टिप्पणी: सभी समय २४-घण्टा प्रारूप में Sector 6, Romania के स्थानीय समय और डी.एस.टी समायोजित (यदि मान्य है) के साथ दर्शाये गए हैं।
आधी रात के बाद के समय जो आगामि दिन के समय को दर्शाते हैं, आगामि दिन से प्रत्यय कर दर्शाये गए हैं। पञ्चाङ्ग में दिन सूर्योदय से शुरू होता है और पूर्व दिन सूर्योदय के साथ ही समाप्त हो जाता है।
महा नवमी दुर्गा पूजा का तीसरा तथा अन्तिम दिवस है। महा नवमी पर दुर्गा पूजा का आरम्भ महास्नान एवं षोडशोपचार पूजा से होता है।
महा नवमी पर देवी दुर्गा के महिषासुरमर्दिनी रूप की पूजा-अर्चना की जाती है। महिषासुरमर्दिनी का शाब्दिक अर्थ है महिषासुर का अन्त करने वाली। हिन्दु धर्म ग्रन्थों के अनुसार, महा नवमी के दिन देवी दुर्गा ने दुष्ट राक्षस महिषासुर का वध किया था।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि, पिछले दिन नवमी तिथि आरम्भ होने के समयानुसार अष्टमी तिथि को ही महा नवमी पूजा एवं व्रत किया जा सकता है। उचित नियम यह है कि, यदि अष्टमी तिथि के सायाह्नकाल से पूर्व नवमी तिथि का उसमें विलय हो जाता है, तो अष्टमी तिथि पर ही अष्टमी पूजा, नवमी पूजा तथा सन्धि पूजा की जाती है।
हालाँकि, दुर्गा बलिदान सदैव उदय व्यापिनी नवमी तिथि पर ही किया जाता है। निर्णयसिन्धु के अनुसार, नवमी तिथि पर बलिदान के लिये सर्वश्रेष्ठ समय अपराह्न काल है।
महा नवमी पर नवमी हवन किया जाता है, जो कि दुर्गा पूजा का एक महत्वपूर्ण अनुष्ठान है। नवमी पूजा के अन्त में नवमी हवन करना अत्यन्त लाभकारी होता है।