरायै नमः।
Om Vyaghratvagambarayai Namah।
जो बाघ चर्म धारण करती हैं
ॐ चीनचैलिन्यै नमः।
Om Chinachailinyai Namah।
जो हिरण की भाँति तीव्र चाल वाली हैं
ॐ सिंहवाहिन्यै नमः।
Om Simhavahinyai Namah।
जो सिंह की सवारी करने वाली हैं
ॐ वामदेव्यै नमः।
Om Vamadevyai Namah।
जो वाम मार्ग की देवी हैं
ॐ महादेव्यै नमः।
Om Mahadevyai Namah।
जो सर्वश्रेष्ठ हैं
ॐ गौर्यै नमः।
Om Gauryai Namah।
जो गौर वर्ण की हैं
ॐ सर्वज्ञभामिन्यै नमः।
Om Sarvajnabhaminyai Namah।
जो सर्वज्ञ स्त्री स्वरूप में स्थित हैं
ॐ बालिकायै नमः।
Om Balikayai Namah।
जो बालिका स्वरूप में स्थित हैं
ॐ तरुण्यै नमः।
Om Tarunyai Namah।
जो तरुण युवती के रूप में स्थित हैं
ॐ वृद्धायै नमः।
Om Vriddhayai Namah।
जो वृद्ध स्त्री के रूप में स्थित हैं
ॐ वृद्धमात्रे नमः।
Om Vriddhamatre Namah।
जो सम्पत्ति में वृद्धि करने वाली हैं
ॐ जरातुरायै नमः।
Om Jaraturayai Namah।
जो जर्जर स्वरूप में हैं
ॐ सुभ्रुवे नमः।
Om Subhruve Namah।
जिनकी भौहें अत्यन्त सुन्दर हैं
ॐ विलासिन्यै नमः।
Om Vilasinyai Namah।
जो आकर्षक एवं उन्मुक्त हैं
ॐ ब्रह्मवादिन्यै नमः।
Om Brahmavadinyai Namah।
जो वेदों की रक्षा एवं व्याख्या करती हैं
ॐ ब्राह्मण्यै नमः।
Om Brahmanyai Namah।
जो ब्राह्मणी के रूप में स्थित हैं
ॐ सत्यै नमः।
Om Satyai Namah।
जो सत्य स्वरूपा हैं
ॐ सुप्तवत्यै नमः।
Om Suptavatyai Namah।
जो निद्रा स्वरूपा हैं
ॐ चित्रलेखायै नमः।
Om Chitralekhayai Namah।
जो संसार की रचना करने वाली हैं
ॐ लोपामुद्रायै नमः।
Om Lopamudrayai Namah।
जो देवी लोपमुद्रा के रूप में स्थित हैं
ॐ सुरेश्वर्यै नमः।
Om Sureshvaryai Namah।
जो देवों की अधिष्ठात्री देवी हैं
ॐ अमोघायै नमः।
Om Amoghayai Namah।
जो अचूक हैं तथा कभी निष्फल नहीं होती हैं
ॐ अरुन्धत्यै नमः।
Om Arundhatyai Namah।
जो देवी अरुन्धती के रूप में स्थित हैं
ॐ तीक्ष्णायै नमः।
Om Tikshnayai Namah।
जो तीक्ष्ण स्वभाव वाली हैं
ॐ भोगवत्यै नमः।
Om Bhogavatyai Namah।
जो धन-वैभव से युक्त हैं
ॐ अनुरागिण्यै नमः।
Om Anuraginyai Namah।
जो स्वयं संगीत स्वरूपा हैं
ॐ मन्दाकिन्यै नमः।
Om Mandakinyai Namah।
जो आकाशगंगा के रूप में विद्यमान हैं
ॐ मन्दहासायै नमः।
Om Mandahasayai Namah।
जिनके मुखमण्डल पर मन्द-मन्द मुस्कान है
ॐ ज्वालामुख्यै नमः।
Om Jvalamukhyai Namah।
जिनके मुख से ज्वाला प्रकट होती है
ॐ असुरान्तकायै नमः।
Om Asurantakayai Namah।
जो असुरों का अन्त करने वाली हैं
ॐ मानदायै नमः।
Om Manadayai Namah।
जो मान-सम्मान प्रदान करने वाली हैं
ॐ मानिनीमान्यायै नमः।
Om Maninimanyayai Namah।
जो सम्मानीयों द्वारा भी पूजनीय हैं
ॐ माननीयायै नमः।
Om Mananiyayai Namah।
जो सम्पूर्ण सृष्टि द्वारा सम्मानीय हैं
ॐ मदातुरायै नमः।
Om Madaturayai Namah।
जो मद से युक्त हैं
ॐ मदिरायै नमः।
Om Madirayai Namah।
जो मदिरा के रूप में स्थित हैं
ॐ मेदुरायै नमः।
Om Medurayai Namah।
जो घनघोर हैं
ॐ उन्मादायै नमः।
Om Unmadayai Namah।
जो उन्माद युक्त हैं
ॐ मेध्यायै नमः।
Om Medhyayai Namah।
जो पराक्रमी एवं शूरवीर हैं
ॐ साध्यायै नमः।
Om Sadhyayai Namah।
जो परम लक्ष्य हैं
ॐ प्रसादिन्यै नमः।
Om Prasadinyai Namah।
जो दयालु हैं
ॐ सुमध्यायै नमः।
Om Sumadhyayai Namah।
जिनकी कमर अति सुन्दर है
ॐ अनन्तगुणिन्यै नमः।
Om Anantaguninyai Namah।
जो अनन्त गुणों की धनी हैं
ॐ सर्वलोकोत्तमोत्तमायै नमः।
Om Sarvalokottamottamayai Namah।
जो समस्त लोकों में सर्वोत्तम हैं
ॐ जयदायै नमः।
Om Jayadayai Namah।
जो विजय प्रदान करने वाली हैं
ॐ जित्वरायै नमः।
Om Jitvarayai Namah।
जो सभी को अधीन करने वाली अथवा वश में करने वाली हैं
ॐ जैत्र्यै नमः।
Om Jaitryai Namah।
जो सदा विजयी हैं
ॐ जयश्रिये नमः।
Om Jayashriye Namah।
जो विजय की देवी हैं
ॐ जयशालिन्यै नमः।
Om Jayashalinyai Namah।
जो विजय धारण करने वाली हैं
ॐ सुखदायै नमः।
Om Sukhadayai Namah।
जो सुख प्रदान करने वाली हैं
ॐ शुभदायै नमः।
Om Shubhadayai Namah।
जो शुभता प्रदान करने वाली हैं
ॐ सत्यायै नमः।
Om Satyayai Namah।
जो सत्यता प्रदान करने वाली हैं
ॐ सख्यै नमः।
Om Sakhyai Namah।
जो सदैव निकट रहती हैं
ॐ सङ्क्षोभकारिण्यै नमः।
Om Sankshobhakarinyai Namah।
जो उपद्रव करने वाली हैं
ॐ शिवदूत्यै नमः।
Om Shivadutyai Namah।
जो भगवान शिव की दूती हैं
ॐ भूतिमत्यै नमः।
Om Bhutimatyai Namah।
जो कल्याण करने वाली हैं
ॐ विभूत्यै नमः।
Om Vibhutyai Namah।
जो भस्म स्वरूपा हैं
ॐ भूषणाननायै नमः।
Om Bhushanananayai Namah।
जो विकराल मुखमण्डल वाली हैं
ॐ कौमार्यै नमः।
Om Kaumaryai Namah।
जो सप्तमातृकाओं में से एक हैं
ॐ कुलजायै नमः।
Om Kulajayai Namah।
जो उत्तम कुल से हैं
ॐ कुन्त्यै नमः।
Om Kuntyai Namah।
जो ब्राह्मण पत्नी हैं
ॐ कुलस्त्रीकुलपालिकायै नमः।
Om Kulastrikulapalikayai Namah।
जो कुल का पालन करने वाली हैं
ॐ कीर्त्यै नमः।
Om Kirtyai Namah।
जो स्वयं कीर्ति स्वरूपा हैं
ॐ यशस्विन्यै नमः।
Om Yashasvinyai Namah।
जो अलौकिक हैं
ॐ भूषायै नमः।
Om Bhushayai Namah।
जो स्वयं आभूषण स्वरूपा हैं
ॐ भूष्ठायै नमः।
Om Bhushthayai Namah।
जो अलंकृत हैं
ॐ भूतपतिप्रियायै नमः।
Om Bhutapatipriyayai Namah।
जो भूतपति (भगवान शिव) को अतिप्रिय हैं
ॐ सुगुणायै नमः।
Om Sugunayai Namah।
जो सगुण साकार रूप में स्थित हैं
ॐ निर्गुणायै नमः।
Om Nirgunayai Namah।
जो निर्गुण निराकार रूप में स्थित हैं
ॐ अधिष्ठायै नमः।
Om Adhishthayai Namah।
जो सम्पूर्ण सृष्टि की अधिष्ठात्री देवी हैं
ॐ निष्ठायै नमः।
Om Nishthayai Namah।
जो स्वयं निष्ठा स्वरूपा हैं
ॐ काष्ठायै नमः।
Om Kashthayai Namah।
जो सर्वोच्च एवं सर्वशक्तिशाली हैं
ॐ प्रकाशिन्यै नमः।
Om Prakashinyai Namah।
जो अत्यधिक देदीप्यमान हैं
ॐ धनिष्ठायै नमः।
Om Dhanishthayai Namah।
जो समस्त धन-सम्पत्ति की स्वामिनी हैं
ॐ धनदायै नमः।
Om Dhanadayai Namah।
जो धन-सम्पत्ति प्रदान करने वाली हैं
ॐ धन्यायै नमः।
Om Dhanyayai Namah।
जो कृतज्ञता का मूर्त रूप हैं
ॐ वसुधायै नमः।
Om Vasudhayai Namah।
जो स्वयं पृथ्वी के रूप में स्थित हैं
ॐ सुप्रकाशिन्यै नमः।
Om Suprakashinyai Namah।
जो अपने तेज से प्रकाशित होने वाली हैं
ॐ उर्वीगुर्व्यै नमः।
Om Urvigurvyai Namah।
जो तीनों लोकों का आधार हैं
ॐ गुरुश्रेष्ठायै नमः।
Om Gurushreshthayai Namah।
जो समस्त गुरुओं में सर्वश्रेष्ठ हैं
ॐ षड्गुणायै नमः।
Om Shadgunayai Namah।
जो छः गुणों (सन्धि, विग्रह, यान, आसन, द्वैधीभाव, संश्रय) से युक्त हैं
ॐ त्रिगुणात्मिकायै नमः।
Om Trigunatmikayai Namah।
जो त्रिगुणों (सत्व, रज, तम) से युक्त हैं
ॐ राज्ञामाज्ञायै नमः।
Om Rajnamajnayai Namah।
जो राज आज्ञा के रूप में स्थित हैं
ॐ महाप्राज्ञायै नमः।
Om Mahaprajnayai Namah।
जो अत्यन्त चतुर एवं बुद्धिमती हैं
ॐ सुगुणायै नमः।
Om Sugunayai Namah।
जो अनेक गुणों से युक्त हैं
ॐ निर्गुणात्मिकायै नमः।
Om Nirgunatmikayai Namah।
जो समस्त गुणों से परे हैं
ॐ महाकुलीनायै नमः।
Om Mahakulinayai Namah।
जो अत्यन्त सम्भ्रान्त हैं
ॐ निष्कामायै नमः।
Om Nishkamayai Namah।
जो समस्त कामनाओं से रहित हैं
ॐ सकामायै नमः।
Om Sakamayai Namah।
जो सभी कामनाओं से युक्त हैं
ॐ कामजीवनायै नमः।
Om Kamajivanayai Namah।
जो कामदेव की प्राणशक्ति हैं
ॐ कामदेवकलायै नमः।
Om Kamadevakalayai Namah।
जो कामदेव की कलाओं के रूप में स्थित हैं
ॐ रामायै नमः।
Om Ramayai Namah।
जो सम्पूर्ण संसार की स्वामिनी हैं
ॐ अभिरामायै नमः।
Om Abhiramayai Namah।
जो आनन्दमयी हैं
ॐ शिवनर्तक्यै नमः।
Om Shivanartakyai Namah।
जो भगवान शिव के साथ नृत्य करती हैं
ॐ चिन्तामण्यै नमः।
Om Chintamanyai Namah।
जो समस्त मनोकामनाओं की पूर्ति करने वाली हैं
ॐ कल्पलतायै नमः।
Om Kalpalatayai Namah।
जो मनोवाञ्छित वर देने वाली हैं
ॐ जाग्रत्यै नमः।
Om Jagratyai Namah।
जो पूर्ण रूप से जागृत हैं
ॐ दीनवत्सलायै नमः।
Om Dinavatsalayai Namah।
जो दीन-दुखियों पर कृपा करने वाली हैं
ॐ कार्तिक्यै नमः।
Om Kartikyai Namah।
जो भगवान कार्तिकेय की शक्ति हैं
ॐ कृत्तिकायै नमः।
Om Krittikayai Namah।
जो कटार के समान तीक्ष्ण हैं
ॐ कृत्यायै नमः।
Om Krityayai Namah।
जो सम्मोहन एवं वशीकरण के रूप में स्थित हैं
ॐ अयोध्यायै नमः।
Om Ayodhyayai Namah।
जिनसे युद्ध नहीं किया जा सकता
ॐ विषमायै नमः।
Om Vishamayai Namah।
जो असमान हैं
ॐ समायै नमः।
Om Samayai Namah।
जो समान हैं
ॐ सुमन्त्रायै नमः।
Om Sumantrayai Namah।
जो एक उत्तम मार्गदर्शिका हैं
ॐ मन्त्रिण्यै नमः।
Om Mantrinyai Namah।
जो समस्त मन्त्रों की शक्ति हैं
ॐ घूर्णायै नमः।
Om Ghurnayai Namah।
जो निरन्तर घूर्णन करने वाली हैं
ॐ ह्लादिन्यै नमः।
Om Hladinyai Namah।
जो शक्ति स्वरूपा हैं
ॐ क्लेशनाशिन्यै नमः।
Om Kleshanashinyai Namah।
जो समस्त प्रकार के क्लेश का नाश करती हैं
ॐ त्रैलोक्यजनन्यै नमः।
Om Trailokyajananyai Namah।
जो तीनों लोकों की रचना करने वाली हैं
ॐ हृष्टायै नमः।
Om Hrishtayai Namah।
जो उत्साह से परिपूर्ण हैं
ॐ निर्मांसामलरूपिण्यै नमः।
Om Nirmamsamalarupinyai Namah।
जो क्षीण (पतले) एवं साँवले शरीर वाली हैं
ॐ तडागनिम्नजठरायै नमः।
Om Tadaganimnajatharayai Namah।
जिनकी नाभि अत्यन्त गहरी है
ॐ शुष्कमांसास्थिमालिन्यै नमः।
Om Shushkamamsasthimalinyai Namah।
जो सूखे मांस एवं अस्थियों की माला धारण करती हैं
ॐ अवन्त्यै नमः।
Om Avantyai Namah।
जो उज्जैन की देवी हैं
ॐ मधुरायै नमः।
Om Madhurayai Namah।
जो अत्यन्त मधुर हैं
ॐ हृद्यायै नमः।
Om Hridyayai Namah।
जो हृदय में निवास करने वाली हैं
ॐ त्रैलोक्यपावनक्षमायै नमः।
Om Trailokyapavanakshamayai Namah।
जो तीनों लोकों को पावन एवं क्षमा करने वाली हैं
ॐ व्यक्ताव्यक्तायै नमः।
Om Vyaktavyaktayai Namah।
जो व्यक्त एवं अव्यक्त दोनों रूपों में हैं
ॐ अनेकमूर्त्यै नमः।
Om Anekamurtyai Namah।
जो अनेक रूप धारण करने वाली हैं
ॐ शरभ्यै नमः।
Om Sharabhyai Namah।
जो भगवान शिव के शरभ अवतार की शक्ति हैं
ॐ भीमनादिन्यै नमः।
Om Bhimanadinyai Namah।
जो अत्यन्त भीषण गर्जना करने वाली हैं
ॐ क्षेमङ्कर्यै नमः।
Om Kshemankaryai Namah।
जो मङ्गल करने वाली हैं
ॐ शाङ्कर्यै नमः।
Om Shankaryai Namah।
जो भगवान शंकर की अर्धाङ्गिनी हैं
ॐ सर्वसम्मोहकारिण्यै नमः।
Om Sarvasammohakarinyai Namah।
जो सभी को सम्मोहित करने वाली हैं
ॐ ऊर्ध्वतेजस्विन्यै नमः।
Om Urdhvatejasvinyai Namah।
जिनमें अत्यधिक तेज समाहित है
ॐ क्लिन्नायै नमः।
Om Klinnayai Namah।
जो कोमल हैं
ॐ महातेजस्विन्यै नमः।
Om Mahatejasvinyai Namah।
जिनमें असीम तेज है
ॐ अद्वैतायै नमः।
Om Advaitayai Namah।
जो अद्वैत रूप में स्थित हैं
ॐ योगिन्यै नमः।
Om Yoginyai Namah।
जो योग विद्या में निपुण हैं
ॐ पूज्यायै नमः।
Om Pujyayai Namah।
जो सदैव पूजनीय हैं
ॐ सुरभ्यै नमः।
Om Surabhyai Namah।
जो मधुर एवं मित्रवत हैं
ॐ सर्वमङ्गलायै नमः।
Om Sarvamangalayai Namah।
जो सभी का मङ्गल करने वाली हैं
ॐ सर्वप्रियङ्कर्यै नमः।
Om Sarvapriyankaryai Namah।
जो सभी को प्रिय हैं
ॐ भोग्यायै नमः।
Om Bhogyayai Namah।
जो भोगने योग्य हैं
ॐ धनिन्यै नमः।
Om Dhaninyai Namah।
जो वैभवशालिनी एवं सौभाग्यशालिनी हैं
ॐ पिशिताशनायै नमः।
Om Pishitashanayai Namah।
जो मांस भक्षण करने वाली हैं
ॐ भयङ्कर्यै नमः।
Om Bhayankaryai Namah।
जो अत्यन्त भयानक हैं
ॐ पापहरायै नमः।
Om Papaharayai Namah।
जो समस्त पापों को हर लेती हैं
ॐ निष्कलङ्कायै नमः।
Om Nishkalankayai Namah।
जो किसी भी प्रकार के कलंक से मुक्त हैं
ॐ वशङ्कर्यै नमः।
Om Vashankaryai Namah।
जो वशीकरण करने वाली हैं
ॐ आशायै नमः।
Om Ashayai Namah।
जो आशा के रूप में स्थित हैं
ॐ तृष्णायै नमः।
Om Trishnayai Namah।
जो तृष्णा के रूप में स्थित हैं
ॐ चन्द्रकलायै नमः।
Om Chandrakalayai Namah।
जो चन्द्रमा के समान कलाओं से युक्त हैं
ॐ निद्राणायै नमः।
Om Nidranayai Namah।
जो निद्रा में लीन हैं
ॐ वायुवेगिन्यै नमः।
Om Vayuveginyai Namah।
जो वायु के समान गति वाली हैं
ॐ सहस्रसूर्यसङ्काशायै नमः।
Om Sahasrasuryasankashayai Namah।
जो सहस्र सूर्यों के समान तेजपूर्ण हैं
ॐ चन्द्रकोटिसमप्रभायै नमः।
Om Chandrakotisamaprabhayai Namah।
जिनकी आभा करोड़ों चन्द्र के समान है
ॐ निशुम्भशुम्भसंहर्त्र्यै नमः।
Om Nishumbhashumbhasamhartryai Namah।
जो शुम्भ-निशुम्भ का संहार करने वाली हैं
ॐ रक्तबीजविनाशिन्यै नमः।
Om Raktabijavinashinyai Namah।
जो रक्तबीज का नाश करने वाली हैं
ॐ मधुकैटभसंहर्त्र्यै नमः।
Om Madhukaitabhasamhartryai Namah।
जो मधु-कैटभ का अन्त करने वाली हैं
ॐ महिषासुरघातिन्यै नमः।
Om Mahishasuraghatinyai Namah।
जो महिषासुर का वध करने वाली हैं
ॐ वह्निमण्डलमध्यस्थायै नमः।
Om Vahnimandalamadhyasthayai Namah।
जो जठराग्नि में स्थित रहने वाली हैं
ॐ सर्वसत्त्वप्रतिष्ठितायै नमः।
Om Sarvasattvapratishthitayai Namah।
जो समस्त जीवों में विद्यमान हैं
ॐ सर्वाचारवत्यै नमः।
Om Sarvacharavatyai Namah।
जो सृष्टि के समस्त कार्यों में स्थित हैं
ॐ सर्वदेवकन्याऽतिदेवतायै नमः।
Om Sarvadevakanyaatidevatayai Namah।
जो समस्त देवकन्याओं की पूजनीय हैं
ॐ दक्षकन्यायै नमः।
Om Dakshakanyayai Namah।
जो दक्ष प्रजापति की पुत्री हैं
ॐ दक्षयज्ञनाशिन्यै नमः।
Om Dakshayajnanashinyai Namah।
जो दक्ष प्रजापति के यज्ञ का विध्वंस करने वाली हैं
ॐ दुर्गतारिण्यै नमः।
Om Durgatarinyai Namah।
जो कष्टों का निवारण करने वाली हैं
ॐ इज्यायै नमः।
Om Ijyayai Namah।
जो आहुति स्वरूपा हैं
ॐ पूज्यायै नमः।
Om Pujyayai Namah।
जो सम्पूर्ण जगत में पूजनीय हैं
ॐ विभायै नमः।
Om Vibhayai Namah।
जो अत्यन्त सुन्दर एवं अनन्त तेजपूर्ण हैं
ॐ भूत्यै नमः।
Om Bhutyai Namah।
जो भूमि स्वरूपा हैं
ॐ सत्कीर्त्यै नमः।
Om Satkirtyai Namah।
जो सपूर्ण सृष्टि में लोकप्रिय हैं
ॐ ब्रह्मचारिण्यै नमः।
Om Brahmacharinyai Namah।
जिन्हें वेदों का ज्ञान है
ॐ रम्भोर्वै नमः।
Om Rambhorvai Namah।
जो रम्भा अप्सरा के रूप में विद्यमान अथवा भीषण गर्जना करने वाली हैं
ॐ चतुरायै नमः।
Om Chaturayai Namah।
जो अत्यन्त चतुर हैं
ॐ राकायै नमः।
Om Rakayai Namah।
जो पूर्णिमा के चन्द्रमा के समान हैं
ॐ जयन्त्यै नमः।
Om Jayantyai Namah।
जो सदैव विजयी होने वाली हैं
ॐ वरुणायै नमः।
Om Varunayai Namah।
जो नदी के रूप में स्थित हैं
ॐ कुह्वै नमः।
Om Kuhvai Namah।
जो अमावस्या की रात्रि के रूप में स्थित हैं
ॐ मनस्विन्यै नमः।
Om Manasvinyai Namah।
जो अत्यधिक गुण एवं ज्ञान से युक्त हैं
ॐ देवमात्रे नमः।
Om Devamatre Namah।
जो देवताओं की माता हैं
ॐ यशस्यायै नमः।
Om Yashasyayai Namah।
जिन्हें अत्यन्त ख्याति एवं कीर्ति प्राप्त है
ॐ ब्रह्मवादिन्यै नमः।
Om Brahmavadinyai Namah।
जो वेद की रक्षा एवं व्याख्या करने वाली हैं
ॐ सिद्धिदायै नमः।
Om Siddhidayai Namah।
जो ऋद्धि (सुख-सौभाग्य) प्रदान करती हैं
ॐ वृद्धिदायै नमः।
Om Vriddhidayai Namah।
जो वृद्धि (सम्वर्धन) प्रदान करती हैं
ॐ वृद्ध्यै नमः।
Om Vriddhyai Namah।
जो स्वयं वृद्धि स्वरूपा हैं
ॐ सर्वाद्यायै नमः।
Om Sarvadyayai Namah।
जो सृष्टि के आदि से उपस्थित हैं
ॐ सर्वदायिन्यै नमः।
Om Sarvadayinyai Namah।
जो सभी प्रकार की सुख-सुविधायें प्रदान करने वाली हैं
ॐ आधाररूपिण्यै नमः।
Om Adhararupinyai Namah।
जो समस्त सृष्टि के आधार के रूप में स्थित हैं
ॐ ध्येयायै नमः।
Om Dhyeyayai Namah।
जो ध्यान करने योग्य हैं
ॐ मूलाधारनिवासिन्यै नमः।
Om Muladharanivasinyai Namah।
जो मूलाधार चक्र में निवास करती हैं
ॐ आज्ञायै नमः।
Om Ajnayai Namah।
जो आज्ञा स्वरूपा हैं
ॐ प्रज्ञायै नमः।
Om Prajnayai Namah।
जो ज्ञान स्वरूपा हैं
ॐ पूर्णमनसे नमः।
Om Purnamanase Namah।
जो पूर्ण रूप से सन्तुष्ट हैं
ॐ चन्द्रमुख्यै नमः।
Om Chandramukhyai Namah।
जिनका मुखमण्डल चन्द्रमा के समान है
ॐ अनुकूलिन्यै नमः।
Om Anukulinyai Namah।
जो उपकार करने वाली हैं
ॐ वावदूकायै नमः।
Om Vavadukayai Namah।
जो उत्तम वाचिका हैं
ॐ निम्ननाभ्यै नमः।
Om Nimnanabhyai Namah।
जिनकी नाभि गहरी है
ॐ सत्यसन्धायै नमः।
Om Satyasandhayai Namah।
जो विश्वसनीय अथवा वचन पालन करने वाली हैं
ॐ दृढव्रतायै नमः।
Om Dridhavratayai Namah।
जो अपनी प्रतिज्ञा पर दृढ़ रहने वाली हैं
ॐ आन्वीक्षिक्यै नमः।
Om Anvikshikyai Namah।
जो तर्कशील एवं खोजी प्रवृत्ति वाली हैं
ॐ दण्डनीत्यै नमः।
Om Dandanityai Namah।
जो स्वयं दण्डनीति स्वरूपा हैं
ॐ त्रय्यै नमः।
Om Trayyai Namah।
जो तीन वेदों (ऋग्वेद, सामवेद एवं यजुर्वेद) के रूप में स्थित हैं
ॐ त्रिदिवसुन्दर्यै नमः।
Om Tridivasundaryai Namah।
जो सम्पूर्ण देवलोक में सर्वाधिक रूपवती हैं
ॐ ज्वालिन्यै नमः।
Om Jvalinyai Namah।
जो स्वयं अग्नि स्वरूपा हैं
ॐ ज्वलिन्यै नमः।
Om Jvalinyai Namah।
जो अग्नि के समान ज्वलनशील हैं
ॐ शैलतनयायै नमः।
Om Shailatanayayai Namah।
जो पर्वतराज हिमालय की पुत्री हैं
ॐ विन्ध्यवासिन्यै नमः।
Om Vindhyavasinyai Namah।
जो विन्ध्याचल पर्वत पर निवास करती हैं
ॐ प्रत्ययायै नमः।
Om Pratyayayai Namah।
जो विश्वास के रूप में स्थित हैं
ॐ खेचर्यै नमः।
Om Khecharyai Namah।
जो खेचरी मुद्रा के रूप में स्थित हैं
ॐ धैर्यायै नमः।
Om Dhairyayai Namah।
जो धैर्य धारण करने वाली हैं
ॐ तुरीयायै नमः।
Om Turiyayai Namah।
जो जाग्रत, स्वप्न, सुषुप्ति अवस्था के परे हैं
ॐ विमलातुरायै नमः।
Om Vimalaturayai Namah।
जिन्हें शुद्धता एवं स्वच्छता प्रिय है
ॐ प्रगल्भायै नमः।
Om Pragalbhayai Namah।
जो साहसी एवं आत्मविश्वासी हैं
ॐ वारुण्यै नमः।
Om Varunyai Namah।
जो वरुण देव की शक्ति हैं
ॐ क्षामायै नमः।
Om Kshamayai Namah।
जिनका शरीर दुर्बल है
ॐ दर्शिन्यै नमः।
Om Darshinyai Namah।
जो दर्शन करने योग्य हैं
ॐ विस्फुलिङ्गिन्यै नमः।
Om Visphulinginyai Namah।
जो अग्नि किरणों के समान हैं
ॐ भक्त्यै नमः।
Om Bhaktyai Namah।
जो अत्यन्त निष्ठा से युक्त हैं
ॐ सिद्ध्यै नमः।
Om Siddhyai Namah।
जो स्वयं सिद्धि स्वरूपा हैं
ॐ सदाप्राप्त्यै नमः।
Om Sadapraptyai Namah।
जो किसी भी स्थान पर प्रकट हो सकती हैं
ॐ प्रकाम्यायै नमः।
Om Prakamyayai Namah।
जो अप्रतिरोध्य कामना वाली हैं
ॐ महिम्ने नमः।
Om Mahimne Namah।
जो अपने शरीर का आकार अनन्त गुना बढ़ा सकती हैं
ॐ अणिम्ने नमः।
Om Animne Namah।
जो अपने शरीर का आकार अणु के समान घटा सकती हैं
ॐ ईक्षायै नमः।
Om Ikshayai Namah।
जो सृष्टि के समस्त क्रियाकलाप देख रही हैं
ॐ सिद्ध्यै नमः।
Om Siddhyai Namah।
जो स्वयं सिद्धि स्वरूपा हैं
ॐ वशित्वायै नमः।
Om Vashitvayai Namah।
जो किसी को भी वश में कर सकती हैं
ॐ ईशित्वायै नमः।
Om Ishitvayai Namah।
जिनका प्रत्येक जीव-निर्जीव पर पूर्ण अधिकार है
ॐ ऊर्ध्वनिवासिन्यै नमः।
Om Urdhvanivasinyai Namah।
जो सर्वोच्च स्थान पर निवास करती हैं
ॐ लघिम्ने नमः।
Om Laghimne Namah।
जो अपने शरीर का भार वायु से भी हल्का कर सकती हैं
ॐ सावित्र्यै नमः।
Om Savitryai Namah।
जो सावित्री स्वरूपा हैं
ॐ गायत्र्यै नमः।
Om Gayatryai Namah।
जो गायत्री स्वरूपा हैं
ॐ भुवनेश्वर्यै नमः।
Om Bhuvaneshvaryai Namah।
जो 14 भुवनों की स्वामिनी हैं
ॐ मनोहरायै नमः।
Om Manoharayai Namah।
जो मन को हरने वाली हैं
ॐ चितायै नमः।
Om Chitayai Namah।
जो चिता के रूप में स्थित हैं
ॐ दिव्यायै नमः।
Om Divyayai Namah।
जो अत्यन्त दिव्य हैं
ॐ देव्युदारायै नमः।
Om Devyudarayai Namah।
जो दिव्य एवं उदार हैं
ॐ मनोरमायै नमः।
Om Manoramayai Namah।
जो आकर्षक हैं
ॐ पिङ्गलायै नमः।
Om Pingalayai Namah।
जो पिङ्गला नाड़ी के रूप में स्थित हैं
ॐ कपिलायै नमः।
Om Kapilayai Namah।
जो भूरे रंग की हैं
ॐ जिह्वायै नमः।
Om Jihvayai Namah।
जो स्वयं जिह्वा के रूप में स्थित हैं
ॐ रसज्ञायै नमः।
Om Rasajnayai Namah।
जो समस्त रसों (मधुर, अम्ल, लवण, कटु, कषाय, तिक्त ) को जानने वाली हैं
ॐ रसिकायै नमः।
Om Rasikayai Namah।
जिन्हें रस प्रिय हैं
ॐ रसायै नमः।
Om Rasayai Namah।
जो स्वयं रस के रूप में स्थित हैं
ॐ सुषुम्नेडायोगवत्यै नमः।
Om Sushumnedayogavatyai Namah।
जो सुषुम्ना नाड़ी के रूप में स्थित हैं
ॐ गान्धार्यै नमः।
Om Gandharyai Namah।
जो गान्धारी स्वरूपा हैं
ॐ नवकान्तकायै नमः।
Om Navakantakayai Namah।
जो नवीन कान्ति धारण किये हुये हैं
पाञ्चालीरुक्मिणीराधाराध्या
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ॐ पाञ्चालीरुक्मिणीराधाराध्यायै नमः।
Om Panchalirukminiradharadhyayai Namah।
जो पाञ्चाली, रुक्मिणी एवं राधा की आराध्या देवी हैं
ॐ भीमायै नमः।
Om Bhimayai Namah।
जो विशालकाय हैं
ॐ राधिकायै नमः।
Om Radhikayai Namah।
जो राधिका स्वरूपा हैं
ॐ अमृतायै नमः।
Om Amritayai Namah।
जो अमृत स्वरूपा हैं
ॐ तुलसीबृन्दायै नमः।
Om Tulasibrindayai Namah।
जो तुलसी स्वरूपा हैं
ॐ कैटभ्यै नमः।
Om Kaitabhyai Namah।
जो कैटभ नामक राक्षस का अन्त करने वाली हैं
ॐ कपटेश्वर्यै नमः।
Om Kapateshvaryai Namah।
जो छल-कपट आदि की देवी हैं
ॐ उग्रचण्डेश्वर्यै नमः।
Om Ugrachandeshvaryai Namah।
जो उग्र एवं आक्रामक हैं
ॐ वीरजनन्यै नमः।
Om Virajananyai Namah।
जो वीर को जन्म देने वाली हैं
ॐ वीरसुन्दर्यै नमः।
Om Virasundaryai Namah।
जो अत्यन्त बल एवं सुन्दर रूप से युक्त हैं
ॐ उग्रतारायै नमः।
Om Ugratarayai Namah।
जो देवी उग्रतारा के रूप में विराजमान हैं
ॐ यशोदाख्यायै नमः।
Om Yashodakhyayai Namah।
जो माता यशोदा के समान हैं
ॐ देवक्यै नमः।
Om Devakyai Namah।
जो देवकी स्वरूपा हैं
ॐ देवमानितायै नमः।
Om Devamanitayai Namah।
समस्त देव जिनका सम्मान करते हैं
ॐ निरञ्जनायै नमः।
Om Niranjanayai Namah।
जो दोषरहित हैं
ॐ चित्रदेव्यै नमः।
Om Chitradevyai Namah।
जो देवी सरस्वती का रूप हैं
ॐ क्रोधिन्यै नमः।
Om Krodhinyai Namah।
जो अत्यन्त क्रोधित हैं
ॐ कुलदीपिकायै नमः।
Om Kuladipikayai Namah।
जो देवगणों में सर्वोत्तम हैं
ॐ कुलरागीश्वर्यै नमः।
Om Kularagishvaryai Namah।
जो कुल से प्रेम करने वाली हैं
ॐ ज्वालायै नमः।
Om Jvalayai Namah।
जो स्वयं ज्वाला स्वरूपा हैं
ॐ मात्रिकायै नमः।
Om Matrikayai Namah।
जो मातृका के रूप में विराजित हैं
ॐ द्राविण्यै नमः।
Om Dravinyai Namah।
जो स्थिर हैं
ॐ द्रवायै नमः।
Om Dravayai Namah।
जो द्रव के रूप में स्थित हैं
ॐ योगीश्वर्यै नमः।
Om Yogishvaryai Namah।
जो योगियों की देवी हैं
ॐ महामार्यै नमः।
Om Mahamaryai Namah।
जो महामारी के रूप में स्थित हैं
ॐ भ्रामर्यै नमः।
Om Bhramaryai Namah।
जो भ्रामरी प्राणायाम में स्थित हैं
ॐ बिन्दुरूपिण्यै नमः।
Om Bindurupinyai Namah।
जो बिन्दु स्वरूपा हैं
ॐ दूत्यै नमः।
Om Dutyai Namah।
जो दूती हैं
ॐ प्राणेश्वर्यै नमः।
Om Praneshvaryai Namah।
जो समस्त प्राणियों की देवी हैं
ॐ गुप्तायै नमः।
Om Guptayai Namah।
जो अत्यधिक गोपनीय हैं
ॐ बहुलायै नमः।
Om Bahulayai Namah।
जो सम्पूर्ण जगत में व्याप्त हैं
ॐ डामर्यै नमः।
Om Damaryai Namah।
जो भगवान शिव का अनुचरण करने वाली हैं
ॐ प्रभायै नमः।
Om Prabhayai Namah।
जो प्रकाशित हैं
ॐ कुब्जिकायै नमः।
Om Kubjikayai Namah।
जो 8 वर्षीय बालिका के रूप में स्थित हैं
ॐ ज्ञानिन्यै नमः।
Om Jnaninyai Namah।
जो ज्ञान से परिपूर्ण हैं
ॐ ज्येष्ठायै नमः।
Om Jyeshthayai Namah।
जो वरिष्ठा हैं
ॐ भुशुण्ड्यै नमः।
Om Bhushundyai Namah।
जो आग्नेयास्त्र के रूप में स्थित हैं
ॐ प्रकटाकृत्यै नमः।
Om Prakatakrityai Namah।
जो प्रकट रूप से उपस्थित हैं
ॐ द्राविण्यै नमः।
Om Dravinyai Namah।
जो धन-सम्पत्ति स्वरूपा हैं
ॐ गोपिन्यै नमः।
Om Gopinyai Namah।
जो अत्यन्त गोपनीय हैं
ॐ मायाकामबीजेश्वर्यै नमः।
Om Mayakamabijeshvaryai Namah।
जो माया एवं काम से परे हैं
ॐ प्रियायै नमः।
Om Priyayai Namah।
जो प्रिय हैं
ॐ शाकम्भर्यै नमः।
Om Shakambharyai Namah।
जो शाक-सब्जियों की देवी हैं
ॐ कोकनदायै नमः।
Om Kokanadayai Namah।
जो लाल कमलपुष्प के समान हैं
ॐ सुसत्यायै नमः।
Om Susatyayai Namah।
जो एक मधुर सत्य के रूप में स्थित हैं
ॐ तिलोत्तमायै नमः।
Om Tilottamayai Namah।
जो अप्सराओं का प्रतिनिधित्व करती हैं
ॐ अमेयायै नमः।
Om Ameyayai Namah।
जो महान एवं उदार हैं
ॐ विक्रमायै नमः।
Om Vikramayai Namah।
जो वीर एवं पराक्रमी हैं
ॐ क्रूरायै नमः।
Om Krurayai Namah।
जो क्रूर हैं
ॐ सम्यक्छीलायै नमः।
Om Samyakchhilayai Namah।
जो यथायोग्य दण्ड देने वाली हैं
ॐ त्रिविक्रमायै नमः।
Om Trivikramayai Namah।
जो तीनों लोकों पर विजय प्राप्त करने वाली हैं
ॐ स्वस्त्यै नमः।
Om Svastyai Namah।
जो शुभ एवं कल्याण स्वरूपा हैं
ॐ हव्यवहायै नमः।
Om Havyavahayai Namah।
जो हवन की अग्नि के रूप में विद्यमान हैं
ॐ प्रीतिरुक्मायै नमः।
Om Pritirukmayai Namah।
जिन्हें स्वर्णाभूषण प्रिय हैं
ॐ धूम्रार्चिरङ्गदायै नमः।
Om Dhumrarchirangadayai Namah।
जो धूम्र वर्ण वाली हैं
ॐ तपिन्यै नमः।
Om Tapinyai Namah।
जो सदैव तप में लीन रहती हैं
ॐ तापिन्यै नमः।
Om Tapinyai Namah।
जो ताप उत्पन्न करती हैं
ॐ विश्वभोगदायै नमः।
Om Vishvabhogadayai Namah।
जो संसार के विभिन्न भोग प्रदान करने वाली हैं
ॐ धरणीधरायै नमः।
Om Dharanidharayai Namah।
जो पृथ्वी को धारण करने वाली हैं
ॐ त्रिखण्डायै नमः।
Om Trikhandayai Namah।
जो तीनों खण्डों में निवास करने वाली हैं
ॐ रोधिन्यै नमः।
Om Rodhinyai Namah।
जो अवरोध उत्पन्न करने वाली हैं
ॐ वश्यायै नमः।
Om Vashyayai Namah।
जो अधीन करने वाली हैं
ॐ सकलायै नमः।
Om Sakalayai Namah।
जो सम्पूर्ण सृष्टि स्वरूपा हैं
ॐ शब्दरूपिण्यै नमः।
Om Shabdarupinyai Namah।
जो शब्द के रूप में स्थित हैं
ॐ बीजरूपायै नमः।
Om Bijarupayai Namah।
जो बीज मन्त्र के रूप में स्थित हैं
ॐ महामुद्रायै नमः।
Om Mahamudrayai Namah।
जो योग महामुद्रा के रूप में स्थित हैं
ॐ वशिन्यै नमः।
Om Vashinyai Namah।
जो वश में करने वाली हैं
ॐ योगरूपिण्यै नमः।
Om Yogarupinyai Namah।
जो योनि के रूप में स्थित हैं
ॐ अनङ्गकुसुमायै नमः।
Om Anangakusumayai Namah।
जो कामदेव के पुष्प के समान सुन्दर हैं
ॐ अनङ्गमेखलायै नमः।
Om Anangamekhalayai Namah।
जो कामदेव को मेखला के रूप में धारण करती हैं
ॐ अनङ्गरूपिण्यै नमः।
Om Anangarupinyai Namah।
जो स्वयं कामदेव के रूप में विराजमान हैं
ॐ अनङ्गमदनायै नमः।
Om Anangamadanayai Namah।
जो काम का मान-मर्दन करने वाली हैं
ॐ अनङ्गरेखायै नमः।
Om Anangarekhayai Namah।
जो कामदेव की भाँति रूप वाली हैं
ॐ अनङ्गाङ्कुशेश्वर्यै नमः।
Om Anangankusheshvaryai Namah।
जिनके समस्त अङ्ग कमल पुष्प के समान हैं
ॐ अनङ्गमालिन्यै नमः।
Om Anangamalinyai Namah।
जो कामदेव को माला के रूप में धारण करने वाली हैं
ॐ कामेश्वर्यै नमः।
Om Kameshvaryai Namah।
जो कामदेव के लिये पूजनीय हैं
ॐ सर्वार्थसाधिकायै नमः।
Om Sarvarthasadhikayai Namah।
जो समस्त मनोरथ सिद्ध करने वाली हैं
ॐ सर्वतन्त्रमय्यै नमः।
Om Sarvatantramayyai Namah।
जो समस्त प्रकार के तन्त्रों में वास करती हैं
ॐ सर्वमोदिन्यै नमः।
Om Sarvamodinyai Namah।
जो आनन्द प्रदान करती हैं
ॐ आनन्दरूपिण्यै नमः।
Om Anandarupinyai Namah।
जो स्वयं आनन्द स्वरूपा हैं
ॐ वज्रेश्वर्यै नमः।
Om Vajreshvaryai Namah।
जो वज्र से अधिक शक्तिशालिनी हैं
ॐ जयिन्यै नमः।
Om Jayinyai Namah।
जो विजय के लिये आतुर हैं
ॐ सर्वदुःखक्षयङ्कर्यै नमः।
Om Sarvaduhkhakshayankaryai Namah।
जो समस्त दुखों का नाश करने वाली हैं
ॐ षडङ्गयुवत्यै नमः।
Om Shadangayuvatyai Namah।
जो छः वेदांग (शिक्षा, कल्प, व्याकरण, ज्योतिष, छन्द, निरुक्त) से युक्त हैं
ॐ योगयुक्तायै नमः।
Om Yogayuktayai Namah।
जो ध्यान योग में लीन हैं
ॐ ज्वालांशुमालिन्यै नमः।
Om Jvalamshumalinyai Namah।
जो ज्वाला को माला के रूप में धारण करने वाली हैं
ॐ दुराशयायै नमः।
Om Durashayayai Namah।
जो सूक्ष्म शरीर के रूप में स्थित हैं
ॐ दुराधारायै नमः।
Om Duradharayai Namah।
जिनका मार्ग कोई नहीं रोक सकता
ॐ दुर्जयायै नमः।
Om Durjayayai Namah।
जिन्हें पराजित करना असम्भव है
ॐ दुर्गरूपिण्यै नमः।
Om Durgarupinyai Namah।
जो देवी दुर्गा के रूप में विराजमान हैं
ॐ दुरन्तायै नमः।
Om Durantayai Namah।
जो अनन्त-असीम हैं
ॐ दुष्कृतिहरायै नमः।
Om Dushkritiharayai Namah।
जो पाप कर्मों को हरने वाली हैं
ॐ दुर्ध्येयायै नमः।
Om Durdhyeyayai Namah।
जिन पर ध्यान केन्द्रित करना अथवा जिन्हें ध्यान में स्थित करना दुर्लभ है
ॐ दुरतिक्रमायै नमः।
Om Duratikramayai Namah।
जो सदा विजयी हैं
ॐ हंसेश्वर्यै नमः।
Om Hamseshvaryai Namah।
जो परम पिता परमात्मा की देवी हैं
ॐ त्रिलोकस्थायै नमः।
Om Trilokasthayai Namah।
जो तीनों लोकों में स्थित हैं
ॐ शाकम्भर्यै नमः।
Om Shakambharyai Namah।
जो शाक-सब्जियों की देवी हैं
ॐ अनुरागिण्यै नमः।
Om Anuraginyai Namah।
जो राग रूप में स्थित हैं
ॐ त्रिकोणनिलयायै नमः।
Om Trikonanilayayai Namah।
जो त्रिचक्र (त्रिकोण) में निवास करने वाली हैं
ॐ नित्यायै नमः।
Om Nityayai Namah।
जो शाश्वत हैं
ॐ परमामृतरञ्जितायै नमः।
Om Paramamritaranjitayai Namah।
जो परम अमृत स्वरूपा हैं
ॐ महाविद्येश्वर्यै नमः।
Om Mahavidyeshvaryai Namah।
जो महाविद्याओं की देवी हैं
ॐ श्वेतायै नमः।
Om Shvetayai Namah।
जो श्वेत वर्ण वाली हैं
ॐ भेरुण्डायै नमः।
Om Bherundayai Namah।
जो विकट भयंकर हैं
ॐ कुलसुन्दर्यै नमः।
Om Kulasundaryai Namah।
जो देवकुल में सर्वाधिक सुन्दर हैं
ॐ त्वरितायै नमः।
Om Tvaritayai Namah।
जो शीघ्रता से कार्य करती हैं
ॐ भक्तिसंयुक्तायै नमः।
Om Bhaktisamyuktayai Namah।
जो भक्ति स्वरूपा हैं
ॐ भक्तिवश्यायै नमः।
Om Bhaktivashyayai Namah।
जो भक्ति के वश में हैं
ॐ सनातन्यै नमः।
Om Sanatanyai Namah।
जिनका न आदि है न अन्त है
ॐ भक्तानन्दमय्यै नमः।
Om Bhaktanandamayyai Namah।
जो भक्तों के आनन्द में लीन हैं
ॐ भक्तभावितायै नमः।
Om Bhaktabhavitayai Namah।
जो भक्तों के भाव में स्थित हैं
ॐ भक्तशङ्कर्यै नमः।
Om Bhaktashankaryai Namah।
जो भक्तों का कल्याण करने वाली हैं
ॐ सर्वसौन्दर्यनिलयायै नमः।
Om Sarvasaundaryanilayayai Namah।
समस्त प्रकार के सौन्दर्य जिनमें समाहित हैं
ॐ सर्वसौभाग्यशालिन्यै नमः।
Om Sarvasaubhagyashalinyai Namah।
समस्त प्रकार के सौभाग्य जिनमें समाहित हैं
ॐ सर्वसम्भोगभवनायै नमः।
Om Sarvasambhogabhavanayai Namah।
जो समस्त प्रकार के भोगों की स्वामिनी हैं
ॐ सर्वसौख्यानुरूपिण्यै नमः।
Om Sarvasaukhyanurupinyai Namah।
जो समस्त प्रकार के सुखों के रूप में स्थित हैं
ॐ कुमारीपूजनरतायै नमः।
Om Kumaripujanaratayai Namah।
जो कुमारी पूजन से प्रसन्न होने वाली हैं
ॐ कुमारीव्रतचारिण्यै नमः।
Om Kumarivratacharinyai Namah।
जो कुमारी व्रत का पालन करती हैं
ॐ कुमारीभक्तिसुखिन्यै नमः।
Om Kumaribhaktisukhinyai Namah।
जिन्हें कुमारी भक्ति से सुख प्राप्त होता है
ॐ कुमारीरूपधारिण्यै नमः।
Om Kumarirupadharinyai Namah।
जो कुमारी का रूप धारण करने वाली हैं
ॐ कुमारीपूजकप्रीतायै नमः।
Om Kumaripujakapritayai Namah।
जिन्हें देवी पूजन करने वाले प्रिय हैं
ॐ कुमारीप्रीतिदप्रियायै नमः।
Om Kumaripritidapriyayai Namah।
जिन्हें शक्ति के उपासक प्रिय हैं
ॐ कुमारीसेवकासङ्गायै नमः।
Om Kumarisevakasangayai Namah।
जो देवी के भक्तों के साथ रहती हैं
ॐ कुमारीसेवकालयायै नमः।
Om Kumarisevakalayayai Namah।
जो देवी सेवकों को आश्रय प्रदान करने वाली हैं
ॐ आनन्दभैरव्यै नमः।
Om Anandabhairavyai Namah।
जो आनन्द प्रदान करने वाली हैं
ॐ बालभैरव्यै नमः।
Om Balabhairavyai Namah।
जो बालिका रूप में विराजमान हैं
ॐ वटुभैरव्यै नमः।
Om Vatubhairavyai Namah।
जो युवती के रूप में विराजमान हैं
ॐ श्मशानभैरव्यै नमः।
Om Shmashanabhairavyai Namah।
जो श्मशान में निवास करती हैं
ॐ कालभैरव्यै नमः।
Om Kalabhairavyai Namah।
जो काल (समय अथवा मृत्यु) की देवी हैं
ॐ पुरभैरव्यै नमः।
Om Purabhairavyai Namah।
जो समस्त पुरों (नगरों) की देवी हैं
ॐ महाभैरवपत्न्यै नमः।
Om Mahabhairavapatnyai Namah।
जो महाभैरव (शिव जी) की धर्मपत्नी हैं
ॐ परमानन्दभैरव्यै नमः।
Om Paramanandabhairavyai Namah।
जो परम आनन्द प्रदान करने वाली देवी हैं
ॐ सुरानन्दभैरव्यै नमः।
Om Suranandabhairavyai Namah।
जो देवताओं को आनन्द प्रदान करने वाली देवी हैं
ॐ उन्मदानन्दभैरव्यै नमः।
Om Unmadanandabhairavyai Namah।
जो उन्माद में रहने वाली देवी हैं
ॐ यज्ञानन्दभैरव्यै नमः।
Om Yajnanandabhairavyai Namah।
जो यज्ञ से आनन्दित होने वाली देवी हैं
ॐ तरुणभैरव्यै नमः।
Om Tarunabhairavyai Namah।
जो चिर-यौवना देवी हैं
ॐ ज्ञानानन्दभैरव्यै नमः।
Om Jnananandabhairavyai Namah।
जो ज्ञान प्रदान करने वाली देवी हैं
ॐ अमृतानन्दभैरव्यै नमः।
Om Amritanandabhairavyai Namah।
जो अमृत स्वरूपा देवी हैं
ॐ महाभयङ्कर्यै नमः।
Om Mahabhayankaryai Namah।
जो अति प्रचण्ड हैं
ॐ तीव्रायै नमः।
Om Tivrayai Namah।
जो वेग स्वरूपा हैं
ॐ तीव्रवेगायै नमः।
Om Tivravegayai Namah।
जो तीव्र वेग (गति) वाली हैं
ॐ तरस्विन्यै नमः।
Om Tarasvinyai Namah।
जो भगवान शिव की अर्धाङ्गिनी हैं
ॐ त्रिपुरापरमेशान्यै नमः।
Om Tripuraparameshanyai Namah।
जो त्रिपुर (सोने, चाँदी, लोहे के तीन नगर) की देवी हैं
ॐ सुन्दर्यै नमः।
Om Sundaryai Namah।
जो रूपवती हैं
ॐ पुरसुन्दर्यै नमः।
Om Purasundaryai Namah।
जो समस्त लोकों में सर्वाधिक सुन्दर हैं
ॐ त्रिपुरेश्यै नमः।
Om Tripureshyai Namah।
जो त्रिपुर की स्वामिनी हैं
ॐ पञ्चदश्यै नमः।
Om Panchadashyai Namah।
जो अमावस्या स्वरूपा हैं
ॐ पञ्चम्यै नमः।
Om Panchamyai Namah।
जो पञ्चमी स्वरूपा हैं
ॐ पुरवासिन्यै नमः।
Om Puravasinyai Namah।
जो त्रिपुर में निवास करती हैं
ॐ महासप्तदश्यै नमः।
Om Mahasaptadashyai Namah।
जो महासप्तदशी के रूप में स्थित हैं
ॐ षोडश्यै नमः।
Om Shodashyai Namah।
जो षोडशी के रूप में स्थित हैं
ॐ त्रिपुरेश्वर्यै नमः।
Om Tripureshvaryai Namah।
जो त्रिपुर की आराध्या देवी हैं
ॐ महाङ्कुशस्वरूपायै नमः।
Om Mahankushasvarupayai Namah।
जो नियन्त्रित करने वाली हैं
ॐ महाचक्रेश्वर्यै नमः।
Om Mahachakreshvaryai Namah।
जो महाचक्र की अधिष्ठात्री हैं
ॐ नवचक्रेश्वर्यै नमः।
Om Navachakreshvaryai Namah।
जो नव-चक्रों की अधिष्ठात्री हैं
ॐ चक्रेश्वर्यै नमः।
Om Chakreshvaryai Namah।
जो समस्त चक्रों की अधिष्ठात्री हैं
ॐ त्रिपुरमालिन्यै नमः।
Om Tripuramalinyai Namah।
जो त्रिपुरों को माला के रूप में धारण करने वाली हैं
ॐ राजचक्रेश्वर्यै नमः।
Om Rajachakreshvaryai Namah।
जो राजा के रथ चक्र की देवी हैं
ॐ राज्ञ्यै नमः।
Om Rajnyai Namah।
जो सपूर्ण ब्रह्माण्ड पर राज्य करने वाली हैं
ॐ महात्रिपुरसुन्दर्यै नमः।
Om Mahatripurasundaryai Namah।
जो तीनों लोकों में सर्वाधिक सुन्दर हैं
ॐ सिन्दूरपूररुचिरायै नमः।
Om Sindurapuraruchirayai Namah।
जिन्हें लाल रंग प्रिय है
ॐ श्रीमत्त्रिपुरसुन्दर्यै नमः।
Om Shrimattripurasundaryai Namah।
जो तीनों लोकों में सम्मानीय एवं पूजनीय हैं
ॐ सर्वाङ्गसुन्दर्यै नमः।
Om Sarvangasundaryai Namah।
जिनके समस्त अङ्ग सुन्दर हैं
रक्तारक्तवस्त्रोत्तरीयका
807
ॐ रक्तारक्तवस्त्रोत्तरीयकायै नमः।
Om Raktaraktavastrottariyakayai Namah।
जो रक्तरञ्जित वस्त्र धारण करती हैं
यवायावकसिन्दूररक्तचन्दनधारिणी
808
ॐ यवायावकसिन्दूररक्तचन्दनधारिण्यै नमः।
Om Yavayavakasinduraraktachandanadharinyai Namah।
जो महावर एवं रक्तचन्दन धारण करती हैं
यवायावकसिन्दूररक्तचन्दनरूपधृक्
809
ॐ यवायावकसिन्दूररक्तचन्दनरूपधृषे नमः।
Om Yavayavakasinduraraktachandanarupadhrishe Namah।
जो स्वयं महावर एवं रक्त चन्दन के रूप में स्थित हैं
ॐ चमरीवालकुटिलायै नमः।
Om Chamarivalakutilayai Namah।
जिनके केश सुरा गाय की पूँछ के समान हैं
ॐ निर्मलश्यामकेशिन्यै नमः।
Om Nirmalashyamakeshinyai Namah।
जिनके केश स्वच्छ एवं काले हैं
ॐ वज्रमौक्तिकरत्नाढ्यायै नमः।
Om Vajramauktikaratnadhyayai Namah।
जो हीरे, मोती एवं रत्नों से अलंकृत हैं
ॐ किरीटकुण्डलोज्ज्वलायै नमः।
Om Kiritakundalojjvalayai Namah।
जो सुन्दर मुकुट धारण किये हुये अथवा सुन्दर कुण्डल धारण किये हुये हैं
ॐ रत्नकुण्डलसंयुक्तायै नमः।
Om Ratnakundalasamyuktayai Namah।
जो रत्नजड़ित कुण्डल धारण किये हुये हैं
ॐ स्फुरद्गण्डमनोरमायै नमः।
Om Sphuradgandamanoramayai Namah।
जिनसे अति मनमोहक सुगन्ध आती है
कुञ्जरेश्वरकुम्भोत्थमुक्तारञ्जितनासिका
816
ॐ कुञ्जरेश्वरकुम्भोत्थमुक्तारञ्जितनासिकायै नमः।
Om Kunjareshvarakumbhotthamuktaranjitanasikayai Namah।
जिनकी नासिका मोतियों से सुशोभित है
मुक्ताविद्रुममाणिक्यहीराढ्यस्तनमण्डला
817
ॐ मुक्ताविद्रुममाणिक्यहीराढ्यस्तनमण्डलायै नमः।
Om Muktavidrumamanikyahiradhyastanamandalayai Namah।
जिनके वक्षस्थल पर मूँगा-मोती जड़ित हार सुशोभित है
सूर्यकान्तेन्दुकान्ताढ्या
818
ॐ सूर्यकान्तेन्दुकान्ताढ्यायै नमः।
Om Suryakantendukantadhyayai Namah।
जिनकी कान्ति सूर्य के तेज के समान है
ॐ स्पर्शाश्मगलभूषणायै नमः।
Om Sparshashmagalabhushanayai Namah।
जिनके कण्ठ पर पन्ना रत्न सुशोभित है
बीजपूरस्फुरद्बीजदन्तपंक्ति
820
ॐ बीजपूरस्फुरद्बीजदन्तपङ्क्तये नमः।
Om Bijapurasphuradbijadantapanktaye Namah।
जिनके कम्पित ओष्ठों के मध्य से दाँत चमक रहे हैं
ॐ अनुत्तमायै नमः।
Om Anuttamayai Namah।
जो अतुलनीय रूप से सर्वश्रेष्ठ हैं
कामकोदण्डकाभग्नभ्रूकटाक्षप्रवर्षिणी
822
ॐ कामकोदण्डकाभग्नभ्रूकटाक्षप्रवर्षिण्यै नमः।
Om Kamakodandakabhagnabhrukatakshapravarshinyai Namah।
जो अपनी वक्र भृकुटी एवं दृष्टि से काम की वर्षा करती हैं
ॐ मातङ्गकुम्भवक्षोजायै नमः।
Om Matangakumbhavakshojayai Namah।
जिनका वक्षस्थल हाथी के समान विशाल है
ॐ लसत्कनकदक्षिणायै नमः।
Om Lasatkanakadakshinayai Namah।
जो दक्षिण दिशा में स्वर्णमयी तेज के साथ प्रकाशित होती हैं
ॐ मनोज्ञशष्कुलीकर्णायै नमः।
Om Manojnashashkulikarnayai Namah।
जिनके कान सुन्दर एवं विशाल हैं
ॐ हंसीगतिविडम्बिन्यै नमः।
Om Hamsigatividambinyai Namah।
जिनकी चाल हंस के समान है
पद्मरागाङ्गदद्योतद्दोश्चतुष्कप्रकाशिनी
827
ॐ पद्मरागाङ्गदद्योतद्दोश्चतुष्कप्रकाशिन्यै नमः।
Om Padmaragangadadyotaddoshchatushkaprakashinyai Namah।
जिनके कमल वर्ण शरीर की आभा से चारों दिशायें प्रकाशित हैं
कर्पूरागरुकस्तूरीकुङ्कुमद्रवलेपिता
828
ॐ कर्पूरागरुकस्तूरीकुङ्कुमद्रवलेपितायै नमः।
Om Karpuragarukasturikunkumadravalepitayai Namah।
जो कपूर, कस्तूरी एवं कुमकुम का लेपन करती हैं
विचित्ररत्नपृथिवीकल्पशाखितलस्थिता
829
ॐ विचित्ररत्नपृथिवीकल्पशाखितलस्थितायै नमः।
Om Vichitraratnaprithivikalpashakhitalasthitayai Namah।
जो विचित्र रत्नों से युक्त कल्पवृक्ष के मूल में निवास करती हैं
रत्नद्वीपस्फुरद्रत्नसिंहासननिवासिनी
830
ॐ रत्नद्वीपस्फुरद्रत्नसिंहासननिवासिन्यै नमः।
Om Ratnadvipasphuradratnasimhasananivasinyai Namah।
जो रत्नद्वीप स्थित सिंहासन पर विराजमान हैं
ॐ षट्चक्रभेदनकर्यै नमः।
Om Shatchakrabhedanakaryai Namah।
जो षट चक्रों (मूलाधार, स्वाधिष्ठान, मणिपूरक, अनाहत, विशुद्धि, आज्ञा) का भेदन करने वाली हैं
ॐ परमानन्दरूपिण्यै नमः।
Om Paramanandarupinyai Namah।
जो स्वयं परमानन्द स्वरूपा हैं
ॐ सहस्रदलपद्मान्तायै नमः।
Om Sahasradalapadmantayai Namah।
जो सहस्र दल वाले कमल पुष्प पर विराजमान हैं
ॐ चन्द्रमण्डलवर्तिन्यै नमः।
Om Chandramandalavartinyai Namah।
जो चन्द्र मण्डल में निवास करती हैं
ॐ ब्रह्मरूपायै नमः।
Om Brahmarupayai Namah।
जो स्वयं परब्रह्म स्वरूपा हैं
ॐ शिवक्रोडायै नमः।
Om Shivakrodayai Namah।
जो भगवान शिव के हृदय में निवास करती हैं
ॐ नानासुखविलासिन्यै नमः।
Om Nanasukhavilasinyai Namah।
जो विभिन्न प्रकार के सुखों की स्वामिनी हैं
हरविष्णुविरिञ्चीन्द्रग्रहनायकसेविता
838
ॐ हरविष्णुविरिञ्चीन्द्रग्रहनायकसेवितायै नमः।
Om Haravishnuvirinchindragrahanayakasevitayai Namah।
जिनकी सेवा में शिव, विष्णु, ब्रह्मा, इन्द्र एवं सूर्य तत्पर हैं
ॐ शिवायै नमः।
Om Shivayai Namah।
जो भगवान शिव की शक्ति हैं
ॐ शैवायै नमः।
Om Shaivayai Namah।
जो भगवान शिव की उपासना करती हैं
ॐ रुद्राण्यै नमः।
Om Rudranyai Namah।
जो रुद्र (भगवान शिव) की धर्मपत्नी हैं
ॐ शिवनादिन्यै नमः।
Om Shivanadinyai Namah।
जो भगवान शिव की प्रतिध्वनि हैं
ॐ महादेवप्रियायै नमः।
Om Mahadevapriyayai Namah।
जो महादेव को प्रिय हैं
ॐ देव्यै नमः।
Om Devyai Namah।
जो अनन्त शक्ति से युक्त हैं
ॐ अनङ्गमेखलायै नमः।
Om Anangamekhalayai Namah।
जो अन्तरिक्ष को अपनी मेखला के रूप में धारण करती हैं
ॐ डाकिन्यै नमः।
Om Dakinyai Namah।
जो डाकिनी स्वरूपा हैं
ॐ योगिन्यै नमः।
Om Yoginyai Namah।
जो योगिनी स्वरूपा हैं
ॐ उपयोगिन्यै नमः।
Om Upayoginyai Namah।
जो उपयोगिनी स्वरूपा हैं
ॐ मतायै नमः।
Om Matayai Namah।
जो मता (बुद्धि) स्वरूपा हैं
ॐ माहेश्वर्यै नमः।
Om Maheshvaryai Namah।
जो महेश्वर (भगवान शिव) की शक्ति हैं
ॐ वैष्णव्यै नमः।
Om Vaishnavyai Namah।
जो वैष्णवी के रूप में विराजमान हैं
ॐ भ्रामर्यै नमः।
Om Bhramaryai Namah।
जो भ्रामरी प्राणायाम के रूप में स्थित हैं
ॐ शिवरूपिण्यै नमः।
Om Shivarupinyai Namah।
जो भगवान शिव के रूप में स्थित हैं
ॐ अलम्बुसायै नमः।
Om Alambusayai Namah।
जो सीमारेखा के रूप में स्थित हैं
ॐ भोगवत्यै नमः।
Om Bhogavatyai Namah।
जो धन-वैभव से युक्त हैं
ॐ क्रोधरूपायै नमः।
Om Krodharupayai Namah।
जो क्रोध के रूप में स्थित हैं
ॐ सुमेखलायै नमः।
Om Sumekhalayai Namah।
जो सुन्दर मेखला धारण करती हैं
ॐ गान्धार्यै नमः।
Om Gandharyai Namah।
जो गान्धारी स्वरूपा हैं
ॐ हस्तिजिह्वायै नमः।
Om Hastijihvayai Namah।
जिनकी जिह्वा लम्बी है
ॐ इडायै नमः।
Om Idayai Namah।
जो इडा नाड़ी के रूप में स्थित है
ॐ शुभङ्कर्यै नमः।
Om Shubhankaryai Namah।
जो शुभ एवं मंगल करने वाली हैं
ॐ पिङ्गलायै नमः।
Om Pingalayai Namah।
जो पिङ्गला नामक नाड़ी के रूप में स्थित है
ॐ दक्षसूत्र्यै नमः।
Om Dakshasutryai Namah।
जो अति बुद्धिशालिनी हैं
ॐ सुषुम्नायै नमः।
Om Sushumnayai Namah।
जो सुषुम्ना नाड़ी के रूप में स्थित हैं
ॐ गन्धिन्यै नमः।
Om Gandhinyai Namah।
जो गन्ध के रूप में स्थित हैं
ॐ भगात्मिकायै नमः।
Om Bhagatmikayai Namah।
जो योनि स्वरूपा हैं
ॐ भगाधारायै नमः।
Om Bhagadharayai Namah।
जो योनि का आधार हैं
ॐ भगेश्यै नमः।
Om Bhageshyai Namah।
जो भाग्य एवं समृद्धि की देवी हैं
ॐ भगरूपिण्यै नमः।
Om Bhagarupinyai Namah।
जो योनि के रूप में स्थित हैं
ॐ लिङ्गाख्यायै नमः।
Om Lingakhyayai Namah।
जो लिङ्ग के रूप में स्थित हैं
ॐ कामेश्यै नमः।
Om Kameshyai Namah।
जो कामनाओं की देवी हैं
ॐ त्रिपुरायै भैरव्यै नमः।
Om Tripurayai Bhairavyai Namah।
जो त्रिपुर में पूजी जाने वाली देवी हैं
ॐ लिङ्गगीत्यै नमः।
Om Lingagityai Namah।
जो लिङ्ग की गाथा का गायन करती हैं
ॐ सुगीत्यै नमः।
Om Sugityai Namah।
जो मधुर गायन करती हैं
ॐ लिङ्गस्थायै नमः।
Om Lingasthayai Namah।
जो लिङ्ग में स्थित हैं
ॐ लिङ्गरूपधृषे नमः।
Om Lingarupadhrishe Namah।
जो लिङ्ग का रूप धारण करने वाली हैं
ॐ लिङ्गमालायै नमः।
Om Lingamalayai Namah।
जो लिङ्गों की माला धारण करने वाली हैं
ॐ लिङ्गभवायै नमः।
Om Lingabhavayai Namah।
जो लिङ्ग से उत्पन्न हुयी हैं
ॐ लिङ्गलिङ्गायै नमः।
Om Lingalingayai Namah।
जो लैंगिक एवं अलैंगिक हैं
ॐ पावक्यै नमः।
Om Pavakyai Namah।
जो देवी पार्वती स्वरूपा हैं
ॐ भगवत्यै नमः।
Om Bhagavatyai Namah।
जो भाग्यशालिनी हैं
ॐ कौशिक्यै नमः।
Om Kaushikyai Namah।
जो कोशिका के रूप में स्थित हैं
ॐ प्रेमरूपायै नमः।
Om Premarupayai Namah।
जो प्रेम के रूप में विद्यमान हैं
ॐ प्रियंवदायै नमः।
Om Priyamvadayai Namah।
जो प्रिय बोलने वाली हैं
ॐ गृध्ररूप्यै नमः।
Om Gridhrarupyai Namah।
जो इच्छा के रूप में स्थित हैं
ॐ शिवारूपायै नमः।
Om Shivarupayai Namah।
जो भगवान शिव की शक्ति के रूप में विद्यमान हैं
ॐ चक्रेश्यै नमः।
Om Chakreshyai Namah।
जो चक्र धारण करती हैं
ॐ चक्ररूपधृषे नमः।
Om Chakrarupadhrishe Namah।
जो स्वयं चक्र के रूप में स्थित हैं
ॐ आत्मयोन्यै नमः।
Om Atmayonyai Namah।
जो आत्मा स्वरूपा हैं
ॐ ब्रह्मयोन्यै नमः।
Om Brahmayonyai Namah।
जो ब्रह्म स्वरूपा हैं
ॐ जगद्योन्यै नमः।
Om Jagadyonyai Namah।
जो सृष्टि स्वरूपा हैं
ॐ अयोनिजायै नमः।
Om Ayonijayai Namah।
जो किसी गर्भ से नहीं जन्मी हैं
ॐ भगरूपायै नमः।
Om Bhagarupayai Namah।
जो योनि रूप में स्थित हैं
ॐ भगस्थात्र्यै नमः।
Om Bhagasthatryai Namah।
जो योनि में निवास करती हैं
ॐ भगिन्यै नमः।
Om Bhaginyai Namah।
जो पूजनीय एवं सम्मानीय स्त्री मात्रक हैं
ॐ भगमालिन्यै नमः।
Om Bhagamalinyai Namah।
जो योनि की माला धारण करती हैं
ॐ भगात्मिकायै नमः।
Om Bhagatmikayai Namah।
जो योनि रूप में समाहित हैं
ॐ भगाधाररूपिण्यै नमः।
Om Bhagadhararupinyai Namah।
जो योनि के आधार के रूप में विद्यमान हैं
ॐ भगशालिन्यै नमः।
Om Bhagashalinyai Namah।
जो योनि से युक्त हैं
ॐ लिङ्गाभिधायिन्यै नमः।
Om Lingabhidhayinyai Namah।
जो लिङ्ग को निरूपित करती हैं
ॐ लिङ्गप्रियायै नमः।
Om Lingapriyayai Namah।
जो लिङ्ग को प्रिय हैं
ॐ लिङ्गनिवासिन्यै नमः।
Om Linganivasinyai Namah।
जो लिङ्ग में निवास करती हैं
ॐ लिङ्गस्थायै नमः।
Om Lingasthayai Namah।
जो लिङ्ग में स्थित हैं
ॐ लिङ्गिन्यै नमः।
Om Linginyai Namah।
जो लिङ्ग की शक्ति के रूप में विद्यमान हैं
ॐ लिङ्गरूपिण्यै नमः।
Om Lingarupinyai Namah।
जो लिङ्ग के रूप में विद्यमान हैं
ॐ लिङ्गसुन्दर्यै नमः।
Om Lingasundaryai Namah।
जो लिङ्ग के साथ सुन्दर रूप में विद्यमान हैं
ॐ लिङ्गरीत्यै नमः।
Om Lingarityai Namah।
जो लिङ्ग की मार्गदर्शिका हैं
ॐ महाप्रीत्यै नमः।
Om Mahaprityai Namah।
जो परम कृपालु हैं
ॐ भगगीत्यै नमः।
Om Bhagagityai Namah।
जो योनि की गाथा का गायन करती हैं
ॐ महासुखायै नमः।
Om Mahasukhayai Namah।
जो परम सुख स्वरूपा हैं
ॐ लिङ्गनामसदानन्दायै नमः।
Om Linganamasadanandayai Namah।
जो लिङ्ग के स्मरण से निरन्तर आनन्दित होती हैं
ॐ भगनामसदारत्यै नमः।
Om Bhaganamasadaratyai Namah।
जो निरन्तर योनि के स्मरण में रत रहती हैं
ॐ भगनामसदानन्दायै नमः।
Om Bhaganamasadanandayai Namah।
जो योनि का नाम सुनकर आनन्दित होती हैं
ॐ लिङ्गनामसदारत्यै नमः।
Om Linganamasadaratyai Namah।
जो निरन्तर लिङ्ग स्मरण में रत रहती हैं
ॐ लिङ्गमालाकराभूषायै नमः।
Om Lingamalakarabhushayai Namah।
जो लिङ्ग को हाथ में आभूषण के रूप में धारण करती हैं
ॐ भगमालाविभूषणायै नमः।
Om Bhagamalavibhushanayai Namah।
जो योनि की मालाओं से अलंकृत हैं
ॐ भगलिङ्गामृतवृतायै नमः।
Om Bhagalingamritavritayai Namah।
जो योनि-लिङ्ग में अमृत तुल्य बीज प्रदान करने वाली हैं
ॐ भगलिङ्गामृतात्मिकायै नमः।
Om Bhagalingamritatmikayai Namah।
जो योनि-लिङ्ग में अमृत तुल्य बीज के रूप में विद्यमान हैं
ॐ भगलिङ्गार्चनप्रीतायै नमः।
Om Bhagalingarchanapritayai Namah।
जिन्हें योनि एवं लिङ्ग पूजन प्रिय है
ॐ भगलिङ्गस्वरूपिण्यै नमः।
Om Bhagalingasvarupinyai Namah।
जो योनि एवं लिङ्ग के रूप में स्थित हैं
ॐ भगलिङ्गस्वरूपायै नमः।
Om Bhagalingasvarupayai Namah।
जो योनि एवं लिङ्ग स्वरूपा हैं
ॐ भगलिङ्गसुखावहायै नमः।
Om Bhagalingasukhavahayai Namah।
जो योनि एवं लिङ्ग से हर्षित होने वाली हैं
ॐ स्वयम्भूकुसुमप्रीतायै नमः।
Om Svayambhukusumapritayai Namah।
जिन्हें कुसुम पुष्प प्रिय हैं
ॐ स्वयम्भूकुसुमार्चितायै नमः।
Om Svayambhukusumarchitayai Namah।
जिनकी कुसुम पुष्प से पूजा-अर्चना की जाती है
ॐ स्वयम्भूकुसुमप्राणायै नमः।
Om Svayambhukusumapranayai Namah।
जो कुसुम पुष्प की प्राण रूप हैं
ॐ स्वयम्भूकुसुमोत्थितायै नमः।
Om Svayambhukusumotthitayai Namah।
जो कुसुम पुष्प से उत्पन्न हुयी हैं
ॐ स्वयम्भूकुसुमस्नातायै नमः।
Om Svayambhukusumasnatayai Namah।
जो कुसुम पुष्पों से स्नान करती हैं
ॐ स्वयम्भूपुष्पतर्पितायै नमः।
Om Svayambhupushpatarpitayai Namah।
जिन्हें पुष्प अर्पित किये जाते हैं
ॐ स्वयम्भूपुष्पघटितायै नमः।
Om Svayambhupushpaghatitayai Namah।
जो स्वयं प्रकट होने वाले पुष्पों से युक्त हैं
ॐ स्वयम्भूपुष्पधारिण्यै नमः।
Om Svayambhupushpadharinyai Namah।
जो स्वयं प्रकट होने वाले पुष्प धारण करती हैं
ॐ स्वयम्भूपुष्पतिलकायै नमः।
Om Svayambhupushpatilakayai Namah।
जो स्वयं प्रकट होने वाले पुष्प का तिलक धारण करती हैं
ॐ स्वयम्भूपुष्पचर्चितायै नमः।
Om Svayambhupushpacharchitayai Namah।
जो स्वयं प्रकट होने वाले पुष्प द्वारा पूजी जाती हैं
ॐ स्वयम्भूपुष्पनिरतायै नमः।
Om Svayambhupushpaniratayai Namah।
जो स्वयं प्रकट होने वाले पुष्प से प्रसन्न होती हैं
ॐ स्वयम्भूकुसुमाग्रहायै नमः।
Om Svayambhukusumagrahayai Namah।
जो स्वयं प्रकट होने वाले पुष्प का निवास हैं
ॐ स्वयम्भूपुष्पयज्ञेशायै नमः।
Om Svayambhupushpayajneshayai Namah।
जिनका हवन कुसुम पुष्प से किया जाता है
ॐ स्वयम्भूकुसुममालिकायै नमः।
Om Svayambhukusumamalikayai Namah।
जो कुसुम पुष्प की माला धारण करती हैं
ॐ स्वयम्भूपुष्पनिचितायै नमः।
Om Svayambhupushpanichitayai Namah।
जो स्वयम्भू पुष्पों से घिरी हुयी हैं
ॐ स्वयम्भूकुसुमप्रियायै नमः।
Om Svayambhukusumapriyayai Namah।
जिन्हें कुसुम पुष्प प्रिय हैं
स्वयम्भूकुसुमादानलालसोन्मत्तमानसा
939
ॐ स्वयम्भूकुसुमादानलालसोन्मत्तमानसायै नमः।
Om Svayambhukusumadanalalasonmattamanasayai Namah।
जिनका मन कुसुम पुष्प की लालसा से आनन्दित हो उठता है
स्वयम्भूकुसुमानन्दलहरीस्निग्धदेहिनी
940
ॐ स्वयम्भूकुसुमानन्दलहरीस्निग्धदेहिन्यै नमः।
Om Svayambhukusumanandalaharisnigdhadehinyai Namah।
जिनका शरीर कुसुम पुष्प की आनन्द लहरों में लिप्त है
ॐ स्वयम्भूकुसुमाधारायै नमः।
Om Svayambhukusumadharayai Namah।
जो कुसुम पुष्प धारण करती हैं
ॐ स्वयम्भूकुसुमाकुलायै नमः।
Om Svayambhukusumakulayai Namah।
जो कुसुम पुष्प के समान हैं
ॐ स्वयम्भूपुष्पनिलयायै नमः।
Om Svayambhupushpanilayayai Namah।
जो स्वयम्भू पुष्प में विद्यमान हैं
ॐ स्वयम्भूपुष्पवासिन्यै नमः।
Om Svayambhupushpavasinyai Namah।
जो स्वयम्भू पुष्प में निवास करती हैं
ॐ स्वयम्भूकुसुमस्निग्धायै नमः।
Om Svayambhukusumasnigdhayai Namah।
जिन्हें कुसुम पुष्प अत्यन्त प्रिय हैं
ॐ स्वयम्भूकुसुमात्मिकायै नमः।
Om Svayambhukusumatmikayai Namah।
जिनसे कुसुम पुष्प उत्पन्न हुये हैं
ॐ स्वयम्भूपुष्पकरिण्यै नमः।
Om Svayambhupushpakarinyai Namah।
जो स्वयम्भू पुष्प को धारण करती हैं
ॐ स्वयम्भूपुष्पमालिकायै नमः।
Om Svayambhupushpamalikayai Namah।
जो स्वयम्भू पुष्प की माला धारण करती हैं
ॐ स्वयम्भूकुसुमन्यासायै नमः।
Om Svayambhukusumanyasayai Namah।
जो कुसुम पुष्प में समाहित हैं
ॐ स्वयम्भूकुसुमप्रभायै नमः।
Om Svayambhukusumaprabhayai Namah।
जो कुसुम पुष्प की आभा हैं
ॐ स्वयम्भूकुसुमज्ञानायै नमः।
Om Svayambhukusumajnanayai Namah।
जिन्हें कुसुम पुष्प का ज्ञान है
ॐ स्वयम्भूपुष्पभोगिन्यै नमः।
Om Svayambhupushpabhoginyai Namah।
जो स्वयम्भू पुष्प का उपयोग करती हैं
ॐ स्वयम्भूकुसुमोल्लासायै नमः।
Om Svayambhukusumollasayai Namah।
जो कुसुम पुष्प से उल्लसित होती हैं
ॐ स्वयम्भूपुष्पवर्षिण्यै नमः।
Om Svayambhupushpavarshinyai Namah।
जिनपर स्वयम्भू पुष्पों की वर्षा होती है
ॐ स्वयम्भूकुसुमानन्दायै नमः।
Om Svayambhukusumanandayai Namah।
जिन्हें कुसुम पुष्प से आनन्द प्राप्त होता है
स्वयम्भूपुष्पपुष्पिणी
956
ॐ स्वयम्भूपुष्पपुष्पिण्यै नमः।
Om Svayambhupushpapushpinyai Namah।
जो कुसुम पुष्प के समान कामुक हैं
ॐ स्वयम्भूकुसुमोत्साहायै नमः।
Om Svayambhukusumotsahayai Namah।
जो कुसुम पुष्प से उत्साहित होती हैं
ॐ स्वयम्भूपुष्परूपिण्यै नमः।
Om Svayambhupushparupinyai Namah।
जो कुसुम पुष्प के रूप में स्थित हैं
ॐ स्वयम्भूकुसुमोन्मादायै नमः।
Om Svayambhukusumonmadayai Namah।
जो कुसुम पुष्प से उन्मादित हो जाती हैं
ॐ स्वयम्भूपुष्पसुन्दर्यै नमः।
Om Svayambhupushpasundaryai Namah।
जो पुष्प के समान सुन्दर हैं
ॐ स्वयम्भूकुसुमाराध्यायै नमः।
Om Svayambhukusumaradhyayai Namah।
जिनकी आराधना कुसुम पुष्प से की जाती है
ॐ स्वयम्भूकुसुमोद्भवायै नमः।
Om Svayambhukusumodbhavayai Namah।
जो कुसुम पुष्प से प्रकट हुयी हैं
ॐ स्वयम्भूकुसुमव्यग्रायै नमः।
Om Svayambhukusumavyagrayai Namah।
जो कुसुम पुष्प हेतु व्याकुल हैं
ॐ स्वयम्भूपुष्पपूजितायै नमः।
Om Svayambhupushpapujitayai Namah।
जो कुसुम पुष्प द्वारा पूजित हैं
ॐ स्वयम्भूपूजकप्राज्ञायै नमः।
Om Svayambhupujakaprajnayai Namah।
जो शिव भक्त की बुद्धि के रूप में स्थित हैं
ॐ स्वयम्भूहोतृमात्रिकायै नमः।
Om Svayambhuhotrimatrikayai Namah।
जो शिव हवन की मातृका हैं
ॐ स्वयम्भूदातृरक्षित्र्यै नमः।
Om Svayambhudatrirakshitryai Namah।
जो भगवान शिव के वरदान की रक्षा करती हैं
ॐ स्वयम्भूभक्तभाविकायै नमः।
Om Svayambhubhaktabhavikayai Namah।
जो शिव भक्तों से प्रसन्न होती हैं
ॐ स्वयम्भूकुसुमप्रीतायै नमः।
Om Svayambhukusumapritayai Namah।
जो भगवान शिव को प्रिय हैं
ॐ स्वयम्भूपूजकप्रियायै नमः।
Om Svayambhupujakapriyayai Namah।
जो शिव भक्तों की प्रिय हैं
ॐ स्वयम्भूवन्दकाधारायै नमः।
Om Svayambhuvandakadharayai Namah।
जो शिव वन्दना करने वालों की आधार हैं
ॐ स्वयम्भूनिन्दकान्तकायै नमः।
Om Svayambhunindakantakayai Namah।
जो शिव निन्दकों का अन्त करने वाली हैं
ॐ स्वयम्भूप्रदसर्वस्वायै नमः।
Om Svayambhupradasarvasvayai Namah।
जिन्हें भगवान शिव ने सर्वस्व प्रदान किया है
ॐ स्वयम्भूप्रदपुत्रिण्यै नमः।
Om Svayambhupradaputrinyai Namah।
जिन्हें भगवान शिव ने पुत्र प्रदान किया है
ॐ स्वयम्भूप्रदसस्मेरायै नमः।
Om Svayambhupradasasmerayai Namah।
जिनके मुख पर शिव द्वारा प्रदत्त मुस्कान है
ॐ स्वयम्भूतशरीरिण्यै नमः।
Om Svayambhutasharirinyai Namah।
जो भगवान शिव में निवास करती हैं
ॐ सर्वलोकोद्भवप्रीतायै नमः।
Om Sarvalokodbhavapritayai Namah।
जो समस्त लोकों में प्रिय हैं
ॐ सर्वलोकोद्भवात्मिकायै नमः।
Om Sarvalokodbhavatmikayai Namah।
जो सृष्टि का उद्भव हैं
ॐ सर्वकालोद्भवोद्भावायै नमः।
Om Sarvakalodbhavodbhavayai Namah।
जो समस्त कालों के उद्भव का स्रोत हैं
ॐ सर्वकालोद्भवोद्भवायै नमः।
Om Sarvakalodbhavodbhavayai Namah।
जो सभी कालों की रचना करती हैं
ॐ कुण्डपुष्पसमप्रीत्यै नमः।
Om Kundapushpasamaprityai Namah।
जिन्हें कुन्द पुष्प प्रिय हैं
ॐ कुण्डपुष्पसमारत्यै नमः।
Om Kundapushpasamaratyai Namah।
जो कुन्द पुष्प के समान आनन्दमयी हैं
ॐ कुण्डगोलोद्भवप्रीतायै नमः।
Om Kundagolodbhavapritayai Namah।
जिन्हें स्त्री-पुरुष के बीज का मिश्रण प्रिय है
ॐ कुण्डगोलोद्भवात्मिकायै नमः।
Om Kundagolodbhavatmikayai Namah।
जो स्त्री-पुरुष के बीज के रूप में स्थित हैं
ॐ स्वयम्भुवे नमः।
Om Svayambhuve Namah।
जो स्वयं प्रकट हुयी हैं
ॐ शिवायै नमः।
Om Shivayai Namah।
जो शुभ हैं
ॐ शक्तायै नमः।
Om Shaktayai Namah।
जो शक्ति स्वरूपा हैं
ॐ पावन्यै नमः।
Om Pavanyai Namah।
जो परम पवित्र एवं पावन हैं
ॐ लोकपावन्यै नमः।
Om Lokapavanyai Namah।
जो संसार को पवित्र करने वाली हैं
ॐ कीर्त्यै नमः।
Om Kirtyai Namah।
जो स्वयं कीर्ति स्वरूपा हैं
ॐ यशस्विन्यै नमः।
Om Yashasvinyai Namah।
जिनका यश सम्पूर्ण सृष्टि में फैला हुआ है
ॐ मेधायै नमः।
Om Medhayai Namah।
जो बुद्धि स्वरूपा हैं
ॐ विमेधायै नमः।
Om Vimedhayai Namah।
जो बुद्धिमत्ता के रूप में स्थित हैं
ॐ सुरसुन्दर्यै नमः।
Om Surasundaryai Namah।
जो समस्त देवी-देवताओं में सर्वाधिक सुन्दर हैं
ॐ अश्विन्यै नमः।
Om Ashvinyai Namah।
जो अश्विनी नक्षत्र के रूप में विद्यमान हैं
ॐ कृत्तिकायै नमः।
Om Krittikayai Namah।
जो कृत्तिका नक्षत्र के रूप में विद्यमान हैं
ॐ पुष्यायै नमः।
Om Pushyayai Namah।
जो पुष्य नक्षत्र के रूप में विद्यमान हैं
ॐ तेजस्विचन्द्रमण्डलायै नमः।
Om Tejasvichandramandalayai Namah।
जिनका तेज चन्द्रमण्डल के समान है
ॐ सूक्ष्मासूक्ष्मप्रदायै नमः।
Om Sukshmasukshmapradayai Namah।
जो सूक्ष्म एवं असूक्ष्म दोनों प्रदान करने वाली हैं
सूक्ष्मासूक्ष्मभयविनाशिनी
1000
ॐ सूक्ष्मासूक्ष्मभयविनाशिन्यै नमः।
Om Sukshmasukshmabhayavinashinyai Namah।
जो सूक्ष्म एवं असूक्ष्म भय का नाश करती हैं
ॐ वरदायै नमः।
Om Varadayai Namah।
जो वर प्रदान करने वाली हैं
ॐ अभयदायै नमः।
Om Abhayadayai Namah।
जो अभय प्रदान करने वाली हैं
ॐ मुक्तिबन्धविनाशिन्यै नमः।
Om Muktibandhavinashinyai Namah।
जो मुक्तिमार्ग की बाधाओं को नष्ट करती हैं
ॐ कामुक्यै नमः।
Om Kamukyai Namah।
जो कामुक हैं
ॐ कामदायै नमः।
Om Kamadayai Namah।
जो कामनाओं की पूर्ति करती हैं
ॐ क्षान्तायै नमः।
Om Kshantayai Namah।
जो धैर्यशालिनी हैं
ॐ कामाख्यायै नमः।
Om Kamakhyayai Namah।
जो इच्छाओं को पूर्ण करती हैं
ॐ कुलसुन्दर्यै नमः।
Om Kulasundaryai Namah।
जो अपने कुल में सर्वाधिक सौन्दर्य से युक्त हैं
ॐ सुखदायै नमः।
Om Sukhadayai Namah।
जो सुख प्रदान करने वाली हैं
ॐ दुःखदायै नमः।
Om Duhkhadayai Namah।
जो दुख प्रदान करने वाली हैं
ॐ मोक्षायै नमः।
Om Mokshayai Namah।
जो स्वयं मोक्ष स्वरूपा हैं
ॐ मोक्षदार्थप्रकाशिन्यै नमः।
Om Mokshadarthaprakashinyai Namah।
जो मोक्ष प्रदान करने हेतु प्रकट हुयी हैं
ॐ दुष्टादुष्टमत्यै नमः।
Om Dushtadushtamatyai Namah।
जो उत्पाती एवं उपद्रवी हैं
ॐ सर्वकार्यविनाशिन्यै नमः।
Om Sarvakaryavinashinyai Namah।
जो समस्त कार्यों का विनाश करने वाली हैं
ॐ शुक्राधारायै नमः।
Om Shukradharayai Namah।
जो शुक्र का आधार हैं
ॐ शुक्ररूपायै नमः।
Om Shukrarupayai Namah।
जो शुक्र के रूप में स्थित हैं
ॐ शुक्रसिन्धुनिवासिन्यै नमः।
Om Shukrasindhunivasinyai Namah।
जो शुक्र के सागर में निवास करती हैं
ॐ शुक्रालयायै नमः।
Om Shukralayayai Namah।
जो शुक्र का निवास हैं
ॐ शुक्रभोगायै नमः।
Om Shukrabhogayai Namah।
जो शुक्र का आनन्द लेने वाली हैं
ॐ शुक्रपूजासदारत्यै नमः।
Om Shukrapujasadaratyai Namah।
जो सदैव शुक्र पूजा में लीन रहती हैं
ॐ शुक्रपूज्यायै नमः।
Om Shukrapujyayai Namah।
जो शुक्र के द्वारा पूजनीय हैं
ॐ शुक्रहोमसन्तुष्टायै नमः।
Om Shukrahomasantushtayai Namah।
जो शुक्र हवन द्वारा प्रसन्न होती हैं
ॐ शुक्रवत्सलायै नमः।
Om Shukravatsalayai Namah।
जिन्हें शुक्र प्रिय हैं
ॐ शुक्रमूर्त्यै नमः।
Om Shukramurtyai Namah।
जो शुक्र का मूर्त स्वरूप हैं
ॐ शुक्रदेहायै नमः।
Om Shukradehayai Namah।
जो शुक्र के रूप में स्थित हैं
ॐ शुक्रपूजकपुत्रिण्यै नमः।
Om Shukrapujakaputrinyai Namah।
जो शुक्र पूजन करने वालों की पुत्री स्वरूपा हैं
ॐ शुक्रस्थायै नमः।
Om Shukrasthayai Namah।
जो शुक्र में स्थित हैं
ॐ शुक्रिण्यै नमः।
Om Shukrinyai Namah।
जो शुक्र की शक्ति हैं
ॐ शुक्रसंस्पृहायै नमः।
Om Shukrasamsprihayai Namah।
जो शुक्र के लिये व्याकुल हैं
ॐ शुक्रसुन्दर्यै नमः।
Om Shukrasundaryai Namah।
जो शुक्र की सुन्दरता के रूप में विद्यमान हैं
ॐ शुक्रस्नातायै नमः।
Om Shukrasnatayai Namah।
जो शुक्र से स्नान करती हैं
ॐ शुक्रकर्यै नमः।
Om Shukrakaryai Namah।
जो शुक्र का निर्माण करने वाली हैं
ॐ शुक्रसेव्यायै नमः।
Om Shukrasevyayai Namah।
शुक्र जिनकी सेवा में तत्पर है
ॐ अतिशुक्रिण्यै नमः।
Om Atishukrinyai Namah।
जिनमें शुक्र की प्रचुरता है
ॐ महाशुक्रायै नमः।
Om Mahashukrayai Namah।
जो सर्वोत्तम शुक्र के रूप में विद्यमान हैं
ॐ शुक्रभवायै नमः।
Om Shukrabhavayai Namah।
जो शुक्र के अस्तित्व के रूप में स्थित हैं
ॐ शुक्रवृष्टिविधायिन्यै नमः।
Om Shukravrishtividhayinyai Namah।
जो शुक्र की वर्षा करने वाली हैं
ॐ शुक्राभिधेयायै नमः।
Om Shukrabhidheyayai Namah।
जो शुक्र का लक्ष्य हैं
ॐ शुक्रार्हायै नमः।
Om Shukrarhayai Namah।
जो शुक्र के योग्य हैं
ॐ शुक्रवन्दकवन्दितायै नमः।
Om Shukravandakavanditayai Namah।
जो शुक्र पूजन करने वालों की वन्दना करती हैं
ॐ शुक्रानन्दकर्यै नमः।
Om Shukranandakaryai Namah।
जो शुक्र का आनन्द प्रदान करने वाली हैं
ॐ शुक्रसदानन्दविधायिन्यै नमः।
Om Shukrasadanandavidhayinyai Namah।
जो शुक्र एवं निरन्तर आनन्द प्रदान करती हैं
ॐ शुक्रोत्साहायै नमः।
Om Shukrotsahayai Namah।
जो शुक्र से उत्साहित होती हैं
ॐ सदाशुक्रपूर्णायै नमः।
Om Sadashukrapurnayai Namah।
जो सदैव शुक्र की आपूर्ति करती हैं
ॐ शुक्रमनोरमायै नमः।
Om Shukramanoramayai Namah।
जिनका मन शुक्र से आकर्षित होता है
ॐ शुक्रपूजकसर्वस्वायै नमः।
Om Shukrapujakasarvasvayai Namah।
जो शुक्र पूजन करने वालों की सर्वस्व हैं
ॐ शुक्रनिन्दकनाशिन्यै नमः।
Om Shukranindakanashinyai Namah।
जो शुक्र की निन्दा करने वालों का नाश करती हैं
ॐ शुक्रात्मिकायै नमः।
Om Shukratmikayai Namah।
जो शुक्र की आत्मा हैं
ॐ शुक्रसम्पदे नमः।
Om Shukrasampade Namah।
जो शुक्र रूपी सम्पदा से युक्त हैं
ॐ शुक्राकर्षणकारिण्यै नमः।
Om Shukrakarshanakarinyai Namah।
जो शुक्र को आकर्षित करने वाली हैं
ॐ रक्ताशयायै नमः।
Om Raktashayayai Namah।
जो रक्त से परिपूर्ण हैं
ॐ रक्तभोगायै नमः।
Om Raktabhogayai Namah।
जो रक्त का आनन्द उठाती हैं
ॐ रक्तपूजासदारत्यै नमः।
Om Raktapujasadaratyai Namah।
जो सदैव रक्त पूजन में लीन रहती हैं
ॐ रक्तपूज्यायै नमः।
Om Raktapujyayai Namah।
जो रक्त द्वारा पूजी जाने वाली हैं
ॐ रक्तहोमायै नमः।
Om Raktahomayai Namah।
जो रक्त के हवन के रूप में स्थित हैं
ॐ रक्तस्थायै नमः।
Om Raktasthayai Namah।
जो रक्त में स्थित हैं
ॐ रक्तवत्सलायै नमः।
Om Raktavatsalayai Namah।
जो रक्त की रक्षा करने वाली हैं
ॐ रक्तपूर्णारक्तदेहायै नमः।
Om Raktapurnaraktadehayai Namah।
जो रक्त क्षेत्र में रक्त के रूप में स्थित हैं
ॐ रक्तपूजकपुत्रिण्यै नमः।
Om Raktapujakaputrinyai Namah।
जो रक्त पूजन करने वालों की पुत्री के रूप में स्थित हैं
ॐ रक्ताख्यायै नमः।
Om Raktakhyayai Namah।
जो रक्त प्रदान करने वाली हैं
ॐ रक्तिन्यै नमः।
Om Raktinyai Namah।
जो रक्तरञ्जित हैं
ॐ रक्तसंस्कृतायै नमः।
Om Raktasamskritayai Namah।
जो रक्त में स्थित हैं
ॐ रक्तसुन्दर्यै नमः।
Om Raktasundaryai Namah।
जो रक्त की देवी हैं
ॐ रक्ताभिदेहायै नमः।
Om Raktabhidehayai Namah।
जो लाल देह वाली हैं
ॐ रक्तार्हायै नमः।
Om Raktarhayai Namah।
जो रक्त द्वारा पूजी जाती हैं
ॐ रक्तवन्दकवन्दितायै नमः।
Om Raktavandakavanditayai Namah।
जो रक्तपूजन करने वालों का वन्दन करती हैं
ॐ महारक्तायै नमः।
Om Maharaktayai Namah।
जो स्वयं दिव्य रक्त स्वरूपा हैं
ॐ रक्तभवायै नमः।
Om Raktabhavayai Namah।
जो रक्त के रूप में विद्यमान हैं
ॐ रक्तवृष्टिविधायिन्यै नमः।
Om Raktavrishtividhayinyai Namah।
जो रक्त की वर्षा करती हैं
ॐ रक्तस्नातायै नमः।
Om Raktasnatayai Namah।
जो रक्त से स्नान करती हैं
ॐ रक्तप्रीतायै नमः।
Om Raktapritayai Namah।
जिन्हें रक्त अतिप्रिय है
ॐ रक्तसेव्यातिरक्तिन्यै नमः।
Om Raktasevyatiraktinyai Namah।
जो रक्त द्वारा सेवित एवं रक्तमयी हैं
ॐ रक्तानन्दकर्यै नमः।
Om Raktanandakaryai Namah।
जो रक्त से आनन्दित होती हैं
ॐ रक्तसदानन्दविधायिन्यै नमः।
Om Raktasadanandavidhayinyai Namah।
जो रक्त एवं आनन्द प्रदान करने वाली हैं
ॐ रक्तारक्तायै नमः।
Om Raktaraktayai Namah।
जो रक्त एवं अरक्त स्वरूप में हैं
ॐ रक्तपूर्णायै नमः।
Om Raktapurnayai Namah।
जो रक्त की पूर्ति करने वाली हैं
ॐ रक्तसव्येक्षणीरमायै नमः।
Om Raktasavyekshaniramayai Namah।
जो रक्त पूजन करने वालों से शीघ्र प्रसन्न होती हैं
ॐ रक्तसेवकसर्वस्वायै नमः।
Om Raktasevakasarvasvayai Namah।
जो रक्त पूजन करने वालों की सर्वस्व हैं
ॐ रक्तनिन्दकनाशिन्यै नमः।
Om Raktanindakanashinyai Namah।
जो रक्त की निन्दा करने वालों का नाश करती हैं
ॐ रक्तात्मिकायै नमः।
Om Raktatmikayai Namah।
जो रक्त का मूल तत्व हैं
ॐ रक्तरूपायै नमः।
Om Raktarupayai Namah।
जो स्वयं रक्त के रूप में विद्यमान हैं
ॐ रक्ताकर्षणकारिण्यै नमः।
Om Raktakarshanakarinyai Namah।
जो रक्त को आकर्षित करने वाली हैं
ॐ रक्तोत्साहायै नमः।
Om Raktotsahayai Namah।
जो रक्त द्वारा उत्साहित होती हैं
ॐ रक्तव्यग्रायै नमः।
Om Raktavyagrayai Namah।
जो रक्त के लिये व्याकुल रहती हैं
ॐ रक्तपानपरायणायै नमः।
Om Raktapanaparayanayai Namah।
जो निरन्तर रक्त पान करती हैं
ॐ शोणितानन्दजनन्यै नमः।
Om Shonitanandajananyai Namah।
जो पिशाचों की माता हैं
ॐ कल्लोलस्निग्धरूपिण्यै नमः।
Om Kallolasnigdharupinyai Namah।
जो प्रसन्न एवं दिव्य रूप में स्थित हैं
ॐ साधकान्तर्गतायै नमः।
Om Sadhakantargatayai Namah।
जो साधक के ध्यान में प्रतिष्ठित होती हैं
ॐ देव्यै नमः।
Om Devyai Namah।
जो सर्वोच्च शक्ति हैं
ॐ पार्वत्यै नमः।
Om Parvatyai Namah।
जो देवी पार्वती स्वरूपा हैं
ॐ पापनाशिन्यै नमः।
Om Papanashinyai Namah।
जो पापों का नाश करने वाली हैं
साधूनां हृदि संस्थात्री
1092
ॐ साधूनां हृदि संस्थात्र्यै नमः।
Om Sadhunam Hridi Samsthatryai Namah।
जो साधुओं के हृदय में स्थित रहती हैं
ॐ साधकानन्दकारिण्यै नमः।
Om Sadhakanandakarinyai Namah।
जो साधकों के आनन्द का कारण हैं
ॐ साधकानां जनन्यै नमः।
Om Sadhakanam Jananyai Namah।
जो साधकों की माता हैं
ॐ साधकप्रियकारिण्यै नमः।
Om Sadhakapriyakarinyai Namah।
जो साधकों पर कृपा करती हैं
साधकप्रचुरानन्दसम्पत्तिसुखदायिनी
1096
ॐ साधकप्रचुरानन्दसम्पत्तिसुखदायिन्यै नमः।
Om Sadhakaprachuranandasampattisukhadayinyai Namah।
जो साधकों को असीम आनन्द, सम्पत्ति एवं सुख प्रदान करने वाली हैं
ॐ साधकासाधकप्राणायै नमः।
Om Sadhakasadhakapranayai Namah।
जो साधकों के भक्तों की प्राण स्वरूपा हैं
ॐ साधकासक्तमानसायै नमः।
Om Sadhakasaktamanasayai Namah।
जिन्हें साधक प्रिय हैं
ॐ साधकोत्तमसर्वस्वायै नमः।
Om Sadhakottamasarvasvayai Namah।
जो साधकों की सर्वस्व हैं
ॐ साधकायै नमः।
Om Sadhakayai Namah।
जो साधना करने वाली हैं
ॐ भक्तरक्तपायै नमः।
Om Bhaktaraktapayai Namah।
समस्त डाकिनी जिनकी भक्त हैं
ॐ साधकानन्दसन्तोषायै नमः।
Om Sadhakanandasantoshayai Namah।
जो साधकों के आनन्द एवं सन्तोष के रूप में स्थित हैं
ॐ साधकारिविनाशिन्यै नमः।
Om Sadhakarivinashinyai Namah।
जो साधकों का अहित करने वाले विकारों को नष्ट करती हैं
ॐ आत्मविद्यायै नमः।
Om Atmavidyayai Namah।
जो आत्मविद्या रूप में स्थित हैं
ॐ ब्रह्मविद्यायै नमः।
Om Brahmavidyayai Namah।
जो ब्रह्मविद्या के रूप में स्थित हैं
ॐ परब्रह्मकुटुम्बिन्यै नमः।
Om Parabrahmakutumbinyai Namah।
जो परब्रह्म परमात्मा की शक्ति हैं
ॐ त्रिकूटस्थायै नमः।
Om Trikutasthayai Namah।
जो त्रिकूट चक्र में स्थित अथवा त्रिकूट पर्वत पर स्थित हैं
ॐ पञ्चकूटायै नमः।
Om Panchakutayai Namah।
जो पञ्चकूट के रूप में स्थित हैं
ॐ सर्वकूटशरीरिण्यै नमः।
Om Sarvakutasharirinyai Namah।
जो समस्त पर्वतों के रूप में स्थित हैं
ॐ सर्ववर्णमय्यै नमः।
Om Sarvavarnamayyai Namah।
जो सभी वर्णों से युक्त हैं
ॐ वर्णजपमालाविधायिन्यै नमः।
Om Varnajapamalavidhayinyai Namah।
जो वर्ण को जप माला के रूप में धारण करती हैं