जानिए पण्डितजी के अनुसार आपका वर्ष कैसा रहेगा -
स्वास्थ्य: इस वर्ष की शुरुआत में बृहस्पति अष्टम भाव में स्थित रहेगा। और इस पर शनि की दृष्टि रहेगी जिसके कारण उदर विकार होने से आपको परेशानी होगी। लेकिन शनि के छठे भाव में होने से आपका इम्यून सिस्टम काफी सक्रिय रहेगा। राहु-केतु आपकी राशि पर प्रभाव डालेगा। जिसके कारण पेट में इन्फेक्शन हो सकता है। अपने आहार-विहार और व्यायाम पर आपको काफी ध्यान देना होगा। 1 मई के बाद गुरु जब वृषभ राशि में जायेगा तब आपको स्वास्थ्य लाभ होगा। आपको कई रोगों से छुटकारा मिल सकता है। अपनी दिनचर्या को सन्तुलित बनाये रखें।
आर्थिक स्थिति: इस वर्ष आपकी आर्थिक स्थिति सामान्य रहेगी। गुरु के अष्टम स्थान पर प्रभाव के कारण आप धन जमा कर पाने में सफल रहेंगे। लेकिन इसके साथ ही आपके खर्च भी बढ़ेंगे। केतु के राशि पर होने से आप थोड़ा चिन्तित रहेंगे। सलाहकारों और IT क्षेत्र से जुड़े लोगों की आय में वृद्धि होगी। जनवरी से मई तक का समय आपके लिये आर्थिक दॄष्टि से शुभ रहेगा। मई में गुरु के वृषभ राशि में गोचर के उपरान्त आपके खर्चे बढ़ने के योग बन रहे हैं। हो सकता है आप व्यापार में बड़ी इन्वेस्टमेन्ट कर सकते हैं। विदेश में व्यवसाय या जॉब के बड़े अवसर मिल सकते हैं। सम्पत्ति बढ़ाने के लिये काफी निवेश करेंगे।
कौटुम्बिक एवं सामाजिक: गुरु की द्वितीय और चतुर्थ भाव में दॄष्टि के कारण परिवार में कुशलता रहेगी। गुरु के अष्टम भाव में होने के कारण परिजनों को काफी अच्छा लाभ होगा। मई तक चतुर्थेश की अष्टम भाव में स्थिति के कारण माता की सेहत बिगड़ सकती है। यदि शुगर और रक्तचाप से आपकी माता पीड़ित हैं तो आपको उनकी सेहत का ध्यान रखना होगा। जनवरी से मार्च के बीच भाई-बहन के बीच सम्बन्ध खराब हो सकते हैं। सन्तान की शिक्षा और करियर में परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। लेकिन गुरु की दॄष्टि पञ्चम भाव में पड़ेगी इसके कारण सन्तान की परेशानियों का निवारण होगा।
प्रणय जीवन: वैवाहिक जीवन काफी शुभ रहने वाला है। आप प्रेम-सम्बन्धों में काफी सत्यनिष्ठ रहेंगे। वर्ष की शुरुआत में आप अपने प्रेमी को प्रपोज कर सकते हैं। गुरु की सप्तम भाव में दॄष्टि विवाह के लिये बहुत अच्छी रहेगी। आप अपने जीवनसाथी को काफी समय देंगे। मार्च और अक्टूबर माह में कई बार आपके अपने पार्टनर के साथ गम्भीर झगड़े हो सकते हैं। हिंसा और कटु वचनो से आपको बचना चाहिये। गुरु के वृषभ में जाने के बाद आप कहीं घूमने जा सकते हैं। इससे आपके रिश्तों में ताजगी आयेगी। शनि जब वक्री होंगे तब ससुराल के लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।
शिक्षा और करियर: वर्ष 2024 में शिक्षा काफी अच्छी रहेगी। गुरु की दॄष्टि चतुर्थ भाव में होने के कारण शिक्षा की बाधा दूर होगी। कानून, मैनेजमेन्ट और होटल इण्डस्ट्री से जुड़े कारोबार में बेहतरीन लाभ होगा। फरवरी से अप्रैल के बीच पढ़ाई में काफी अच्छे रहेंगे। बुध के कारण परीक्षा परिणाम बेहतरीन रहने वाले हैं। लेकिन केतु और राहू का राशि और सप्तम भाव पर गोचर आपको कुछ कठिनाइयों से भी युक्त रखेगा। कार्यक्षेत्र में शत्रुओं की वृद्धि होगी। विदेश में जॉब कर रहे लोगों के लिये यह वर्ष शुभ नहीं है।
समाधान: विष्णु सहस्रनाम स्तोत्र का पाठ करें और गुरुवार को गाय को दाल मिश्रित रोटी खिलायें।
द्रिक पञ्चाङ्ग के पण्डितजी आपके मंगलमय वर्ष की कामना करते हैं।