देवी शक्ति के १० मुख्य स्वरूपों को दश महाविद्या के रूप में पूजा जाता है। दश महाविद्या विभिन्न दिशाओं की अधिष्ठातृ शक्तियाँ हैं। दश महाविद्या की पूजा एवं साधना के माध्यम से साधकों को विभिन्न प्रकार की सिद्धियाँ प्राप्त होती हैं।
दस महाविद्या के रूप में विख्यात दस देवियों के 108 और 1000 नामों का संकलन इस पृष्ठ पर दिया गया है। साधक दस महाविद्याओं के इन दिव्य नामों का पाठ करके लाभ उठा सकते हैं।
गुप्त और दुर्लभ मानी जाने वाली दस महाविद्या उपासना के लिये मन्त्रों की सूचि उपलब्ध करायी गयी है। ये मन्त्र अति प्रभावशाली और दिव्य होते हैं। तन्त्र शास्त्र में इन मन्त्रों को विशेष माहात्म्यकारी बताया गया है।
देवी माता पार्वती को शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चन्द्रघण्टा, कूष्माण्डा आदि नौ भिन्न-भिन्न रूपों में पूजा जाता है। माता पार्वती के यही नौ रूप समस्त संसार में नवदुर्गा के रूप में विख्यात हैं। नवरात्रि उत्सव के समय देवी माँ के दिव्य नवदुर्गा स्वरूपों की विस्तृत पूजा-आराधना की जाती है।
यहाँ दुर्गा पूजा की सम्पूर्ण समय सारणी प्रकाशित की गयी है। दुर्गा पूजा एक महत्पूर्ण हिन्दु त्यौहार है, जो दुर्गोत्सव एवं शारदोत्सव के नाम से भी लोकप्रिय है। दुर्गा पूजा के पावन अवसर पर देवी माँ दुर्गा के नवदुर्गा रूपों की विशेष पूजा-आराधना की जाती है।
शरद ऋतु से सम्बन्धित होने के कारण आश्विन माह की नवरात्रि को शारदीय नवरात्रि भी कहते हैं। विश्व भर के देवी उपासक इस पर्व की प्रतीक्षा करते हैं, जिसके कारण यह नवरात्रि बेहद लोकप्रिय है इसीलिये इसे 'महानवरात्रि' भी कहते हैं। इस पृष्ठ पर आपको शारदीय नवरात्रि पर्व के दिन और अन्य बहुत सी महत्वपूर्ण जानकारियों के पृष्ठ मिल जायेंगे।