तारक मन्त्र, भगवान राम के भक्तों के मध्य एक अत्यन्त लोकप्रिय मन्त्र है। तारक मन्त्र त्रयोदश अक्षरी मन्त्र है, जिसमें 13 अक्षर हैं। मान्यताओं के अनुसार, तारक मन्त्र अपने नाम के अनुरूप ही परिणाम प्रदान करने वाला मन्त्र है। अतः तारक मन्त्र का जाप करने से व्यक्ति जन्म एवं मृत्यु के चक्र से मुक्त हो जाता है अथवा तर जाता है।
सर्वप्रथम भगवान शिव ने देवी पार्वती को तारक मन्त्र का उपदेश किया था। अपनी अर्धांगिनी को तारक मन्त्र प्रदान करते समय भगवान शिव ने कहा था कि, तारक मन्त्र का जाप विष्णु सहस्रनाम, अर्थात भगवान विष्णु के 1000 नामों के जाप के समान है।
श्री राम जय राम जय जय राम॥
तारक मन्त्र में,
इस प्रकार, मन्त्र का सम्पूर्ण अर्थ है, शक्ति सहित ईश्वर की जय हो, अर्थात ईश्वर की जय हो।