वैदिक ज्योतिष में राशि चक्र को 27 भागों में विभाजित किया गया है, जिन्हें नक्षत्र के नाम से जाना जाता है। प्रत्येक भाग को एक विशिष्ट नाम से जाना जाता है।
27 नक्षत्रों एवं 108 पद स्वरों पर आधारित हिन्दु नामाक्षर सूचिबद्ध किये गये हैं। शिशु के नामकरण हेतु नक्षत्र के अनुसार स्वरों की सूचि, नाम एवं उनके अर्थ भी प्रदान किये गये हैं। इस सूचि की सहायता से शिशु के लिये उपयुक्त नाम निर्धारित किया जा सकता है।
नामकरण संस्कार हिन्दु धर्म में वर्णित सोलह संस्कारों में से एक है। द्रिक पञ्चाङ्ग हिन्दु नाम कैलकुलेटर के द्वारा स्वर सिद्धान्त पर आधारित नामकरण किया जा सकता है। स्वर-सिद्धान्त पर आधारित नामकरण, शिशु के विकास में सकारात्मक परिणाम दे सकता हैं।
प्रस्तुत जन्म नक्षत्र कैलकुलेटर के माध्यम से जातक के जन्म के समय प्रचलित नक्षत्र ज्ञात किया जा सकता है। जन्म के समय चन्द्रमा जिस नक्षत्र में स्थित हो, उसे जन्म नक्षत्र कहते हैं। प्रत्येक नक्षत्र के चार चरण अथवा पद होते हैं, जिनके भिन्न-भिन्न फलादेश होते हैं।
सात नक्षत्र समूह