जानिए पण्डितजी के अनुसार आपका वर्ष कैसा रहेगा -
स्वास्थ्य: इस वर्ष आप काफी प्रसन्न रहेंगे। जिसके कारण आपका स्वास्थ्य काफी अच्छा रहेगा। शुरुआती पाँच महीने में राशि स्वामी गुरु पञ्चम भाव में रहेंगे इसके कारण आपको एलर्जी और फ्लू की समस्या बीच-बीच में होती रहेगी। आपको अपने इम्यून सिस्टम पर काफी काम करना होगा। हालाँकि शनि की तृतीय स्थिति के कारण आप बीमारियों से बचते रहेंगे। चतुर्थ भाव में राहू के कारण अस्थमा के रोगियों की समस्या बढ़ सकती है। मई 2024 के बाद आपको स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिये। भोजन पौष्टिक और हल्का करें। अपनी दिनचर्या को सन्तुलित रखने का प्रयास करें।
आर्थिक स्थिति: आप धन को लेकर इस वर्ष अच्छी स्थिति में रहेंगे। तृतीय भाव में शनि आपको उत्तम धन लाभ होगा। आप बचत और आय में सफल रहेंगे। मई 2024 के पहले बृहस्पति की दॄष्टि आपकी राशि में होगी इसके कारण आप धन के मामले में भाग्यशाली रहेंगे। विशेष रूप से फरवरी और मार्च काफी अच्छे रहेंगे। मई से जुलाई के बीच आपको निवेश में हानि हो सकती है। गुरु की द्वादश में दॄष्टि के कारण आपके खर्चे बढ़ने वाले हैं। वर्ष के अन्त में आपका धन बर्बाद हो सकता है। इसीलिये इस दौरान धन उधार न दें और ऐसे ही कहीं इन्वेस्टमेन्ट न करें।
कौटुम्बिक एवं सामाजिक: इस वर्ष आप परिवार को लेकर काफी परेशान रह सकते हैं। आपको परिजनों की उपेक्षा झेलनी पड़ सकती है। खर्चों को लेकर आपके विचार परिजनों से भिन्न रहेंगे। इसीलिये सबसे निरन्तर सम्वाद बनाये रखें। इसके बावजूद बृहस्पति की स्थिति के प्रभाव से आप काफी प्रसन्न व सन्तुष्ट रहेंगे। राहू के नियन्त्रक के रूप में गुरु वर्ष के पूर्वार्ध में आपके लिये शुभ रहेंगे। शनि की स्थिति वैसे तो शुभ है लेकिन जून में जब यह वक्री होंगे तब भाईयों के बीच झगड़ा हो सकता है। ऐसे में विवेकपूर्ण निर्णय लेना हितकर होगा। वर्ष के उत्तरार्ध में माता-पिता को कफजन्य रोग हो सकते हैं। सन्तान इस वर्ष आज्ञाकारी रहेगी। नि:सन्तान दम्पतियो को सन्तान सुख मिलने की सम्भावना बन रही है।
प्रणय जीवन: दाम्पत्य जीवन के दृष्टिकोण से वर्ष सामान्य रहेगा। वर्ष की शुरुआत में वैवाहिक जीवन कुछ कमजोर हो सकता है। शुरुआती दो महीनों में आपका जीवनसाथी या प्रेमीजन के साथ झगड़ा हो सकता है। विवाद के बजाय सम्वाद को प्राथमिकता अवश्य दें। आपकी सम्वादशैली बहुत शानदार रहेगी जिसके कारण आप बिगड़ती हुई स्थिति को सम्भाल लेंगे। गुरु के पञ्चम भाव में रहने के कारण आपका प्रेमी आपके ऊपर अपने विचार थोप सकता है। जिसके कारण वैचारिक द्वन्द परेशान करता रहेगा। मई में गुरु के छठे भाव में जाने के साथ ही कई परेशानियों का निवारण हो जायेगा। जून-जुलाई में शुक्र के कारण आप काफी रोमान्टिक रहेंगे। अगस्त-सितम्बर का महीना नकारात्मक रहेगा।
शिक्षा और करियर: चतुर्थस्थ राहू के कारण आप सोचेंगे बहुत लेकिन पढ़ाई में उतना ध्यान नहीं दे पायेंगे। आपको लगातार अपनी शिक्षा पर ध्यान देते रहना होगा। राहू-केतु आपको कन्फ्यूज करने का प्रयास करेंगे। जो विद्यार्थी प्रतियोगी परीक्षा में भाग ले रहे हैं उन्हें अपनी एकाग्रता पर काफी ध्यान देना होगा। अगस्त से अक्टूबर के बीच का समय आपके लिये शुभ नहीं रहेगा। विदेश जाकर शिक्षा लेने वालों के लिये वर्ष बहुत अच्छा रहेगा। व्यापार में आपको नया प्रयोग करने की प्रेरणा होगी। विदेशों में एक्सपोर्ट से जुड़े कारोबार बेहद शुभ रहेंगे। लेकिन केतु की स्थिति के कारण आप बहुत ज्यादा प्रसन्न नहीं रहेंगे। आपको कडी़ मेहनत और समर्पण का ध्यान रखना होगा।
समाधान: प्रत्येक गुरुवार को घी का दीपक जलायें। हनुमान चालीसा का सुबह-शाम पाठ करें।
द्रिक पञ्चाङ्ग के पण्डितजी आपके मंगलमय वर्ष की कामना करते हैं।