टिप्पणी: सभी समय २४:००+ प्रारूप में अमरोहा, भारत के स्थानीय समय और डी.एस.टी समायोजित (यदि मान्य है) के साथ दर्शाये गए हैं।
आधी रात के बाद के समय २४:०० से अधिक हैं और आगामि दिन के समय को दर्शाते हैं। पञ्चाङ्ग में दिन सूर्योदय से शुरू होता है और पूर्व दिन सूर्योदय के साथ ही समाप्त हो जाता है।
नवरात्रि पूजा के समय सन्धि पूजा का विशेष महत्व होता है। जिस कालबिन्दु पर अष्टमी तिथि की समाप्ति तथा नवमी तिथि का आरम्भ हो रहा हो, उस मुहूर्त में सन्धि पूजा की जाती है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, इस मुहूर्त में, देवी चामुण्डा चण्ड एवं मुण्ड नामक दो राक्षसों का वध करने हेतु प्रकट हुयी थीं।
सन्धि पूजा का मुहूर्त दो घटी के लिये रहता है, जो कि लगभग 48 मिनट का समय होता है। सन्धि पूजा मुहूर्त का योग दिन में किसी भी समय बन सकता है तथा सन्धि पूजा मात्र उस समय काल में ही की जानी चाहिये।
आप सम्पूर्ण चैत्र नवरात्रि कैलेण्डर का अवलोकन भी कर सकते हैं।