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2025 दुर्गा पूजा के दौरान नवमी के दिन चण्डी हवन Bada Barabil, Odisha, भारत के लिये

DeepakDeepak

2025 नवमी हवन

Goddess Kushmanda
Kushmanda Puja - Sep 26, Fri
Bada Barabil, भारत
नवमी हवन
1वाँ
अक्टूबर 2025
Wednesday / बुधवार
नवरात्रि के दौरान नवमी हवन करते हुये
Navami Homa

आश्विन नवमी होम

आश्विन नवमी होम बुधवार, अक्टूबर 1, 2025 को
नवरात्रि प्रातः हवन मुहूर्त - 05:40 ए एम से 05:36 पी एम
अवधि - 11 घण्टे 56 मिनट्स
आश्विन नवरात्रि महा नवमी बुधवार, अक्टूबर 1, 2025 को
नवमी तिथि प्रारम्भ - सितम्बर 30, 2025 को 06:06 पी एम बजे
नवमी तिथि समाप्त - अक्टूबर 01, 2025 को 07:01 पी एम बजे

टिप्पणी: सभी समय १२-घण्टा प्रारूप में Bada Barabil, भारत के स्थानीय समय और डी.एस.टी समायोजित (यदि मान्य है) के साथ दर्शाये गए हैं।
आधी रात के बाद के समय जो आगामि दिन के समय को दर्शाते हैं, आगामि दिन से प्रत्यय कर दर्शाये गए हैं। पञ्चाङ्ग में दिन सूर्योदय से शुरू होता है और पूर्व दिन सूर्योदय के साथ ही समाप्त हो जाता है।

2025 नवमी हवन | नवमी होम

नवमी होम, नवरात्रि तथा दुर्गा पूजा के अवसर पर किया जाने वाला अत्यन्त महत्वपूर्ण अनुष्ठान है। नवमी होम को चण्डी होम, चण्डी होमम् तथा नवमी हवन के रूप में भी जाना जाता है। भक्तगण देवी दुर्गा को प्रसन्न करने हेतु नवमी होम का आयोजन करते हैं तथा उत्तम स्वास्थ्य एवं जीवन में आने वाली समस्त प्रकार की बाधाओं पर विजय प्राप्ति हेतु देवी माँ से आशीर्वाद ग्रहण करते हैं।

नवरात्रि एवं दुर्गा पूजा के अवसर पर दिन के समय नवमी होम किया जाता है, क्योंकि शास्त्रों में रात्रिकाल में किये गये होम को फलदायी नहीं माना गया है। अतः नवमी होम, नवमी तिथि पर दिन के समय ही किया जाता है। दुर्गा पूजा के अवसर पर नवमी पूजन के पश्चात् ही होम करने का सुझाव दिया जाता है।

अधिकांश भक्त, दुर्गा सप्तशती के 700 श्लोकों का उच्चारण करते हुये नवमी होम सम्पन्न करते हैं तथा प्रत्येक श्लोक पर एक आहुति प्रदान करते हैं। इसीलिये, अनुष्ठानिक नवमी होम सम्पन्न करने हेतु, न्यूनतम 2 से 3 घण्टे के समय की आवश्यकता होती है। कुछ वर्षों में, नवमी तिथि सूर्योदय के तुरन्त बाद समाप्त हो जाती है तथा साधक को नवमी पूजा तथा होम अनुष्ठान करने हेतु पर्याप्त समय नहीं मिलता है।

यदि सूर्योदय के पश्चात नवमी तिथि शीघ्र समाप्त हो जाती है, तो यह पिछले दिन सन्ध्याकाल से पूर्व आरम्भ हो जाती है तथा नवमी तिथि का शुभः काल अष्टमी तिथि को प्रबल होता है। यदि यह संयोग निर्मित होता है, तो नवमी होम पिछले दिन किया जा सकता है। अष्टमी तिथि के दिन होम किसी भी समय आरम्भ किया जा सकता है, किन्तु इसका समापन नवमी तिथि के आरम्भ में सूर्यास्त से पूर्व करना चाहिये। सरल शब्दों में कहें तो, होम तब तक चलना चाहिये, जब तक अष्टमी तिथि का समापन तथा नवमी तिथि का आरम्भ नहीं हो जाता है।

द्रिक पञ्चाङ्ग, दुर्गा पूजा के अवसर पर नवमी होम करने हेतु उपयुक्त समय उपलब्ध कराता है। यदि पिछले दिवस सूर्यास्त से पूर्व नवमी तिथि 3 से अधिक मुहूर्त के लिये रहती है, तो हम नवमी तिथि के साथ ही अष्टमी तिथि पर भी होम का शुभः समय सूचीबद्ध करते हैं।

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