वसन्त पञ्चमी
विवरण : वसन्त पञ्चमी का दिन देवी सरस्वती को समर्पित है। हिन्दु धर्म में देवी सरस्वती को ज्ञान, संगीत, कला, बुद्धि एवं शिक्षा की देवी के रूप में पूजा जाता है। वसन्त पञ्चमी को मुख्यतः पश्चिम बंगाल में, श्री पञ्चमी एवं सरस्वती पूजा के रूप में भी जाना जाता है। [
...विस्तृत ]
अन्य नाम : श्री पञ्चमी, सरस्वती पञ्चमी
महत्व : देवी सरस्वती का जन्मोत्सव
2024 वसन्त पञ्चमी दिनाँक : फरवरी 14 (बुधवार)2025 वसन्त पञ्चमी दिनाँक : फरवरी 02 (रविवार)2026 वसन्त पञ्चमी दिनाँक : जनवरी 23 (शुक्रवार)2027 वसन्त पञ्चमी दिनाँक : फरवरी 11 (बृहस्पतिवार)हिन्दु कैलेण्डर तिथि : पूर्णिमान्त - माघ माह की पञ्चमी (शुक्ल पक्ष) अमान्त - माघ माह की पञ्चमी (शुक्ल पक्ष)
2026 वसन्त पञ्चमी पूजा मुहूर्त :
क्रिया-कलाप :
घर पर सरस्वती पूजा पतंग उड़ाना श्वेत एवं पीले रंग के वस्त्र धारण करना देवी सरस्वती को सरसों एवं गेंदे के पुष्प अर्पित करना बालकों-बालिकाओं का विद्या आरम्भ विद्यालयों एवं महाविद्यालयों में सरस्वती पूजा नवीन उद्यम आरम्भ करना, विशेषतः शैक्षणिक संस्थानों एवं विद्यालयों का उद्घाटन करना परिवार के मृत सदस्यों निमित्त पितृ तर्पण [...विस्तृत ] व्यञ्जन :
दूध और केसर से बनी मिठाइयाँ जैसे खीर और केसर हलवा टोपा कुल चटनी खिचड़ी लाबड़ा मक्के की रोटी और सरसों का साग परिधान :
पीला पोशाक, विशेष रूप से पीले रंग की साड़ी पीला या सफेद कुर्ता-पायजामा