दक्षिणामूर्ति शिव मन्त्र भगवान शिव को समर्पित सर्वाधिक लोकप्रिय मन्त्रों में से एक है। दक्षिणामूर्ति शिव मन्त्र भगवान शिव के दक्षिणामूर्ति रूप को समर्पित है जिसकी पूजा मुख्य रूप से दक्षिण भारतीय क्षेत्रों में की जाती है। दक्षिणामूर्ति नाम का अर्थ है वह जिनका मुख दक्षिण दिशा की ओर है।
दक्षिणामूर्ति शिव को योग, संगीत तथा ज्ञान के गुरु अथवा शिक्षक के रूप में दर्शाया गया है। उन्हें सर्वोच्च चेतना के अवतार के रूप में वर्णित किया गया है। उन्हें ज्ञान एवं ध्यान के देवता के रूप में पूजा जाता है। दक्षिणामूर्ति शिव मन्त्र का जाप परम ज्ञान एवं बुद्धि प्राप्त करने के लिये किया जाता है।
ॐ नमो भगवते दक्षिणामूर्तये।
मह्यं मेधां प्रज्ञां प्रयच्छ स्वाहा॥
ॐ, भगवान दक्षिणामूर्ति को नमस्कार। कृपया मुझे धन, स्वास्थ्य एवं समृद्धि प्रदान करें! मुझे ज्ञान, स्मृति तथा बुद्धि की क्षमता प्रदान करें। आपको आहुति अर्पण है।